चित्रदुर्ग: कर्नाटक स्थित चित्रदुर्ग जिले के भारमसागर गांव के सरकारी अस्पताल में एक शख्स का फेक ऑपरेशन प्री-वेडिंग शूट के तहत किया गया. ये वीडियो लीक हो गया और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वीडियो वायरल होने के बाद डॉक्टर जोड़े की व्यापक आलोचना हुई.
जल्द ही इसकी जानकारी जिला कलेक्टर टी वेंकटेश को हुई, जिन्होंने डॉ. अभिषेक को बर्खास्त करने का आदेश जारी कर दिया है. वह अस्पताल में संविदा चिकित्सक के रूप में कार्यरत थे और आपत्तिजनक व्यवहार तथा कर्तव्य में लापरवाही के कारण उन्हें तत्काल सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, डॉक्टर अभिषेक की जल्द ही शादी होने वाली थी. वीडियो में उन्होंने ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर की भूमिका निभाई है और इसमें उनकी होने वाली पत्नी उनकी मदद कर रही हैं. वीडियो के अंत में, कुछ सेकंड का एक हिस्सा है जिसमें मरीज को वहां लेटे हुए और बैठे हुए दिखाया गया है जैसे कि उसका कोई ऑपरेशन हुआ हो.
इस घटना के संबंध में चित्रदुर्ग डीएचओ डॉ. रेनू प्रसाद ने कहा कि संबंधित डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की गई है, जो अनुबंध के आधार पर एनएचएम में चिकित्सा अधिकारी के रूप में नियुक्त थे. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन थिएटर कुछ महीनों के लिए बंद था. लेकिन डॉक्टर ने उसी थिएटर में प्री-वेडिंग शूट किया. ओटी का दुरुपयोग किया गया है. हमने भरमसागर अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी को नोटिस दिया है. हम जांच करेंगे और उचित कार्रवाई करेंगे.
पीटीआई के मुताबिक, इस मामले में कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री की भी प्रतिक्रिया आयी है. कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर कहा कि चित्रदुर्ग के भारमसागर सरकारी अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर में विवाह पूर्व फोटो शूट कराने वाले चिकित्सक को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है.
उन्होंने कहा कि मैं पहले ही संबंधित चिकित्सकों और कर्मचारियों को सावधान रहने का निर्देश दे चुका हूं ताकि सरकारी अस्पतालों में इस तरह का दुर्व्यवहार न हो. मंत्री ने कहा कि सभी को यह याद रखना चाहिए सरकार ऐसी चिकित्सा सुविधाएं आम लोगों के स्वास्थ्य के देखभाल के लिए प्रदान करती है.