ETV Bharat / bharat

कर्नाटक: डिप्टी सीएम का रामनगर जिले का नाम बदलने का प्रस्ताव, विपक्ष ने लगाए संगीन आरोप - Renaming Of Ramanagara

author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 10, 2024, 3:00 PM IST

Renaming Of Ramanagara: कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने बेंगलुरू से सटे जिले रामनगर का नाम बदलकर बेंगलुरू दक्षिण करने का प्रस्ताव रखा है. जिसपर सीएम सिद्धारमैया ने जल्द जवाब देने का वादा किया है. पढ़ें पूरी खबर...

renaming of Ramanagara
रामनगर जिले का नाम बदलने का सीएम सिद्धारमैया के समक्ष प्रस्ताव (ETV Bharat)

बेंगलुरु: कर्नाटक में रामनगर जिले का नाम बदलने की बात सामने आई है. उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने सीएम सिद्धारमैया को एक पत्र सौंपा है, जिसमें रामनगर जिले का नाम बदलकर बेंगलुरु दक्षिण जिला करने और रामनगर को जिला मुख्यालय घोषित करने की मांग की गई है. सीएम ने इस पर जवाब देने का वादा किया है.

बता दें, डीके शिवकुमार के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल जिसमें रामनगर जिले के प्रभारी मंत्री रामलिंगा रेड्डी, पूर्व सांसद डीके सुरेश, पूर्व विधायक सीएम लिंगप्पा, रामनगर विधायक इकबाल हुसैन शामिल थे, उन्होंने मंगलवार को विधानसभा में सीएम सिद्धारमैया से मुलाकात कर एक पत्र सौंपा.

अनुरोध पत्र में कहा गया कि यह कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले डोड्डाबल्लापुर, नेलमंगला, यलहंका, देवनहल्ली, अनेकल, बेंगलुरु दक्षिण, बेंगलुरु पूर्व, होसाकोटे, रामनगर, मगदी, कनकपुरा और चन्नपट्टना तालुके बेंगलुरु जिले का हिस्सा थे. वर्ष 1986 में डोड्डाबल्लापुर, नेलमंगला, देवनहल्ली, होसाकोटे, चन्नपट्टना, रामनगर, मगदी और कनकपुरा तालुकों को जोड़कर बेंगलुरू ग्रामीण जिला घोषित किया गया. वर्ष 2007 में डोड्डाबल्लापुर को बेंगलुरू ग्रामीण जिले का हिस्सा घोषित किया गया, जिसमें होसाकोटे, नेलमंगला, देवनहल्ली, डोड्डाबल्लापुर शामिल थे और बेंगलुरू ग्रामीण जिला नाम बरकरार रखा गया.

इसी तरह, 2007 में मगदी, कनकपुरा, चन्नपट्टना और रामनगर तालुकों को जोड़कर रामनगर जिला घोषित किया गया और रामनगर को जिला मुख्यालय घोषित किया गया. जिसका उल्लेख अनुरोध पत्र में किया गया है. अब बेंगलुरू शहर की अंतरराष्ट्रीय ख्याति, संप्रभुता और गरिमा रामनगर, मगदी, कनकपुरा, चन्नपट्टना और हरोहल्ली तालुकों को मिलनी चाहिए, यह लोगों की इच्छा है और हमारी सोच भी. इसलिए हम रामनगर, चन्नपटना, मगदी, कनकपुरा और हारोहल्ली तालुकों वाले रामनगर जिले का नाम बदलकर बेंगलुरु दक्षिण जिला करने और रामनगर को इसका जिला मुख्यालय घोषित करने का अनुरोध करते हैं.

कैबिनेट में चर्चा के बाद फैसला
मीडिया से बातचीत में, डीसीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि हमने अपने नेतृत्व में सीएम से मुलाकात की. हम सभी बेंगलुरु से हैं. पहले रामनगर बेंगलुरु जिले का हिस्सा था. बाद में इसे एक अलग जिला बना दिया गया. अब रामनगर की जगह इसका नाम बदलकर बेंगलुरु साउथ जिला करने का अनुरोध किया गया है. सीएम ने भी इस पर सहमति जताई है. मंत्री ने कहा कि कैबिनेट की बैठक में इस बारे में चर्चा होगी. फिर नाम बदला जाएगा. मौजूदा मुख्यालय मगदी, चन्नपटना होगा और हारोहल्ली को दक्षिण (दक्षिण) रेंज में शामिल किया जाएगा.

परमेश्वर की प्रतिक्रिया
गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर ने बुधवार को इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम आने वाले दिनों में तुमकुर को ग्रेटर बेंगलुरु बनाने का प्रस्ताव रखेंगे. हम पहले ही तुमकुर तक मेट्रो ले जाने का प्रस्ताव दे चुके हैं. बजट में भी इसका प्रस्ताव रखा गया है. जब भाजपा के निरानी मंत्री थे, तब भी यह प्रस्ताव रखा गया था कि तुमकुर में दूसरा एयरपोर्ट भी बनाया जाना चाहिए. इसके बाद बेंगलुरु शहर के विकास के आधार पर निर्णय लिया जाएगा . ग्रेटर बेंगलुरु के लिए आवश्यक मापदंडों को पूरा किया जाना चाहिए. अभी नहीं, लेकिन निकट भविष्य में हम यह मांग जरूर करेंगे.

विपक्षी दलों का विरोध: जेडीएस के युवा प्रदेश अध्यक्ष निखिल कुमारस्वामी ने रामनगर जिले का नाम बदलकर बेंगलुरु साउथ जिला करने का विरोध जताया है. मंगलवार को रामनगर में विरोध प्रदर्शन में बोलते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोगों को खुश करने के लिए रामनगर जिले का नाम बदला जा रहा है. मुझे नहीं पता कि पौराणिक रामनगर का नाम हटाकर इसे बेंगलुरु साउथ करने के पीछे कौन सा एजेंडा छिपा है. उन्होंने आलोचना करते हुए कहा कि इस साजिश का एक हिस्सा जिले को रियल एस्टेट डीलरों का अड्डा बनाना भी प्रतीत होता है. रामनगर जिले के ऐतिहासिक स्थल को नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है, जो राजनीतिक रूप से बहुत ऊंचे स्थान पर है.

भाजपा द्वारा विरोध: भाजपा नेताओं ने भी इसका विरोध किया है. भाजपा विधायक डॉ. अश्वथ नारायण ने कहा कि रामनगर में राम का ब्रांड है, बेंगलुरु को ब्रांड की जरूरत नहीं है. रामनगर जिले के नाम परिवर्तन से कोई भी सहमत नहीं है. भाजपा किसी भी कारण से इसकी अनुमति नहीं देती है. भाजपा और जेडी(एस) जिले के नाम परिवर्तन के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे. डीसीएम डीके शिवकुमार और रामनगर नेताओं की टीम द्वारा सीएम सिद्धारमैया को सौंपे गए अनुरोध से कोई भी सहमत नहीं हो सकता.

उन्होंने आलोचना करते हुए आगे कहा कि रामनगर ने बेंगलुरु में शामिल करने का अनुरोध किया है. कोई भी इससे सहमत नहीं हो सकता. नाम परिवर्तन का कारण रियल एस्टेट है. वे (कांग्रेस नेता) जिले के नाम का इस्तेमाल राजनीतिक उद्देश्यों के लिए कर रहे हैं, जबकि उन्होंने उस जिले के लिए कुछ भी नहीं किया है.

ये भी पढ़ें-

बेंगलुरु: कर्नाटक में रामनगर जिले का नाम बदलने की बात सामने आई है. उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने सीएम सिद्धारमैया को एक पत्र सौंपा है, जिसमें रामनगर जिले का नाम बदलकर बेंगलुरु दक्षिण जिला करने और रामनगर को जिला मुख्यालय घोषित करने की मांग की गई है. सीएम ने इस पर जवाब देने का वादा किया है.

बता दें, डीके शिवकुमार के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल जिसमें रामनगर जिले के प्रभारी मंत्री रामलिंगा रेड्डी, पूर्व सांसद डीके सुरेश, पूर्व विधायक सीएम लिंगप्पा, रामनगर विधायक इकबाल हुसैन शामिल थे, उन्होंने मंगलवार को विधानसभा में सीएम सिद्धारमैया से मुलाकात कर एक पत्र सौंपा.

अनुरोध पत्र में कहा गया कि यह कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले डोड्डाबल्लापुर, नेलमंगला, यलहंका, देवनहल्ली, अनेकल, बेंगलुरु दक्षिण, बेंगलुरु पूर्व, होसाकोटे, रामनगर, मगदी, कनकपुरा और चन्नपट्टना तालुके बेंगलुरु जिले का हिस्सा थे. वर्ष 1986 में डोड्डाबल्लापुर, नेलमंगला, देवनहल्ली, होसाकोटे, चन्नपट्टना, रामनगर, मगदी और कनकपुरा तालुकों को जोड़कर बेंगलुरू ग्रामीण जिला घोषित किया गया. वर्ष 2007 में डोड्डाबल्लापुर को बेंगलुरू ग्रामीण जिले का हिस्सा घोषित किया गया, जिसमें होसाकोटे, नेलमंगला, देवनहल्ली, डोड्डाबल्लापुर शामिल थे और बेंगलुरू ग्रामीण जिला नाम बरकरार रखा गया.

इसी तरह, 2007 में मगदी, कनकपुरा, चन्नपट्टना और रामनगर तालुकों को जोड़कर रामनगर जिला घोषित किया गया और रामनगर को जिला मुख्यालय घोषित किया गया. जिसका उल्लेख अनुरोध पत्र में किया गया है. अब बेंगलुरू शहर की अंतरराष्ट्रीय ख्याति, संप्रभुता और गरिमा रामनगर, मगदी, कनकपुरा, चन्नपट्टना और हरोहल्ली तालुकों को मिलनी चाहिए, यह लोगों की इच्छा है और हमारी सोच भी. इसलिए हम रामनगर, चन्नपटना, मगदी, कनकपुरा और हारोहल्ली तालुकों वाले रामनगर जिले का नाम बदलकर बेंगलुरु दक्षिण जिला करने और रामनगर को इसका जिला मुख्यालय घोषित करने का अनुरोध करते हैं.

कैबिनेट में चर्चा के बाद फैसला
मीडिया से बातचीत में, डीसीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि हमने अपने नेतृत्व में सीएम से मुलाकात की. हम सभी बेंगलुरु से हैं. पहले रामनगर बेंगलुरु जिले का हिस्सा था. बाद में इसे एक अलग जिला बना दिया गया. अब रामनगर की जगह इसका नाम बदलकर बेंगलुरु साउथ जिला करने का अनुरोध किया गया है. सीएम ने भी इस पर सहमति जताई है. मंत्री ने कहा कि कैबिनेट की बैठक में इस बारे में चर्चा होगी. फिर नाम बदला जाएगा. मौजूदा मुख्यालय मगदी, चन्नपटना होगा और हारोहल्ली को दक्षिण (दक्षिण) रेंज में शामिल किया जाएगा.

परमेश्वर की प्रतिक्रिया
गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर ने बुधवार को इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम आने वाले दिनों में तुमकुर को ग्रेटर बेंगलुरु बनाने का प्रस्ताव रखेंगे. हम पहले ही तुमकुर तक मेट्रो ले जाने का प्रस्ताव दे चुके हैं. बजट में भी इसका प्रस्ताव रखा गया है. जब भाजपा के निरानी मंत्री थे, तब भी यह प्रस्ताव रखा गया था कि तुमकुर में दूसरा एयरपोर्ट भी बनाया जाना चाहिए. इसके बाद बेंगलुरु शहर के विकास के आधार पर निर्णय लिया जाएगा . ग्रेटर बेंगलुरु के लिए आवश्यक मापदंडों को पूरा किया जाना चाहिए. अभी नहीं, लेकिन निकट भविष्य में हम यह मांग जरूर करेंगे.

विपक्षी दलों का विरोध: जेडीएस के युवा प्रदेश अध्यक्ष निखिल कुमारस्वामी ने रामनगर जिले का नाम बदलकर बेंगलुरु साउथ जिला करने का विरोध जताया है. मंगलवार को रामनगर में विरोध प्रदर्शन में बोलते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोगों को खुश करने के लिए रामनगर जिले का नाम बदला जा रहा है. मुझे नहीं पता कि पौराणिक रामनगर का नाम हटाकर इसे बेंगलुरु साउथ करने के पीछे कौन सा एजेंडा छिपा है. उन्होंने आलोचना करते हुए कहा कि इस साजिश का एक हिस्सा जिले को रियल एस्टेट डीलरों का अड्डा बनाना भी प्रतीत होता है. रामनगर जिले के ऐतिहासिक स्थल को नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है, जो राजनीतिक रूप से बहुत ऊंचे स्थान पर है.

भाजपा द्वारा विरोध: भाजपा नेताओं ने भी इसका विरोध किया है. भाजपा विधायक डॉ. अश्वथ नारायण ने कहा कि रामनगर में राम का ब्रांड है, बेंगलुरु को ब्रांड की जरूरत नहीं है. रामनगर जिले के नाम परिवर्तन से कोई भी सहमत नहीं है. भाजपा किसी भी कारण से इसकी अनुमति नहीं देती है. भाजपा और जेडी(एस) जिले के नाम परिवर्तन के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे. डीसीएम डीके शिवकुमार और रामनगर नेताओं की टीम द्वारा सीएम सिद्धारमैया को सौंपे गए अनुरोध से कोई भी सहमत नहीं हो सकता.

उन्होंने आलोचना करते हुए आगे कहा कि रामनगर ने बेंगलुरु में शामिल करने का अनुरोध किया है. कोई भी इससे सहमत नहीं हो सकता. नाम परिवर्तन का कारण रियल एस्टेट है. वे (कांग्रेस नेता) जिले के नाम का इस्तेमाल राजनीतिक उद्देश्यों के लिए कर रहे हैं, जबकि उन्होंने उस जिले के लिए कुछ भी नहीं किया है.

ये भी पढ़ें-

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.