नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर और हरियाणा के विधानसभा चुनाव में मतदान खत्म हो गया है. अब इसके बाद 8 अक्टूबर को होने वाली मतगणना पर सबकी नज़रें टिकी हुई हैं. इधर दिल्ली विश्वविद्यालय के वैश्विक अध्ययन केंद्र (सीजीएस) द्वारा हाल ही में किए गए जम्मू कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनावों के अध्ययन हेतु एक योजनाबद्ध और वैज्ञानिक ऑनलाइन सर्वेक्षण किया गया.
डीयू के वैश्विक अध्ययन केंद्र द्वारा संपन्न 12वें चुनावी सर्वेक्षण जम्मू कश्मीर चुनाव में नेशनल कांफ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन को बहुमत मिलने का अनुमान है. साथ ही हरियाणा विधानसभा चुनाव सर्वेक्षण में कांग्रेस की सरकार बनने का अनुमान है. सीजीएस द्वारा चुनावी परिणाम का यह रुझान 11 सितंबर से 3 अक्टूबर 2024 के दौरान जम्मू कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों तथा हरियाणा विधानसभा की सभी 90 सीटों के कुल 8429 मतदाताओं के ओपिनियन पोल पर किए गए अध्ययन पर आधारित है.
वैश्विक अध्ययन केंद्र द्वारा आयोजित इस चुनाव सर्वेक्षण में विभिन्न विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों के लगभग 700 विद्यार्थियों व शोधार्थियों ने यह सर्वेक्षण किया. केंद्र के निदेशक प्रो. सुनील के. चौधरी ने सर्वेक्षण के परिणामों को आने वाले चुनाव परिणाम के निकटतम होने की उम्मीद जताई है. केंद्र द्वारा आयोजित सीजीएस समीक्षा 2024: जम्मू कश्मीर एवं हरियाणा चुनाव सर्वेक्षण परिणामों का विवरण नीचे इस प्रकार है:
बता दें कि वैश्विक अध्ययन केंद्र की स्थापना विकासशील राज्य शोध केंद्र के रूप में 1990 में हुई तथा यह 2004 में दिल्ली विश्वविद्यालय के सामाजिक विज्ञान संकाय से संबद्ध हुआ है. 14 सितंबर 2021 में इस केंद्र का नाम परिवर्तित कर वैश्विक अध्ययन केंद्र (सीजीएस) किया गया. इसके मध्यम से आज सामाजिक विज्ञान के विषयों में आलोचनात्मक एवं वस्तुनिष्ठ शोध अध्ययन हेतु सकारात्मक वातावरण एवं कार्य क्षेत्र का निर्माण किया जा रहा है.
जम्मू कश्मीर एवं हरियाणा विधानसभा चुनाव सर्वेक्षण 2024 वैश्विक अध्ययन केंद्र व राजनीति विज्ञान विभाग, दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों के द्वारा किया गया समाज विज्ञान में समालोचनात्मक, सोद्देश्यात्मक और वैज्ञानिक शोध पद्धति पर आधारित चुनाव अध्ययन है. सीजीएस समीक्षा’ स्वतंत्र भारत के चुनावी इतिहास में एकमात्र चुनावी अध्ययन श्रृंखला है, जो प्रतिदर्शों के आकार के संबंध में भारत के किसी भी अन्य चुनावी सर्वेक्षण संस्थान से अधिक व्यापक है. साथ ही यह अपने सर्वेक्षण परिणामों में वैज्ञानिक, व्यवहारिक व विश्वसनीय है.
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