कोटा. जॉइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी (JoSAA Counselling 2024) की काउंसलिंग का राउंड 1 सीट का परिणाम गुरुवार को जारी किया गया है. इस रिजल्ट में कंप्यूटर साइंस आवंटित होते ही कैंडिडेट के चेहरे खिल उठे. कुछ कैंडिडेट को कंप्यूटर साइंस नहीं मिलने का मलाल जरूर है, लेकिन मैथ्स एंड कंप्यूटिंग मिलने का संतोष भी है. एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि 697 रैंक लाने वाले कैंडिडेट राजस्थान के जयपुर के प्रणय शुक्ला को आईआईटी बीएचयू में कंप्यूटर साइंस मिली है. प्रणय अब फ्लोट ऑप्शन का उपयोग कर अपग्रेड करना चाहता है, लेकिन उसे आईआईटी बीएचयू में कंप्यूटर साइंस मिलने की अपार खुशी भी है.
सीट से संतुष्ट हैं या असंतुष्ट, यह करें : देव शर्मा ने बताया कि जोसा काउंसलिंग प्रक्रिया में राउंड-1 का परिणाम जरूरी होता है, क्योंकि इस स्थिति में कैंडिडेट को काउंसलिंग संबंधी कई फैसले लेने होते हैं. राउंड 1 में सीट आवंटित होने पर कैंडिडेट को सावधानी बरतनी होगी. कैंडिडेट राउंड 1 से आवंटित सीट से संतुष्ट हों या असंतुष्ट, दोनों ही परिस्थितियों में उन्हें ऑनलाइन रिपोर्टिंग प्रक्रिया पूरी करनी होगी. ऐसा नहीं करने पर वे काउंसलिंग के आगामी सभी राउंड्स में शामिल होने की पात्रता खो देंगे और काउंसलिंग प्रक्रिया से बाहर हो जाएंगे. मनचाही सीट आवंटित नहीं होने पर कई बार कैंडिडेट ऑनलाइन रिपोर्टिंग प्रक्रिया पूरी नहीं करने की गलती कर बैठते हैं और फिर इसका बड़ा खामियाजा भुगतते हैं.
राउंड-1 में सीट आवंटित होने पर कैंडिडेट को ऑनलाइन पूरे करने होंगे चार चरण
- पहला : आवंटित सीट असेप्ट करें व आवश्यकतानुसार फ्लोट, फ्रिज व स्लाइड ऑप्शन का उपयोग करें.
- द्वितीय: संबंधित आवश्यक दस्तावेज अपलोड.
- तृतीय: सीट असेप्टेंस फीस डिपॉजिट दिया जाएगा, ये कैंडिडेट आगामी काउंसलिंग चरणों में शामिल होने की पात्रता भी खो देगा.
- चतुर्थ: डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन ऑफिसर के प्रश्नों का जवाब दें.
ऑनलाइन रिपोर्टिंग का एक भी चरण यदि अधूरा रह जाता है तो आवंटित सीट निरस्त कर दी जाएगी. सीट असेप्टेंस फीस तय समय सीमा में डिपाजिट नहीं करने पर कैंडिडेट का आवंटन निरस्त होगा. साथ ही कैंडिडेट काउंसलिंग चरणों में भाग लेने की पात्रता भी खो देगा.
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इस तरह से समझे फ्रीज, फ्लोट व स्लाइड ऑप्शन :
- कैंडिडेट आवंटित सीट से संतुष्ट है तो उसे 'फ्रीज' ऑप्शन का उपयोग करना होगा. 'फ्रीज' ऑप्शन के उपयोग से कैंडिडेट अन्य शर्तें पूरी करने पर संबंधित संस्थान की संबंधित ब्रांच में प्रवेश का पात्र हो जाएगा. अब वह सीट आवंटन के अन्य चरणों में भाग नहीं ले पाएगा.
- आवंटित सीट से असंतुष्ट हैं तो वह 'फ्लोट' ऑप्शन का उपयोग करें. 'फ्लोट' ऑप्शन से विद्यार्थी आगामी चरणों में चॉइस फिलिंग के प्रायोरिटी ऑर्डर में अपवर्ड मूवमेंट का पात्र होगा. यदि काउंसलिंग के आगामी राउंड्स में अपवर्ड मूवमेंट संभव नहीं होता है तो भी कैंडिडेट को आवंटित सीट सुरक्षित ही रहेगी.
- आवंटित संस्थान से संतुष्ट हैं, लेकिन आवंटित ब्रांच से असंतुष्ट होने पर विद्यार्थियों को स्लाइड ऑप्शन का उपयोग करना होगा. स्लाइड ऑप्शन के उपयोग से कैंडिडेट को आगामी काउंसलिंग राउंड्स में आवंटित संस्थान में ही अपवर्ड मूवमेंट का मौका मिलेगा. इस स्थिति में भी कैंडिडेट को आवंटित सीट सुरक्षित ही रहेगी. देव शर्मा ने बताया कि कैंडिडेट डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन ऑफिसर के प्रश्नों का जवाब तय समय सीमा में अवश्य दें. ऐसा न करने पर भी उनका सीट आवंटन निरस्त कर दिया जाएगा.