देहरादून: उत्तराखंड चारधाम यात्रा सामान्य रूप से संचालित हो रही है. इसके साथ ही आगामी मानसून सीजन के दौरान चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी कम हो जायेगी. जिसको देखते चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओ के लिए रोजाना निर्धारित यात्रियों की सीमित संख्या को समाप्त कर दिया है. ऐसे में असीमित संख्या में श्रद्धालु धामों के दर्शन करने जा सकेंगे.
सीएम धामी के निर्देश पर गढ़वाल आयुक्त एवं चारधाम यात्रा प्रशासन के अध्यक्ष ने यात्रियों की सुविधा को देखते हुए ऋषिकेश और हरिद्वार में चारों धामों के दर्शन के लिए निर्धारित सीमा को समाप्त कर दिया गया है.
चारधाम यात्रा प्रशासन अध्यक्ष विनय शंकर पांडेय ने बताया वर्तमान में चारों धामों में श्रद्धालुओं की भीड़ सामान्य हो गई है. जिसके चलते मुख्यमंत्री के निर्देश पर और जनहित को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है. यात्रियों की सुविधा के लिए ऋषिकेश और हरिद्वार में चारो धामों के दर्शन के लिए जो कोटा निर्धारित किया गया था, उसे समाप्त कर दिया गया है. ऐसे में अब यात्री ऋषिकेश और हरिद्वार के रजिस्ट्रेशन काउन्टर से बिना किसी सीमा के ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करवाकर यात्रा पर जा सकते हैं.
उन्होंने कहा यह आदेश चारों धामों में आने वाले यात्रियों की सुविधा को देखते हुए तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है. गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने बताया पिछले साल की अपेक्षा इस साल चारधाम यात्रियों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है. पिछले साल चारधाम यात्रा की शुरुवात होने के बाद एक महीने में 12,35,517 श्रद्धालुओं ने धामों के दर्शन किये थे, जबकि इस वर्ष 19,64,912 श्रद्धालुओं ने चारों धामों के दर्शन एक महीने में कर चुके हैं. जो पिछले साल की तुलना में करीब डेढ़ गुना अधिक है.