लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में यूपी एसटीएफ ने दिल्ली पुलिस के जवान विक्रम को बागपत से गिरफ्तार किया है. हरियाणा के रहने वाले विक्रम ने पेपर लीक कांड के मास्टर माइंड रवि अत्री व राजीव नयन मिश्रा के कहने पर अभ्यर्थियों को पेपर रटवाने के लिए नेचर रिसोर्ट बुक करवाया था. इससे पहले एसटीएफ पेपर लीक मामले से जुड़े रवि अत्री, राजीव नयन मिश्रा, सौरभ मंडल समेत सभी आरोपियों की गिरफ्तारी कर चुकी है.
एएसपी एसटीएफ विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि जींद हरियाणा का रहने वाला विक्रम वर्ष 2010 में दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुआ था. उसकी पोस्टिंग तृतीय बटालियन, प्रथम बटालियन, यातायात, सीएम बटालियन, नई दिल्ली में रही है. वर्ष-2021 में उसके कॉलेज के टाइम के दोस्त नितिन ने विक्रम की मुलाकात रवि अत्री से करवाई थी. दोनों की बातचीत हुआ करती रहती थी. इसी बीच रवि अत्री ने राजीव नयन मिश्रा समेत अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर अहमदाबाद की ट्रांसपोर्ट कंपनी से यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक कर लिया था.
विक्रम ने अत्री के कहने पर बुक करवाया रिसोर्ट
रवि अत्री ने विक्रम से कहा कि वह कोई ऐसी एकांत जगह को तलाश करे, जहां करीब एक हजार अभ्यर्थियों को पेपर पढ़वाया जा सके. जिस पर विक्रम ने अपने दोस्त गुनिया को ऐसी ही जगह तलाशने के काम में लगा दिया. गुनिया उर्फ इन्द्रजीत व दाउद उर्फ विक्की ने अभ्यर्थियों को आउट पेपर पढ़वाने के लिए हरियाणा के गुरुग्राम स्थित नेचर वैली रिसोर्ट पेपर पढ़वाने के लिए सही जगह बताई. जगह पक्की होने पर विक्रम नेचर वैली रिसोर्ट पहुंचा और वहां उसके मालिक सतीश धनकड़ से मिलकर रिसोर्ट बुक करने के लिये 18 से 20 लाख रुपये की बात हुई और बुकिंग अमाउंट दे दिया.
800 अभ्यर्थियों को विक्रम ने रिसोर्ट में रटवाए पेपर
विक्रम ने एसटीएफ को बताया कि वह अपने साथियों के साथ 15 फरवरी 2024 को करीब 400 अभ्यर्थियों को लेकर नेचर वैली रिसोर्ट पर पहुंचा लेकिन पेपर न आने के कारण वहीं एक रात सब रुक गए. उसी रात रवि अत्री के कहने पर विक्रम ने रोहतक रोड दिल्ली बॉर्डर पर पेपर रिसीव करने की बात कही. जिसके बाद 16 फरवरी को विक्रम पेपर ले आया और फिर 800 अभ्यर्थियों को पेपर पढ़वाया गया.