कोलकाता: पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में कंचनजंगा एक्सप्रेस-मालगाड़ी की टक्कर में मरने वालों की संख्या बढ़कर 10 हो गई. अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा कि, ट्रेन सियालदह लौट आई है. वहीं, ट्रेन का परिचालन भी सामान्य हो गया है. कंचनजंगा एक्सप्रेस हादसे में घायल एक यात्री, जिसका इलाज उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल चल रहा था, उसकी मौत की पुष्टि हुई है. पश्चिम बंगाल प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी जानकारी दी.
इससे पहले, सोमवार को 9 शव बरामद किए गए थे, जिनमें मालगाड़ी के लोको-पायलट, कंचनजंगा एक्सप्रेस के गार्ड और टक्कर से प्रभावित दो डिब्बों में यात्रा कर रहे सात यात्री शामिल थे. रेलवे अधिकारियों ने कहा कि अब तक 10 मृतकों में से सात की पहचान हो गई है. पहचाने गए लोगों में कंचनजंगा एक्सप्रेस के गार्ड आशीष डे (47) और मालगाड़ी के लोको-पायलट अनिल कुमार (46) शामिल हैं. इसके अलवा पहचान किए गए लोगों में सुभाजीत माली (32), सेलेब सुब्बा (36), ब्यूटी बेगम (41), शंकर मोहन दास (63) और विजय कुमार राज के नाम शामिल हैं. सुब्बा पश्चिम बंगाल पुलिस में सब-इंस्पेक्टर हैं. अन्य तीन मृतकों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं.
रेलवे अधिकारियों ने कहा कि हादसे में ज्यादा लोगों की जान जा सकती थी. कंचनजंगा एक्सप्रेस के पिछले हिस्से में पार्सल कोच और गार्ड का कोच था, जबकि आगे के यात्री डिब्बों पर कम असर पड़ा. भारतीय रेलवे ने कहा है कि मार्ग पर ट्रेनों की आवाजाही बहाल कर दी गई है. दुर्घटना के बाद कम से कम 37 ट्रेनों को या तो रद्द कर दिया गया या मार्ग बदल दिया गया. दुर्घटना प्रभावित कंचनजंगा एक्सप्रेस मंगलवार को सुबह 3.20 बजे यात्रियों को लेकर जब सियालदह स्टेशन पर पहुंची तो वहां राज्य के नगर निगम मामलों और शहरी विकास मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम, राज्य के परिवहन मंत्री स्नेहाशीष चक्रवर्ती, सियालदह के डिवीजनल महाप्रबंधक और रेलवे विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने यात्रियों का स्वागत किया. बता दें कि, यात्रियों के लिए स्टेशन पर ही भोजन और पीने का पानी का बंदोबस्त किया गया.
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