कोटा. शहर पुलिस ने ऑपरेशन एंटीवायरस के तहत कार्रवाई को अंजाम देते हुए 10 साइबर फ्रॉड करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह एक्शन कुन्हाड़ी थाना इलाके में हुआ है, जिसमें आरोपी लोगों को शेयर मार्केट में तत्काल लाभ दिलाने का झांसा देकर पैसे की ठगी करते थे. इसके बाद इंवेस्टर को नुकसान करवा कर कंपनी से आधा फायदा ले लेते थे.
शहर पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि कुन्हाड़ी क्षेत्र में अवैध कार्य चलने की सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची थी. एक फ्लैट का गेट लगा हुआ था, दरवाजा खुलवाने पर सभी 10 लोग घबरा गए. उन्होंने बताया कि वो मोबाइल पर ऑनलाइन ट्रेडिंग का काम करते हैं. शक होने पर पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, जिसपर उन्होंने लोगों को लाभ दिलाने का झांसा देकर पैसे कमाने की बात कबूल ली. उन्होंने बताया कि अकाउंट होल्डर को जो लाभ होता है, उसमें आधा-आधा कर लेते हैं. बाद में पार्टी को नुकसान होने पर भरपाई करने का झांसा देकर पैसा लगाने को उकसाते हैं. अधिक नुकसान होने पर टेलिग्राम व इंस्टाग्राम बंद कर लेते हैं.
बीते 1 साल से कर रहे ये काम : उन्होंने पूछताछ में बताया कि नए ग्राहकों को फंसाने और अधिक मुनाफा कमाने के लिए इंस्टाग्राम पर भी विज्ञापन देते हैं. कई बार शिकायत होने पर खाते फ्रीज या सिम बंद हो जाते हैं. लोगों से पैसा लेकर इस कार्य को करने की ट्रेनिंग भी दी जाती है. इसके अलावा सोशल मीडिया अकाउंट, यूट्यूब चैनल पर फर्जी सब्सक्राइबर व फॉलोअर बढ़ाने का काम भी करते हैं. ये सभी धोखाधड़ी करके मोबाइल के माध्यम से पैसा कमाने का काम बीते 1 साल से कर रहे हैं. अब तक की गई जांच से सामने आया है कि इनके खिलाफ तेलंगाना, झारखंड, गुजरात व बीकानेर में साइबर ठगी की कई शिकायत दर्ज है.
इनको किया गिरफ्तार : गिरफ्तार आरोपियों में टोंक जिले के अलीगढ़ के गफूरपुरा निवासी गुरुवचन मीणा, उसका भाई पिंकू मीणा, कपूरपुरा रिजोदा निवासी शेर सिंह, उनियारा के उदयपुरिया गांव निवासी नरेंद्र सिंह मीणा, दतवास के चूराड़ा गांव निवासी हेमराज गुर्जर, सवाई माधोपुर के रवाजना डूंगर के बालापुरा निवासी आसाराम व आकाश वर्मा, आर्टून खुर्द निवासी मनीष मीणा, उनियारा के मस्तराम, बूंदी जिले के देइ के देवपुरा निवासी प्रधान मीणा को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से पुलिस को पांच मोबाइल, लैपटॉप, इंटरनेट डोंगल सहित कई अन्य उपकरण भी मिले हैं.