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अंबेडकर विवाद पर केजरीवाल ने नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को लिखी चिट्ठी - KEJRIWAL LETTER TO NITISH KUMAR

अंबेडकर के प्रति गृहमंत्री की टिप्पणी पर केजरीवाल ने जताया रोष, नीतीश कुमार को लिखा पत्र, कहा-बाबा साहब नेता नहीं, इस देश की आत्मा हैं.

केजरीवाल ने एन चंद्रबाबू नायडू व नीतीश कुमार को लिखा पत्र
केजरीवाल ने एन चंद्रबाबू नायडू व नीतीश कुमार को लिखा पत्र (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Dec 19, 2024, 11:54 AM IST

Updated : Dec 19, 2024, 2:33 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को एक चिट्ठी लिखी है. इस पत्र में उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह के बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर पर दिए गए विवादित बयान की कड़ी आलोचना की है. केजरीवाल का कहना है कि अंबेडकर केवल एक नेता नहीं, बल्कि "इस देश की आत्मा" हैं.

अमित शाह का बयान, विवाद का कारण: अमित शाह ने संसद में टिप्पणी की थी कि "अंबेडकर-अंबेडकर बोलना आजकल फैशन बन गया है," जिसे अरविंद केजरीवाल और कई अन्य नेताओं ने अपमानजनक और अस्वीकार्य बताया. केजरीवाल ने अपने पत्र में लिखा है कि इस तरह की टिप्पणियां न केवल बाबा साहेब का अपमान करती हैं, बल्कि यह भी दर्शाती हैं कि बीजेपी का अंबेडकर और संविधान के प्रति क्या दृष्टिकोण है.

लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं: केजरीवाल ने स्पष्ट किया कि अमित शाह का यह बयान करोड़ों लोगों की भावनाओं को आहत करता है. उन्होंने उल्लेख किया कि बाबा साहेब अंबेडकर को कोलंबिया विश्वविद्यालय द्वारा 'Doctor of Laws' से सम्मानित किया गया था और उन्होंने भारतीय संविधान की रचना की थी. उनके प्रयासों से ही समाज के सबसे वंचित वर्गों को अपने अधिकार मिले. इस संदर्भ में, केजरीवाल ने पूछा कि बीजेपी ने इस तरह के विवादास्पद बयान देने का साहस कैसे रखा.

अमित शाह के खिलाफ कार्रवाई की मांग: केजरीवाल ने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमित शाह के बयान का सार्वजनिक समर्थन किया, जिसने स्थिति को और भी तनावपूर्ण बना दिया. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के बयानों के कारण लोग यह महसूस कर रहे हैं कि बाबा साहेब को चाहने वाले अब बीजेपी का समर्थन नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि, बाबा साहब का अपमान करने के लिए अमित शाह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.

यह भी पढ़ें- अमित शाह के खिलाफ DU में प्रोटेस्ट, पुलिस ने AISA के 12 छात्रों को हिरासत में लिया

यह भी पढ़ें- 'बाबा साहब का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान', अमित शाह के विवादित बयान पर AAP नेताओं ने लगाए नारे

केजरीवाल की अपील: आखिर में, केजरीवाल ने नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू से अपील की है कि वे इस मसले पर गहराई से विचार करें. उन्होंने कहा कि राजनीति से ऊपर उठकर, हमें बाबा साहेब अंबेडकर की विचारधारा और उनके योगदान को समझने और सम्मान देने की आवश्यकता है.

बता दें कि, बुधवार को आम आदमी पार्टी ने गृहमंत्री अमित शाह द्वारा दलितों, शोषितों और वंचितों के मसीहा बाबा साहब का अपमान करने पर कड़ी आपत्ति की. पार्टी के तमाम नेता बीजेपी मुख्यालय के समीप प्रदर्शन करने भी पहुंचे थे. अरविंद केजरीवाल खुद अपने हाथ में "बाबा साहब का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान" लिखी तख्ती लेकर पैदल ही बीजेपी मुख्यालय की तरफ कूच किया था. उनके साथ वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया, संजय सिंह, दिल्ली की सीएम आतिशी, कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज समेत तमाम नेता साथ थे.

ये भी पढ़ें: 'मैं सपने में भी आंबेडकर का अपमान नहीं कर सकता', प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोले अमित शाह

ये भी पढ़ें: 'PM आज रात 12 बजे तक अमित शाह को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करें', कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे की मांग

नई दिल्ली: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को एक चिट्ठी लिखी है. इस पत्र में उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह के बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर पर दिए गए विवादित बयान की कड़ी आलोचना की है. केजरीवाल का कहना है कि अंबेडकर केवल एक नेता नहीं, बल्कि "इस देश की आत्मा" हैं.

अमित शाह का बयान, विवाद का कारण: अमित शाह ने संसद में टिप्पणी की थी कि "अंबेडकर-अंबेडकर बोलना आजकल फैशन बन गया है," जिसे अरविंद केजरीवाल और कई अन्य नेताओं ने अपमानजनक और अस्वीकार्य बताया. केजरीवाल ने अपने पत्र में लिखा है कि इस तरह की टिप्पणियां न केवल बाबा साहेब का अपमान करती हैं, बल्कि यह भी दर्शाती हैं कि बीजेपी का अंबेडकर और संविधान के प्रति क्या दृष्टिकोण है.

लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं: केजरीवाल ने स्पष्ट किया कि अमित शाह का यह बयान करोड़ों लोगों की भावनाओं को आहत करता है. उन्होंने उल्लेख किया कि बाबा साहेब अंबेडकर को कोलंबिया विश्वविद्यालय द्वारा 'Doctor of Laws' से सम्मानित किया गया था और उन्होंने भारतीय संविधान की रचना की थी. उनके प्रयासों से ही समाज के सबसे वंचित वर्गों को अपने अधिकार मिले. इस संदर्भ में, केजरीवाल ने पूछा कि बीजेपी ने इस तरह के विवादास्पद बयान देने का साहस कैसे रखा.

अमित शाह के खिलाफ कार्रवाई की मांग: केजरीवाल ने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमित शाह के बयान का सार्वजनिक समर्थन किया, जिसने स्थिति को और भी तनावपूर्ण बना दिया. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के बयानों के कारण लोग यह महसूस कर रहे हैं कि बाबा साहेब को चाहने वाले अब बीजेपी का समर्थन नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि, बाबा साहब का अपमान करने के लिए अमित शाह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.

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केजरीवाल की अपील: आखिर में, केजरीवाल ने नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू से अपील की है कि वे इस मसले पर गहराई से विचार करें. उन्होंने कहा कि राजनीति से ऊपर उठकर, हमें बाबा साहेब अंबेडकर की विचारधारा और उनके योगदान को समझने और सम्मान देने की आवश्यकता है.

बता दें कि, बुधवार को आम आदमी पार्टी ने गृहमंत्री अमित शाह द्वारा दलितों, शोषितों और वंचितों के मसीहा बाबा साहब का अपमान करने पर कड़ी आपत्ति की. पार्टी के तमाम नेता बीजेपी मुख्यालय के समीप प्रदर्शन करने भी पहुंचे थे. अरविंद केजरीवाल खुद अपने हाथ में "बाबा साहब का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान" लिखी तख्ती लेकर पैदल ही बीजेपी मुख्यालय की तरफ कूच किया था. उनके साथ वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया, संजय सिंह, दिल्ली की सीएम आतिशी, कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज समेत तमाम नेता साथ थे.

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Last Updated : Dec 19, 2024, 2:33 PM IST
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