नई दिल्ली : पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने कोलकाता रेप-मर्डर केस को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस को एक पत्र लिखा. इसमें उन्होंने तत्काल और निर्णायक कार्रवाई करने का आग्रह किया. इस पत्र के लिखे जाने के बाद बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने रविवार को कहा, 'उन्होंने इस मामले में की गई कार्रवाई से उन्हें अवगत कराने और मुद्दे पर उनकी राय जानने के लिए बंगाल के समाज के विभिन्न वर्गों की एक आपातकालीन बैठक बुलाई है.'
With deep anguish over delay in justice to the Kolkata rape and murder victim, the incident which had shaken the conscience of all of us, I have penned a heartfelt plea to the Hon'ble Chief Minister of West Bengal , Ms. @MamataOfficial Ji and Hon'ble @BengalGovernor urging them… pic.twitter.com/XU9SuYFhbY
— Harbhajan Turbanator (@harbhajan_singh) August 18, 2024
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बंगाल के राज्यपाल बोस ने कहा, 'आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज में हुई दुखद घटना पर अपनी पीड़ा व्यक्त करने वाले हरभजन सिंह के पत्र पर राज्यपाल ने त्वरित कार्रवाई की है. राज्यापाल ने बंगाल समाज के विभिन्न वर्गों की एक आपातकालीन बैठक बुलाई है, ताकि उन्हें मामले में की गई कार्रवाई से अवगत कराया जा सके और इस संबंध में उनकी राय ली जा सके.'
उन्होंने आगे कहा कि वह हरभजन सिंह को की गई कार्रवाई के बारे में संबोधित करेंगे और देश के नागरिकों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करेंगे, जिन्होंने इस वीभत्स घटना और सरकार की स्पष्ट निष्क्रियता पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की है. इससे पहले रविवार को एक्स पर एक पोस्ट में सिंह ने पीड़िता को न्याय मिलने में हो रही देरी पर गहरा दुख व्यक्त किया और त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया.
हरभजन सिंह ने कहा, 'कोलकाता रेप-मर्डर केस में पीड़िता को न्याय में देरी पर गहरी पीड़ा के साथ, एक ऐसी घटना जिसने हम सभी की अंतरात्मा को झकझोर दिया है, मैंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल को एक पत्र लिखा है. इसमें उनसे त्वरित और निर्णायक कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है.'
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान से कोई समझौता नहीं किया जा सकता तथा इस जघन्य अपराध के दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए जो मिसाल बन सके. 9 अगस्त को कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी के दौरान एक ट्रेनी डॉक्टर का रेप-मर्डर किया गया. इस घटना के बाद डॉक्टरों ने देशव्यापी हड़ताल और विरोध प्रदर्शन किया.