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JNU में स्टूडेंट यूनियन की भूख हड़ताल खत्म, कहा- संघर्ष जारी रहेगा, जेएनयू प्रशासन ने अधिकतर मांगें माने जाने का दिया आश्वासन - JNU Students Hunger Strike End

जेएनयू में स्टूडेंट यूनियन की 16 दिन से जारी भूख हड़ताल खत्म हो गई है. जेएनयूएसयू ने हड़ताल खत्म करने की घोषणा करते हुए कहा कि हालांकि, हमारा संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है. विरोध का तरीका बदल गया है, लेकिन हमारी मांगों के लिए लड़ाई नए सिरे से दृढ़ संकल्प के साथ जारी है.

जेएनयू छात्रसंघ ने खत्म की भूख हड़ताल
जेएनयू छात्रसंघ ने खत्म की भूख हड़ताल (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Aug 27, 2024, 8:49 AM IST

Updated : Aug 27, 2024, 9:03 AM IST

नई दिल्ली: 16 दिनों की भूख हड़ताल के बाद जेएनयू प्रशासन ने छात्र संघ की कई प्रमुख मांगों पर सहमति जताई है और अन्य पर भी आश्वासन दिया है. भूख हड़ताल करने वालों की बिगड़ती सेहत के कारण, जेएनयू छात्रसंघ (जेएनयूएसयू) ने भूख हड़ताल खत्म करने का फैसला किया है.

जेएनयूएसयू ने हड़ताल खत्म करने की घोषणा करते हुए कहा कि हालांकि, हमारा संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है. विरोध का तरीका बदल गया है, लेकिन हमारी मांगों के लिए लड़ाई नए सिरे से दृढ़ संकल्प के साथ जारी है.

इन बातों पर सहमति
सोमवार देर रात एआईसीसीटीयू की कॉमरेड उर्मिला, जेएनयू शिक्षक संघ (जेएनयूटीए) के सचिव प्रोफेसर सैयद अख्तर हुसैन और जेएनयू के अन्य प्रोफेसरों ने एकजुटता दिखाई. प्रशासन ने अतिरिक्त धनराशि मिलने पर मेरिट-कम-मीन्स (एमसीएम) छात्रवृत्ति बढ़ाने और स्कूल ऑफ एजुकेशन (एसओई) और मैनेजमेंट स्टडीज के छात्रों को छात्रवृत्ति देने का भी वादा किया है. प्रशासन ने इसके लिए धनराशि बढ़ाने के लिए यूजीसी को पत्र भेजा है. साथ ही, जातिगत जनगणना कराने पर भी सहमति जताई है.

उन्होंने 15 दिनों के भीतर छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों का श्रेणीवार डेटा जारी करने और सितंबर की शुरुआत में अनुसूचित जाति और लिंग संवेदीकरण कार्यक्रम आयोजित करने का भी वादा किया है. जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष धनंजय ने कहा कि रेक्टर ने अगले प्रवेश सत्र से जेएनयू प्रवेश परीक्षा (जेएनयूईई) के लिए व्यवस्था लागू करने का मौखिक आश्वासन भी दिया. इसके अतिरिक्त, प्रशासन ने अगली अकादमिक परिषद की बैठक में वाइवा वेटेज को कम करने के लिए नफी समिति की सिफारिश को पेश करने पर सहमति व्यक्त की है.

पीएसआर गेट अब सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहेगा, हालांकि हम इसे 24 घंटे खुला रखने के लिए दबाव डाल रहे हैं. नियमित छात्र संकाय समिति (एसएफसी) के चुनाव अकादमिक कैलेंडर के अनुसार होंगे. हमारे विरोध के जवाब में, प्रशासन ने पिछले विरोध प्रदर्शनों में झूठे रूप से फंसाए गए छात्रों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई को खत्म करने पर भी सहमति व्यक्त की है. उन्होंने पीएचडी फेलोशिप निरंतरता फॉर्म जमा करने की अवधि को मासिक से बढ़ाकर हर तीन महीने करने पर भी सहमति व्यक्त की. जेएनयूएसयू अपने संकल्प पर अडिग है. हालांकि, भूख हड़ताल समाप्त हो गई है, लेकिन हमारा विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक हमारी सभी मांगें पूरी नहीं हो जातीं.

ये भी पढ़ेंः JNU की UG और COP कोर्सेज में दाखिले की अंतिम तिथि कल, जानें फिर कब मिलेगा मौका

ये भी पढ़ेंः JNU के शिक्षक संघ ने कुलपति के खिलाफ खोला मोर्चा, शुरू की भूख हड़ताल, जानिए- क्या हैं मांगें

नई दिल्ली: 16 दिनों की भूख हड़ताल के बाद जेएनयू प्रशासन ने छात्र संघ की कई प्रमुख मांगों पर सहमति जताई है और अन्य पर भी आश्वासन दिया है. भूख हड़ताल करने वालों की बिगड़ती सेहत के कारण, जेएनयू छात्रसंघ (जेएनयूएसयू) ने भूख हड़ताल खत्म करने का फैसला किया है.

जेएनयूएसयू ने हड़ताल खत्म करने की घोषणा करते हुए कहा कि हालांकि, हमारा संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है. विरोध का तरीका बदल गया है, लेकिन हमारी मांगों के लिए लड़ाई नए सिरे से दृढ़ संकल्प के साथ जारी है.

इन बातों पर सहमति
सोमवार देर रात एआईसीसीटीयू की कॉमरेड उर्मिला, जेएनयू शिक्षक संघ (जेएनयूटीए) के सचिव प्रोफेसर सैयद अख्तर हुसैन और जेएनयू के अन्य प्रोफेसरों ने एकजुटता दिखाई. प्रशासन ने अतिरिक्त धनराशि मिलने पर मेरिट-कम-मीन्स (एमसीएम) छात्रवृत्ति बढ़ाने और स्कूल ऑफ एजुकेशन (एसओई) और मैनेजमेंट स्टडीज के छात्रों को छात्रवृत्ति देने का भी वादा किया है. प्रशासन ने इसके लिए धनराशि बढ़ाने के लिए यूजीसी को पत्र भेजा है. साथ ही, जातिगत जनगणना कराने पर भी सहमति जताई है.

उन्होंने 15 दिनों के भीतर छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों का श्रेणीवार डेटा जारी करने और सितंबर की शुरुआत में अनुसूचित जाति और लिंग संवेदीकरण कार्यक्रम आयोजित करने का भी वादा किया है. जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष धनंजय ने कहा कि रेक्टर ने अगले प्रवेश सत्र से जेएनयू प्रवेश परीक्षा (जेएनयूईई) के लिए व्यवस्था लागू करने का मौखिक आश्वासन भी दिया. इसके अतिरिक्त, प्रशासन ने अगली अकादमिक परिषद की बैठक में वाइवा वेटेज को कम करने के लिए नफी समिति की सिफारिश को पेश करने पर सहमति व्यक्त की है.

पीएसआर गेट अब सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहेगा, हालांकि हम इसे 24 घंटे खुला रखने के लिए दबाव डाल रहे हैं. नियमित छात्र संकाय समिति (एसएफसी) के चुनाव अकादमिक कैलेंडर के अनुसार होंगे. हमारे विरोध के जवाब में, प्रशासन ने पिछले विरोध प्रदर्शनों में झूठे रूप से फंसाए गए छात्रों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई को खत्म करने पर भी सहमति व्यक्त की है. उन्होंने पीएचडी फेलोशिप निरंतरता फॉर्म जमा करने की अवधि को मासिक से बढ़ाकर हर तीन महीने करने पर भी सहमति व्यक्त की. जेएनयूएसयू अपने संकल्प पर अडिग है. हालांकि, भूख हड़ताल समाप्त हो गई है, लेकिन हमारा विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक हमारी सभी मांगें पूरी नहीं हो जातीं.

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Last Updated : Aug 27, 2024, 9:03 AM IST
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