अंबाला : जेल में बंद किसानों की रिहाई के लिए किसानों का शंभू रेलवे स्टेशन के पास रेल रोको आंदोलन जारी है. दूसरे दिन भी रेलवे ट्रैक पर किसान बैठे हुए हैं जिसके चलते अमृतसर-दिल्ली रेलवे मार्ग दोनों तरफ से जाम हो गया है. वहीं किसानों के इस आंदोलन के चलते अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन पर मुसाफिर काफी ज्यादा परेशान हैं.
किसानों का रेल रोको आंदोलन
किसानों के रेल रोको आंदोलन के चलते रेलवे प्रशासन भी लाचार नज़र आ रहा है. अंबाला रेल मंडल से 13 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं और 6 ट्रेनें बीच रास्ते में रद्द करनी पड़ी है. वहीं रेलवे ने अब तक 85 ट्रेनों के रूट तक बदल दिए हैं. रेलवे का कहना है कि किसानों का आंदोलन अगर लंबा चला तो जम्मू कश्मीर में तेल की सप्लाई में दिक्कत आएगी. रेलवे विभाग इस इंतज़ार में है कि कब किसान रेलवे ट्रैक से हटते हैं या उन्हें सरकार ट्रैक से हटाती है जिसके बाद रेलवे यातायात को सुचारू ढंग से चलाया जा सकेगा.
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किसानों के आंदोलन से मुसाफिर परेशान
अगर अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन की बात करें तो मुसाफिर काफी ज्यादा परेशान हैं. रेलवे स्टेशन पर ही कई मुसाफिर ट्रेन के इंतज़ार में डेरा जमाए बैठे हुए हैं. यात्रियों का कहना है सरकार और किसानों की लड़ाई में उन्हें दिक्कत आ रही है और सरकार को इसका कोई समाधान निकालना चाहिए.वहीं रेलवे ट्रैक रोकने पर किसान नेताओं का कहना है कि सरकार ने उनके साथ धोखेबाज़ी की है. भरोसा देकर भी इनके साथी को रिहा नहीं किया गया है. जब तक सरकार जेल में बंद किसानों को रिहा नहीं करती, तब तक ट्रैक को खाली नहीं किया जाएगा. साथ ही उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि पब्लिक भी उनके इस आंदोलन में सहयोग करें.
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