हुबली (कर्नाटक): केंद्र की 'मोदी गारंटी योजना' के बारे में झूठी अफवाहों के बाद सोमवार को शहर में डाकघरों के सामने महिलाओं की एक बड़ी कतार लग गई, जिसमें कथित तौर पर सभी महिलाओं के बचत बैंक (एसबी) खातों में 3,000 रुपये जमा करने का वादा किया गया था. सुबह आठ बजे से ही महिलाएं शहर भर के विभिन्न डाकघरों के बाहर कतार में खड़ी देखी गईं. चिलचिलाती धूप के बावजूद लोग धैर्यपूर्वक अपने एसबी खाते खोलने का इंतजार करते रहे.
कतारें इतनी लंबी थी कि स्टेशन रोड से लेकर प्रधान डाकघर जैसे प्रमुख डाकघरों के साथ-साथ पुरानी हुबली, गिरनी चॉल, उद्यम नगर, नवानगर, ट्रैफिक आइलैंड और अन्य क्षेत्रों में अन्य शाखाओं के सामने फैली हुई थीं. डाकघर के कर्मचारियों द्वारा बार-बार समझाने के बावजूद कि एसबी खातों में 3,000 रुपये जमा करने वाली ऐसी कोई 'मोदी गारंटी' योजना नहीं है, वे महिलाओं की बड़ी भीड़ को समझाने में विफल रहे. महिलाओं ने जोर देकर कहा कि कर्मचारी झूठ बोल रहे हैं, और हमें एक खाता खोलना ही होगा.
बता दें, कतार में खड़ी एक महिला ने कहा कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मोदी गारंटी' योजना की घोषणा की थी, जिसमें आश्वासन दिया गया कि केंद्र सरकार सभी महिलाओं के एसबी खातों में त्रैमासिक 3,000 रुपये जमा करेगी. इसलिए, हम धन प्राप्त करने के लिए एक एसबी खाता खोलने के लिए कतार में खड़े हैं. लाईन में खड़ी एक अन्य महिला ने कहा कि उनके पड़ोसियों ने उन्हें 'मोदी गारंटी' धन प्राप्त करने के लिए पहले ही एक एसबी खाता खोलने की सलाह दी थी. पर मैंने ध्यान नहीं दिया. महिला ने कहा कि उनके पड़ोसियों ने पहले ही अपने खाते खोल लिए हैं.
वहीं, प्रधान डाकघर के वरिष्ठ पोस्टमास्टर एम कुमारस्वामी ने कहा कि कुछ शरारती तत्वों ने 'मोदी गारंटी' योजना के बारे में फर्जी खबर फैलाई है, जिसमें दावा किया गया है कि महिलाओं के एसबी खातों में पैसा जमा किया जाएगा. डाकघरों और नोटिस बोर्डों पर लगाए गए नोटिसों के माध्यम से जनता को सूचित करने और सावधान करने के प्रयासों के बावजूद, कुमारस्वामी ने चिंता व्यक्त की कि कई महिलाएं अभी भी अफवाहों से प्रभावित हैं और उनकी सलाह पर ध्यान नहीं दे रही हैं.