ETV Bharat / bharat

बड़े दानदाताओं को काशी विश्वनाथ मंदिर में मिलेगी VIP सुविधा, विशिष्ट दर्शन पास भी किया जाएगा जारी - Kashi Vishwanath Temple

काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की बैठक में कई अहम फैसले, शास्त्रियों को मिलेगा मानदेय, अनुबंध पर रखे जाएंगे नए पुजारी

मंदिर कमेटी की बैठक में कई अहम फैसले लिए गए.
मंदिर कमेटी की बैठक में कई अहम फैसले लिए गए. (Photo Credit; ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 5, 2024, 11:18 AM IST

वाराणसी : श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में नियुक्त शास्त्रियों को मानदेय दिया जाएगा. यह निर्णय पहले ही लिया जा चुका था. शुक्रवार को मंदिर न्यास की महत्वपूर्ण बैठक में देर शाम इस पर मुहर भी लग गई. मानदेय निर्धारण के लिए मंदिर के अधिकारियों को अगली बैठक में प्रस्ताव लाते हुए इस पर निर्णय लेने के लिए कहा गया है. इसके अलावा दैनिक पासधारकों को भी अब नवीनीकरण सुविधा में बदलाव के लिए कुछ नियम बनाए जाने पर भी चर्चा की गई है. वहीं अब बड़े दानदाताओं को विशिष्ट दर्शन पास भी जारी किया जाएगा. उन्हें वीआईपी सुविधाएं भी मिलेंगी.

वाराणसी के श्री काशी विश्वनाथधाम में विश्वनाथ मंदिर न्यास की तरफ से आयोजित महत्वपूर्ण बैठक में न्यास के अध्यक्ष प्रोफेसर नागेंद्र पांडेय ने 15 बिंदुओं का एजेंडा रखा. बैठक में विभिन्न श्रेणी के अर्चकों और कर्मचारियों के मानदेय बढ़ाने पर भी चर्चा की गई और विभिन्न विग्रहों के पूजा के लिए तैनात अर्चकों को 11000 रुपये मानदेय निर्धारित किए जाने पर भी सहमति बनी.

विश्वनाथ मंदिर न्यास की बैठक में कई अहम फैसले.
विश्वनाथ मंदिर न्यास की बैठक में कई अहम फैसले. (Photo Credit; ETV Bharat)

वहीं नए पुजारी की भर्ती अनुबंध पर करने के प्रस्ताव को भी स्वीकृति मिल गई है. न्यास ने मंदिर से संबद्ध संकट हरण हनुमान मंदिर बेनीपुर और सकलडीहा चंदौली के कालेश्वर नाथ मंदिर में सुविधाओं को और बढ़ाए जाने पर भी चर्चा की. भजन संध्या के लिए शिवार्चनाम खाता संचालित करने पर भी सहमति दे दी है.

इस बैठक में यह भी निर्णय हुआ है कि मंदिर के लिए समान केवल जैन पोर्टल या निविदा से ही खरीदे जाएंगे. खुली खरीदारी अब नहीं होगी. इससे पारदर्शिता भी बनेगी और नए लोगों को मौका भी मिलेगा. 5000 रुपए के ऊपर के दानकर्ताओं को अब धन्यवाद पत्र भी दिया जाएगा. इसके अलावा 1 हजार, 50000 और 100000 दान करने वाले दानदाताओं को उच्च श्रेणी की सुविधाएं मुहैया कराने के साथ सम्मानित भी किया जाएगा.

बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. इनमें प्रसाद के लिए मंदिर प्रशासन अमूल के साथ अनुबंध करने जा रहा है. इसके अलावा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति की तरफ से 3 करोड़ 8 लाख रुपए की मांग की गई है. मंदिर संस्कृत विद्यालयों में निशुल्क भोजन उपलब्ध करवाने के साथ दंडी स्वामियों के भजन और दक्षिणा का भी इंतजाम करेगा.

यह भी पढ़ें : काशी में नई परंपरा शुरू, बाबा विश्वनाथ के दरबार से भेजी गई माता विशालाक्षी के लिए सुहाग की सामग्री

वाराणसी : श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में नियुक्त शास्त्रियों को मानदेय दिया जाएगा. यह निर्णय पहले ही लिया जा चुका था. शुक्रवार को मंदिर न्यास की महत्वपूर्ण बैठक में देर शाम इस पर मुहर भी लग गई. मानदेय निर्धारण के लिए मंदिर के अधिकारियों को अगली बैठक में प्रस्ताव लाते हुए इस पर निर्णय लेने के लिए कहा गया है. इसके अलावा दैनिक पासधारकों को भी अब नवीनीकरण सुविधा में बदलाव के लिए कुछ नियम बनाए जाने पर भी चर्चा की गई है. वहीं अब बड़े दानदाताओं को विशिष्ट दर्शन पास भी जारी किया जाएगा. उन्हें वीआईपी सुविधाएं भी मिलेंगी.

वाराणसी के श्री काशी विश्वनाथधाम में विश्वनाथ मंदिर न्यास की तरफ से आयोजित महत्वपूर्ण बैठक में न्यास के अध्यक्ष प्रोफेसर नागेंद्र पांडेय ने 15 बिंदुओं का एजेंडा रखा. बैठक में विभिन्न श्रेणी के अर्चकों और कर्मचारियों के मानदेय बढ़ाने पर भी चर्चा की गई और विभिन्न विग्रहों के पूजा के लिए तैनात अर्चकों को 11000 रुपये मानदेय निर्धारित किए जाने पर भी सहमति बनी.

विश्वनाथ मंदिर न्यास की बैठक में कई अहम फैसले.
विश्वनाथ मंदिर न्यास की बैठक में कई अहम फैसले. (Photo Credit; ETV Bharat)

वहीं नए पुजारी की भर्ती अनुबंध पर करने के प्रस्ताव को भी स्वीकृति मिल गई है. न्यास ने मंदिर से संबद्ध संकट हरण हनुमान मंदिर बेनीपुर और सकलडीहा चंदौली के कालेश्वर नाथ मंदिर में सुविधाओं को और बढ़ाए जाने पर भी चर्चा की. भजन संध्या के लिए शिवार्चनाम खाता संचालित करने पर भी सहमति दे दी है.

इस बैठक में यह भी निर्णय हुआ है कि मंदिर के लिए समान केवल जैन पोर्टल या निविदा से ही खरीदे जाएंगे. खुली खरीदारी अब नहीं होगी. इससे पारदर्शिता भी बनेगी और नए लोगों को मौका भी मिलेगा. 5000 रुपए के ऊपर के दानकर्ताओं को अब धन्यवाद पत्र भी दिया जाएगा. इसके अलावा 1 हजार, 50000 और 100000 दान करने वाले दानदाताओं को उच्च श्रेणी की सुविधाएं मुहैया कराने के साथ सम्मानित भी किया जाएगा.

बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. इनमें प्रसाद के लिए मंदिर प्रशासन अमूल के साथ अनुबंध करने जा रहा है. इसके अलावा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति की तरफ से 3 करोड़ 8 लाख रुपए की मांग की गई है. मंदिर संस्कृत विद्यालयों में निशुल्क भोजन उपलब्ध करवाने के साथ दंडी स्वामियों के भजन और दक्षिणा का भी इंतजाम करेगा.

यह भी पढ़ें : काशी में नई परंपरा शुरू, बाबा विश्वनाथ के दरबार से भेजी गई माता विशालाक्षी के लिए सुहाग की सामग्री

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.