सक्ती : छत्तीसगढ़ में सरकार बदलते ही गुंडे बदमाशों पर लगाम लगनी शुरु हो गई थी. सरकार अवैध अतिक्रमण, भू माफियाओं और बदमाशों के खिलाफ बड़ा अभियान चला रही है.लेकिन सक्ती जिले के बाराद्वार में भू माफिया इसके ठीक उलट दबंगई दिखाकर जमीन कब्जा करने में जुटे हैं. बाराद्वार में साहू परिवार की जमीन पर कब्जा करने भू माफियाओं ने दबंगों की मदद ली.जिन्होंने परिवार का जीना मुश्किल कर दिया.
भू माफिया ने करवाया हमला : वर्षो से जिस जमीन पर साहू परिवार रह रहा था. उस जमीन को हथियाने के लिए पहले तो भू माफिया ने वहां की दीवार पर बुलडोजर चलवाया.इसके बाद जमीन पर लगे पेड़ों को काट डाला. वहीं जब परिवार ने इसका विरोध किया तो आधी रात को गुंडों को भिजवाकर परिवार के लोगों को बुरी तरह से मारा पीटा.इस हमले में परिवार के कई लोगों को गंभीर चोट आई है.जिसके बाद अब परिवार को जान का खतरा सता रहा है.
पुलिस ने बचाई परिवार की जान : परिवार की सदस्यों की माने तो अपनी जमीन की सुरक्षा के लिए घर की बाड़ी में तंबू लगाकर परिजन उसके अंदर बैठे थे.तभी उनके ऊपर हमला हो गया.हमले के बाद परिवार ने तुरंत पुलिस को सूचना दी. समय रहते मौके पर पुलिस पहुंची जिसके बाद बदमाश मौके से भाग निकले. जिससे परिवार के सदस्यों की जान बच गई. हालांकि हमले में परिवार के चार लोगों को बदमाशो ने घायल कर दिया है.
क्यों जमीन हथियाना चाहता है भू माफिया ?: साहू परिवार के सदस्य के मुताबिक उनकी जमीन से लगकर कई भू माफियाओं की जमीन है. जिसके लिए उन्हें रास्ता चाहिए. इसलिए उनकी नजर साहू परिवार की जमीन पर गड़ी हुई है.अब तो हालात ये हो गए हैं भू माफिया जमीन हथियाने के लिए मारपीट से भी पीछे नहीं हट रहे हैं.कई बार परिवार के लोगों को जान से मारने की धमकी दी जा चुकी है.जिसकी शिकायत अधिकारियों से की गई है,लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई. घटना की शिकायत पर बाराद्वार पुलिस ने आरोपी ऋषि राय और उसके साथियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
''जमीन विवाद को लेकर मारपीट की गई है. जिसमें मुख्य आरोपी ऋषि राय और उसके साथियों के खिलाफ फिलहाल धारा 323,506,294, 34,452 के तहत अपराध दर्ज किया गया है. वहीं डॉक्टरी रिपोर्ट आने के बाद इसमें अन्य धाराएं जोड़ी जाएंगी. आरोपी फिलहाल फरार हैं. उनकी पतासाजी की जा रही है.'' बारद्वार पुलिस
भू माफियाओं पर कार्रवाई कब ? : आपको बता दें कि सक्ती जिले में भू माफियाओं का आतंक कई वर्षो से बना हुआ है. पिछली सरकार में बीजेपी के नेता इसे मुद्दा बनाकर कांग्रेस पर हमला किया करते थे.लेकिन अब जब प्रदेश में बीजेपी की सरकार है तो कोई भी जनप्रतिनिधि सामने नहीं आ रहा है.जिससे ये अंदेशा है कि भू माफियाओं को राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है.इसलिए अब ये किसी की जान लेने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं.