हैदराबाद: लोकसभा चुनाव 2024 जैसे-जैसे अंतिम चरण में पहुंच रहा है, नतीजों को लेकर अलग-अलग अनुमान लगाए जा रहा हैं. चुनाव नतीजों के सटीक आकलन के मशहूर पारंपरिक फलोदी सट्टा बाजार ने चौथे चरण के मतदान के बाद अपने अनुमान संसोधन किया है. चार चरणों में लोकसभा की कुल 543 सीटों में से 380 पर चुनाव संपन्न हो गया है. इसमें गुजरात की सूरत लोकसभा सीट भी शामिल है, जहां भाजपा निर्विरोध निर्वाचित हुई है. बाकी तीन चरणों में सिर्फ 163 सीटों पर मतदान होना है. पांचवें चरण में सोमवार 20 मई को 49 सीटों पर वोटिंग होगी.
इस बार मतदान प्रतिशत में गिरावट की वजह से कुछ राजनीतिक विश्लेषक लोकसभा चुनाव के अप्रत्याशित नतीजे आने की संभावना व्यक्त कर चुके हैं. जबकि कुछ जानकारों का मानना है कि मतदान प्रतिशत में कमी का चुनाव नजीतों पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने इस बार 400 सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है. लेकिन अब तक सामने आए विभिन्न अनुमानों में भाजपा का यह सपना पूरा होता नहीं दिख रहा है. राजस्थान स्थित फलोदी सट्टा बाजार ने भी अब भाजपा को लेकर अपना अनुमान घटा दिया है. पिछले आम चुनाव की तुलना में अब तक चार चरणों में मतदान प्रतिशत में गिरावट को ध्यान में रखते हुए फलोदी सट्टा बाजार ने अपने अनुमानों में संशोधन करते हुए भाजपा की सीटों को मौजूदा 303 के आंकड़े से भी कम कर दिया है.
चौथे चरण के चुनाव से पहले फलोदी सट्टा बाजार ने भाजपा को 307 से 310 सीटें मिलने का अनुमान लगाया था. चौथे चरण के मतदान के बाद में भाजपा के लिए अपने अनुमान को 296-300 सीट कर दिया है. फलोदी सट्टा बाजार के संशोधित अनुमान के मुताबिक, इस बार भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को 329 से 332 सीटें मिल सकती हैं.
ताजा अनुमान में कांग्रेस को 10 सीटों का फायदा
फलोदी सट्टा बाजार के अपने अनुमान में संशोधन करने के बावजूद कांग्रेस की सीटों में कोई खास बढ़ोतरी नहीं दिख रही है. फलोदी सट्टा बाजार ने कांग्रेस के लिए 58 से 62 सीटों का अनुमान लगाया है. हालांकि, पिछले अनुमान की तुलना में कांग्रेस को 10 सीटों का फायदा होता दिख रहा है. लोकसभा चुनाव 2024 के सातवें और आखिरी चरण का मतदान 1 जून को खत्म होगा और 4 जून को नतीजे घोषित किए जाएंगे.
300 करोड़ रुपये का दांव लगने की उम्मीद
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, फलोदी सट्टा बाजार में अब तक 180 करोड़ रुपये का दांव लगाया जा चुका है. अनुमान के मुताबिक, लोकसभा चुनाव के अंत तक यह आंकड़ा 300 करोड़ रुपये पहुंच सकता है. मीडिया रिपोर्ट में राजस्थान के फलोदी में सट्टा बाजार से जुड़े एक वरिष्ठ पदाधिकारी के हवाले से यह दावा किया गया है. हालांकि, पदाधिकारियों का कहना है कि यह सट्टेबाजी का बाजार नहीं है, बल्कि ऐसा बाजार है जहां केवल अनुमान लगाए जाते हैं.
(डिस्क्लेमर: फलोदी सट्टा बाजार के आंकड़े सिर्फ अनुमान पर आधारित होते हैं. ईटीवी भारत इन आकंड़ों की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है.)
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