जम्मू: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के मारवाह वारवान इलाके में लगी भीषण आग ने करीब 70 घरों को तबाह कर दिया, जिससे 300 से ज्यादा लोग बेघर हो गए और उन्हें खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर होना पड़ा. यह घटना सोमवार को हुई जब एक घर में आग लग गई और अनंतनाग जिले से फायर ब्रिगेड के देरी से पहुंचने के कारण गांव के करीब 70 घर जलकर राख हो गए. प्रभावित परिवार अब अपना जीवन फिर से शुरू करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
इसी के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी विधायक इंदरवाल प्यारे लाल शर्मा के साथ इलाके का दौरा किया और आग पीड़ितों से मुलाकात की. सीएम ने प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया.
इस दौरान उमर अब्दुल्ला ने गहरी चिंता व्यक्त की और पीड़ितों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा. मीडिया से बात करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा, "यहां के लोगों तक पहुंचना और उन्हें यह महसूस कराना हमारी जिम्मेदारी है कि वे इस मुश्किल समय में अकेले नहीं हैं. उनकी मदद करना हमारा कर्तव्य है." सरकार और प्रशासन द्वारा शुरुआती राहत प्रदान करने के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने प्रदान की जाने वाली राहत राशि में वृद्धि की भी घोषणा की.
I’ll be travelling to Warwan, Kishtwar today to meet the families whose lives have been turned upside down by this devastating fire. https://t.co/7jf1NcjJUq
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) October 17, 2024
इससे पहले मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एक्स पर पोस्ट कर कहा,'मैं आज किश्तवाड़ के मलवारवान जाकर उन परिवारों से मिलूंगा, जिनका जीवन इस विनाशकारी आग से बर्बाद हो गया है.' मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद उमर अब्दुल्ला का किसी क्षेत्र का यह पहला दौरा होगा.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के एक प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला किश्तवाड़ के मारवाह के सुदूर इलाके में एक मस्जिद सहित सत्तर से अधिक घरों के नष्ट हो जाने वाली विनाशकारी आग की घटना को लेकर दुखी हैं.
किश्तवाड़ जिले के मलवारवान गांव में सोमवार को भीषण आग लग गई. इसमें करीब 70 रिहायशी घर और करीब 30 गौशालाएं जलकर खाक हो गई. स्थानीय लोगों ने ईटीवी भारत को बताया कि पुलिस कर्मियों और स्थानीय स्वयंसेवकों ने तेजी से फैल रही आग पर काबू पाने के लिए मिलकर काम किया, लेकिन समय रहते आग पर काबू नहीं पाया जा सका.
किश्तवाड़ के डिप्टी कमिश्नर राजेश कुमार शवन ने रेड क्रॉस राहत के तहत प्रभावित परिवारों को 5 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की. इंदरवाल के विधायक प्यारे लाल शर्मा ने अग्नि पीड़ितों के राहत और पुनर्वास के लिए 47 लाख रुपए प्रदान किए.