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कोटक महिंद्रा बैंक पर RBI का एक्शन, नए क्रेडिट कार्ड जारी करने पर लगाई रोक, जारी रहेंगी ये सेवाएं - Kotak Mahindra Bank - KOTAK MAHINDRA BANK

RBI Action On Kotak Mahindra Bank: आरबीआई ने कोटक महिंद्रा बैंक पर एक्शन लेते हुए उसे नए ग्राहकों को जोड़ने और नए क्रेडिट कार्ड जारी करने से रोकने का निर्देश दिया गया है.

कोटक महिंद्रा
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By PTI

Published : Apr 24, 2024, 7:19 PM IST

Kotak Mahindra Bank: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने बुधवार को आईटी मानदंडों का अनुपालन न करने पर कोटक महिंद्रा बैंक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है. आरबीआई ने कोटक महिंद्रा बैंक को अपने ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग चैनलों के माध्यम से नए ग्राहकों को जोड़ने और नए क्रेडिट कार्ड जारी करने से तत्काल प्रभाव से रोक दिया है.

आरबीआई का कहना है कि ये एक्शन साल 2022 और 2023 के लिए रिजर्व बैंक की आईटी जांच से सामने आई चिंताओं और इन चिंताओं को समय पर ढंग से न संबोधित करने के कारण लिया गया है. लगभग इसी तरह की कार्रवाई में आरबीआई ने दिसंबर 2020 में एचडीएफसी बैंक को नए कार्ड जारी करने और डिजिटल पहल शुरू करने से रोक दिया था. हालांकि, बाद में मार्च 2022 में उसने बैंक से ये प्रतिबंध हटा दिए थे.

डेटा सिक्योरिटी में खामियां: कोटक महिंद्रा बैंक के खिलाफ कार्रवाई के संबंध में आरबीआई ने कहा कि आईटी इन्वेंट्री मैनेजमेंट, पैच और चेंज मैनेजमेंट, यूजर एक्सेस मैनेजमेंट, विक्रेता जोखिम प्रबंधन, डेटा सिक्योरिटी और डेटा में गंभीर खामियां देखी गई थीं. इसके चलते कोटक महिंद्रा बैंक को तत्काल प्रभाव से उसके ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग चैनलों के माध्यम से नए ग्राहकों को जोड़ने और नए क्रेडिट कार्ड जारी करने से रोकने का निर्देश दिया गया है. हालांकि, बैंक अपने क्रेडिट कार्ड ग्राहकों के साथ-साथ अन्य ग्राहकों को भी सेवाएं दे सकता है.

सुधारात्मक योजनाओं का नहीं किया अनुपालन: न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक आरबीआई ने बताया कि लगातार दो साल तक, रेगूलेटरी गाइडलाइंस के तहत बैंक के आईटी रिस्क और सूचना सुरक्षा प्रशासन में कमी का आकलन किया गया था. आकलन के दौरान पाया गया कि बैंक ने 2022 और 2023 के लिए रिजर्व बैंक की ओर से जारी सुधारात्मक योजनाओं का अनुपालन नहीं किया गया.

पहले भी डिजिटल बैंकिंग पर हुआ था प्रभाव: एक मजबूत आईटी इंफ्रस्ट्रक्चर और आईटी रिस्क मैनेजमेंट के अभाव को देखते हुए आरबीआई ने कहा कि बैंक की कोर बैंकिंग प्रणाली (सीबीएस) और इसके ऑनलाइन और डिजिटल बैंकिंग चैनलों को पिछले दो साल में लगातार और महत्वपूर्ण रुकावटों का सामना करना पड़ा. इतना ही नहीं हाल ही में 15 अप्रैल 2024 को भी बैंकिंग में व्यवधान हुआ, जिसके चलते ग्राहकों को कई असुविधाएं हुईं.

गौरतलब है कि कोटक महिंद्रा बैंक लिमिटेड शनिवार (4 मई) को 31 मार्च, 2024 को समाप्त होने वाली तिमाही और वित्तीय वर्ष के लिए स्टैंडअलोन ऑडिटेड वित्तीय परिणामों की घोषणा करने वाला है.

यह भी पढ़ें- हेल्थ के लिए घातक हो सकता है स्मोक बिस्किट, तमिलनाडु सरकार ने जारी की एडवाइजरी

Kotak Mahindra Bank: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने बुधवार को आईटी मानदंडों का अनुपालन न करने पर कोटक महिंद्रा बैंक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है. आरबीआई ने कोटक महिंद्रा बैंक को अपने ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग चैनलों के माध्यम से नए ग्राहकों को जोड़ने और नए क्रेडिट कार्ड जारी करने से तत्काल प्रभाव से रोक दिया है.

आरबीआई का कहना है कि ये एक्शन साल 2022 और 2023 के लिए रिजर्व बैंक की आईटी जांच से सामने आई चिंताओं और इन चिंताओं को समय पर ढंग से न संबोधित करने के कारण लिया गया है. लगभग इसी तरह की कार्रवाई में आरबीआई ने दिसंबर 2020 में एचडीएफसी बैंक को नए कार्ड जारी करने और डिजिटल पहल शुरू करने से रोक दिया था. हालांकि, बाद में मार्च 2022 में उसने बैंक से ये प्रतिबंध हटा दिए थे.

डेटा सिक्योरिटी में खामियां: कोटक महिंद्रा बैंक के खिलाफ कार्रवाई के संबंध में आरबीआई ने कहा कि आईटी इन्वेंट्री मैनेजमेंट, पैच और चेंज मैनेजमेंट, यूजर एक्सेस मैनेजमेंट, विक्रेता जोखिम प्रबंधन, डेटा सिक्योरिटी और डेटा में गंभीर खामियां देखी गई थीं. इसके चलते कोटक महिंद्रा बैंक को तत्काल प्रभाव से उसके ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग चैनलों के माध्यम से नए ग्राहकों को जोड़ने और नए क्रेडिट कार्ड जारी करने से रोकने का निर्देश दिया गया है. हालांकि, बैंक अपने क्रेडिट कार्ड ग्राहकों के साथ-साथ अन्य ग्राहकों को भी सेवाएं दे सकता है.

सुधारात्मक योजनाओं का नहीं किया अनुपालन: न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक आरबीआई ने बताया कि लगातार दो साल तक, रेगूलेटरी गाइडलाइंस के तहत बैंक के आईटी रिस्क और सूचना सुरक्षा प्रशासन में कमी का आकलन किया गया था. आकलन के दौरान पाया गया कि बैंक ने 2022 और 2023 के लिए रिजर्व बैंक की ओर से जारी सुधारात्मक योजनाओं का अनुपालन नहीं किया गया.

पहले भी डिजिटल बैंकिंग पर हुआ था प्रभाव: एक मजबूत आईटी इंफ्रस्ट्रक्चर और आईटी रिस्क मैनेजमेंट के अभाव को देखते हुए आरबीआई ने कहा कि बैंक की कोर बैंकिंग प्रणाली (सीबीएस) और इसके ऑनलाइन और डिजिटल बैंकिंग चैनलों को पिछले दो साल में लगातार और महत्वपूर्ण रुकावटों का सामना करना पड़ा. इतना ही नहीं हाल ही में 15 अप्रैल 2024 को भी बैंकिंग में व्यवधान हुआ, जिसके चलते ग्राहकों को कई असुविधाएं हुईं.

गौरतलब है कि कोटक महिंद्रा बैंक लिमिटेड शनिवार (4 मई) को 31 मार्च, 2024 को समाप्त होने वाली तिमाही और वित्तीय वर्ष के लिए स्टैंडअलोन ऑडिटेड वित्तीय परिणामों की घोषणा करने वाला है.

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