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बंगाल 'राशन घोटाला' मामले में गिरफ्तार ज्योतिप्रिय मलिक को मंत्री पद से हटाया गया - ज्योतिप्रिय मलिक मंत्री पद हटाया

Jyotipriya Mallick removed from ministers post: पश्चिम बंगाल में राशन वितरण घोटाला मामले में आरोपी जेल में बंद ज्योतिप्रिय मलिक को मंत्री पद से मुक्त कर दिया गया है.

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बंगाल 'राशन घोटाला' मामले में गिरफ्तार ज्योतिप्रिय मलिक को मंत्री पद से हटाया गया
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By PTI

Published : Feb 17, 2024, 10:37 AM IST

Updated : Feb 17, 2024, 11:12 AM IST

कोलकाता: पश्चिम बंगाल सरकार ने करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाला मामले में संलिप्तता के आरोप में जेल में बंद ज्योतिप्रिय मलिक को वन मंत्री के पद से हटाकर यह विभाग बीरबाहा हांसदा को सौंप दिया है. हांसदा वन एवं स्वयं सहायता-स्वरोजगार समूह (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि मलिक का एक अन्य विभाग सार्वजनिक उद्यम एवं औद्योगिक पुनर्निर्माण ,पार्थ भौमिक को सौंपा गया है. भौमिक सिंचाई एवं जलमार्ग विभाग के प्रभारी मंत्री हैं.

अधिकारी ने बताया कि यह फैसला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सलाह के मुताबिक लिया गया है. राजभवन से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने संविधान के अनुच्छेद 166(3) के तहत अपनी शक्तियों का उपयोग करते हुए मलिक को तत्काल प्रभाव से मंत्री के रूप में उनके कर्तव्यों से मुक्त कर दिया. पिछले साल अक्टूबर में, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित घोटाला मामले में धनशोधन निवारण अधिनियम के तहत मलिक को गिरफ्तार किया था.

उल्लेखनीय है कि मलिक के पास पहले खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग का प्रभार भी था. कहा जा रहा है कि कोरोना के दौरान राशन वितरण में बड़े पैमाने पर धांधली हुई. उस समय खाद्य मंत्री मलिक ही था. इसी से जुड़े मामले में बिजनेसमैन बकीबुर रहमान को भी गिरफ्तार किया गया था. उसके घर से छापेमारी के दौरान 100 से धिक सरकारी दफ्तरों की मोहरे लगे दस्तावेज मिले थे.

ये भी पढ़ें- पश्चिम बंगाल: राशन घोटाला केस में गिरफ्तार किए गए मंत्री मलिक का स्वास्थ्य और बिगड़ा

कोलकाता: पश्चिम बंगाल सरकार ने करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाला मामले में संलिप्तता के आरोप में जेल में बंद ज्योतिप्रिय मलिक को वन मंत्री के पद से हटाकर यह विभाग बीरबाहा हांसदा को सौंप दिया है. हांसदा वन एवं स्वयं सहायता-स्वरोजगार समूह (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि मलिक का एक अन्य विभाग सार्वजनिक उद्यम एवं औद्योगिक पुनर्निर्माण ,पार्थ भौमिक को सौंपा गया है. भौमिक सिंचाई एवं जलमार्ग विभाग के प्रभारी मंत्री हैं.

अधिकारी ने बताया कि यह फैसला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सलाह के मुताबिक लिया गया है. राजभवन से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने संविधान के अनुच्छेद 166(3) के तहत अपनी शक्तियों का उपयोग करते हुए मलिक को तत्काल प्रभाव से मंत्री के रूप में उनके कर्तव्यों से मुक्त कर दिया. पिछले साल अक्टूबर में, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित घोटाला मामले में धनशोधन निवारण अधिनियम के तहत मलिक को गिरफ्तार किया था.

उल्लेखनीय है कि मलिक के पास पहले खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग का प्रभार भी था. कहा जा रहा है कि कोरोना के दौरान राशन वितरण में बड़े पैमाने पर धांधली हुई. उस समय खाद्य मंत्री मलिक ही था. इसी से जुड़े मामले में बिजनेसमैन बकीबुर रहमान को भी गिरफ्तार किया गया था. उसके घर से छापेमारी के दौरान 100 से धिक सरकारी दफ्तरों की मोहरे लगे दस्तावेज मिले थे.

ये भी पढ़ें- पश्चिम बंगाल: राशन घोटाला केस में गिरफ्तार किए गए मंत्री मलिक का स्वास्थ्य और बिगड़ा
Last Updated : Feb 17, 2024, 11:12 AM IST
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