श्रीनगर: लोकसभा चुनाव के छठे चरण के मतदान के बीच पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने पुलिस पर पार्टी के पोलिंग एजेंटों और कार्यकर्ताओं को बिना किसी कारण के हिरासत लेने का आरोप लगाया है. इतना ही नहीं वह धरने पर भी बैठ गई हैं.
मुफ्ती ने कहा, 'पीडीपी कार्यकर्ताओं को बिना किसी कारण के पुलिस स्टेशनों में बंद किया जा रहा है. डीजी, एलजी और ऊपर लेकर से नीचे तक सभी अधिकारी इसमें शामिल हैं. उन्होंने पीडीपी के पोलिंग एजेंटों को पुलिस स्टेशनों में बंद कर दिया है.'
EVM छेड़छाड़ की कोशिश- महबूबा मुफ्ती
पीडीपी प्रमुख ने कहा कि आपने (प्रशासन) कहा था कि यहां स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव होगा, लेकिन आप यह सब कर रहे हैं, ऐसी शिकायतें मिल रही हैं, जहां मशीनों (EVM) से छेड़छाड़ की कोशिश की जा रही है.
चुनाव आयोग को लिखा था पत्र
इससे पहले शुक्रवार को मुफ्ती ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर दावा किया था कि चुनाव की पूर्व संध्या पर उनके कार्यकर्ताओं को गलत तरीके से हिरासत में लिया गया है. उन्होंने कहा कि हमारे कई पोलिंग एजेंटों और कार्यकर्ताओं को मतदान से ठीक पहले हिरासत में लिया जा रहा है. जब परिवार के लोग पुलिस स्टेशनों में गए तो उन्हें बताया गया कि यह एसएसपी अनंतनाग और डीआइजी दक्षिण कश्मीर के आदेश पर किया जा रहा है.
गौरतलब है कि मुफ्ती अनंतनाग-राजौरी सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के उम्मीदवार मियां अल्ताफ अहमद और अपनी पार्टी के जफर इकबाल मन्हास के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं. यहां अनंतनाग-राजौरी सीट पर 7 मई को वोटिंग होनी थी, लेकिन चुनाव आयोग ने रसद, संचार और कनेक्टिविटी में आने वाली बाधाओं के चलते मतदान को रीशेड्यूल कर 25 मई कर दिया था
बता दें कि 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहले आम चुनाव में अब तक जम्मू, बारामूला, श्रीनगर और उधमपुर की सीटों पर मतदान संपन्न हो चुका है.
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