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गर्भवती महिलाओं को कितनी देर टहलना चाहिए, किन बातों का रखें ध्यान? जानें क्या बताते हैं डॉक्टर - Walk Benefits in Pregnancy - WALK BENEFITS IN PREGNANCY

Walk Benefits in Pregnancy: हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक प्रेग्नेंसी के वक्त महिलाओं को हैवी एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए. ऐसे हालात में महिलाओं के लिए वॉकिंग (Walk Benefits in Pregnancy) सबसे अच्छा ऑप्शन है. अब सवाल ये उठता है कि प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कितनी देर टहलना चाहिए?

Walk Benefits in Pregnancy
Walk Benefits in Pregnancy (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Jun 15, 2024, 11:45 AM IST

Updated : Jun 15, 2024, 12:12 PM IST

गर्भवती महिलाओं को कितनी देर टहलना चाहिए? जानें क्या बताते हैं डॉक्टर (Etv Bharat)

चंडीगढ़: पैदल चलना एक ऐसा व्यायाम है. जो हर एज ग्रुप के लिए फायदेमंद है. खासकर गर्भवती महिलाओं के लिए. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक प्रेग्नेंसी के वक्त महिलाओं को हैवी एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए. ऐसे हालात में महिलाओं के लिए वॉकिंग (Walk Benefits in Pregnancy) सबसे अच्छा ऑप्शन है. अब सवाल ये उठता है कि प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कितनी देर टहलना चाहिए? कितना पैदल चल कर वो खुद को एक्टिव रख सकती हैं. इस बार में ईटीवी भारत ने चंडीगढ़ पीजीआई की गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर भारती जोशी से खास बातचीत की.

सुबह के वक्त टहलना फायदेमंद: डॉक्टर भारती जोशी ने बताया "मैं गर्भवती महिलाओं को पैदल चलने की सलाह देती हूं. गर्भावस्था एक ऐसा समय है. जहां महिलाओं का लक्ष्य अपने और अपने बच्चे के स्वास्थ्य को बेहतर (Walk Benefits in Pregnancy) बनाना होता है. ऐसे में गर्भवती महिलाओं के लिए सुबह और शाम का वक्त वॉक करने के लिए सबसे उचित समय है. इससे वो खुद को स्वस्थ और एक्टिव रख सकती हैं. टहलना उन गर्भवती महिलाओं को लिए भी बेहतर है. जिन्होंने कभी व्यायाम नहीं किया. वॉक करने से एक तो वजन संतुलित रहता है.

जोखिम को कम करती है वॉकिंग: पैदल चलने से महिलाओं को पीठ दर्द, पैर में ऐंठन और सूजन से राहत मिलती है. पैदल चलना या टहलना गर्भावस्था के दौरान मधुमेह के जोखिम को कम कर सकता है. इसके अलावा पैदल चलने से गर्भावस्था के दौरान होने वाले जोखिम ना के बराबर होते हैं. जैसे कि प्रीक्लेम्पसिया NIH बाहरी लिंक (गर्भावस्था के दौरान उच्च रक्तचाप), प्रसव की अवधि और प्रसवोत्तर रिकवरी, सिजेरियन सेक्शन (या सी-सेक्शन) होने का जोखिम.

ऐसे करें शुरुआत: गर्भावस्था के दौरान किसी भी चरण में महिलाएं वॉकिंग (Safe Walking During Pregnancy) कर सकती हैं. ये एक बेहतरीन वर्कआउट है. सुबह और शाम को वॉक करने का सबसे सही वक्त है. अगर वॉक सुबह कर लिया जाए तो ज्यादा अच्छा है, क्योंकि उस समय प्रदूषण की मात्रा कम होती है. वहीं वॉक करना गर्भवती के लिए एक सुरक्षित व्यायाम माना जाता है. शुरुआत में महिलाएं अपने फिटनेस स्तर पर वॉकिंग कर सकती हैं.

ऐसे बनाएं शेड्यूल: वॉकिंग शुरू करने के बाद बाद धीरे-धीरे वॉकिंग टाइम को बढ़ाना चाहिए. वैसे प्रतिदिन 10 से 15 मिनट वॉकिंग से शुरुआत करनी चाहिए. अगर महिलाएं पैदल चलने के दौरान अच्छा महसूस कर रही हैं, तो प्रत्येक दिन के साथ पांच मिनट और बढ़ाती जाएं. जब चलने की आदत बन जाए तो महिलाएं प्रतिदिन 30 से 40 मिनट तक पैदल चल सकती हैं. शुरूआती चरण में महिलाएं थोड़ा तेज चल सकती हैं. लेकिन लास्ट के दिनों में धीरे-धीरे वॉक करनी चाहिए. वॉक करने की जगह समतल और साफ सुथरी होनी चाहिए.

ये भी पढ़ें- क्या नंगे पैर टहलने से बढ़ती है इम्यूनिटी पावर? एक क्लिक में जानें यहां - Walking Benefits

गर्भवती महिलाओं को कितनी देर टहलना चाहिए? जानें क्या बताते हैं डॉक्टर (Etv Bharat)

चंडीगढ़: पैदल चलना एक ऐसा व्यायाम है. जो हर एज ग्रुप के लिए फायदेमंद है. खासकर गर्भवती महिलाओं के लिए. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक प्रेग्नेंसी के वक्त महिलाओं को हैवी एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए. ऐसे हालात में महिलाओं के लिए वॉकिंग (Walk Benefits in Pregnancy) सबसे अच्छा ऑप्शन है. अब सवाल ये उठता है कि प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कितनी देर टहलना चाहिए? कितना पैदल चल कर वो खुद को एक्टिव रख सकती हैं. इस बार में ईटीवी भारत ने चंडीगढ़ पीजीआई की गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर भारती जोशी से खास बातचीत की.

सुबह के वक्त टहलना फायदेमंद: डॉक्टर भारती जोशी ने बताया "मैं गर्भवती महिलाओं को पैदल चलने की सलाह देती हूं. गर्भावस्था एक ऐसा समय है. जहां महिलाओं का लक्ष्य अपने और अपने बच्चे के स्वास्थ्य को बेहतर (Walk Benefits in Pregnancy) बनाना होता है. ऐसे में गर्भवती महिलाओं के लिए सुबह और शाम का वक्त वॉक करने के लिए सबसे उचित समय है. इससे वो खुद को स्वस्थ और एक्टिव रख सकती हैं. टहलना उन गर्भवती महिलाओं को लिए भी बेहतर है. जिन्होंने कभी व्यायाम नहीं किया. वॉक करने से एक तो वजन संतुलित रहता है.

जोखिम को कम करती है वॉकिंग: पैदल चलने से महिलाओं को पीठ दर्द, पैर में ऐंठन और सूजन से राहत मिलती है. पैदल चलना या टहलना गर्भावस्था के दौरान मधुमेह के जोखिम को कम कर सकता है. इसके अलावा पैदल चलने से गर्भावस्था के दौरान होने वाले जोखिम ना के बराबर होते हैं. जैसे कि प्रीक्लेम्पसिया NIH बाहरी लिंक (गर्भावस्था के दौरान उच्च रक्तचाप), प्रसव की अवधि और प्रसवोत्तर रिकवरी, सिजेरियन सेक्शन (या सी-सेक्शन) होने का जोखिम.

ऐसे करें शुरुआत: गर्भावस्था के दौरान किसी भी चरण में महिलाएं वॉकिंग (Safe Walking During Pregnancy) कर सकती हैं. ये एक बेहतरीन वर्कआउट है. सुबह और शाम को वॉक करने का सबसे सही वक्त है. अगर वॉक सुबह कर लिया जाए तो ज्यादा अच्छा है, क्योंकि उस समय प्रदूषण की मात्रा कम होती है. वहीं वॉक करना गर्भवती के लिए एक सुरक्षित व्यायाम माना जाता है. शुरुआत में महिलाएं अपने फिटनेस स्तर पर वॉकिंग कर सकती हैं.

ऐसे बनाएं शेड्यूल: वॉकिंग शुरू करने के बाद बाद धीरे-धीरे वॉकिंग टाइम को बढ़ाना चाहिए. वैसे प्रतिदिन 10 से 15 मिनट वॉकिंग से शुरुआत करनी चाहिए. अगर महिलाएं पैदल चलने के दौरान अच्छा महसूस कर रही हैं, तो प्रत्येक दिन के साथ पांच मिनट और बढ़ाती जाएं. जब चलने की आदत बन जाए तो महिलाएं प्रतिदिन 30 से 40 मिनट तक पैदल चल सकती हैं. शुरूआती चरण में महिलाएं थोड़ा तेज चल सकती हैं. लेकिन लास्ट के दिनों में धीरे-धीरे वॉक करनी चाहिए. वॉक करने की जगह समतल और साफ सुथरी होनी चाहिए.

ये भी पढ़ें- क्या नंगे पैर टहलने से बढ़ती है इम्यूनिटी पावर? एक क्लिक में जानें यहां - Walking Benefits

Last Updated : Jun 15, 2024, 12:12 PM IST
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