नई दिल्ली/म्यूनिख : विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को महत्वपूर्ण द्विपक्षीय मुद्दों के साथ-साथ पश्चिम एशिया, यूक्रेन और हिंद-प्रशांत की स्थिति पर ध्यान केंद्रित करते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ बातचीत की. यह बैठक म्यूनिख में एक सुरक्षा सम्मेलन से इतर हुई.
जयशंकर ने यूरोपीय संघ के विदेश मामलों और सुरक्षा नीति के उच्च प्रतिनिधि जोसेप बोरेल फॉन्टेल्स, ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड कैमरन और बुल्गारियाई विदेश मंत्री मारिया गेब्रियल के साथ भी अलग-अलग बैठकें कीं.
जयशंकर ने 'एक्स' पर कहा, 'आज दोपहर एमएससी (म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन) 2024 के मौके पर अपने मित्र अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन से मिलकर बहुत अच्छा लगा. हमारी बातचीत पश्चिम एशिया, यूक्रेन और हिंद-प्रशांत की स्थिति पर केंद्रित रही. हमारे द्विपक्षीय संबंधों में निरंतर प्रगति की समीक्षा की गई.'
समझा जाता है कि जयशंकर और ब्लिंकन ने भारत-अमेरिका रणनीतिक संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया. दो सप्ताह से अधिक समय पहले, बाइडेन प्रशासन ने भारत को 31 एमक्यू-9बी प्रीडेटर ड्रोन की प्रस्तावित आपूर्ति के संबंध में अमेरिकी कांग्रेस को सूचित किया था.
बैठक के बाद, ब्लिंकन ने जयशंकर के साथ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, 'अमेरिका और भारत के बीच हमारी असाधारण साझेदारी है जो हाल के वर्षों में और मजबूत हुई है, पहले से कहीं अधिक मजबूत हुई है तथा यह हमारे लिए दुनिया में सबसे अधिक परिणाम देने वाले रिश्तों में से एक है.'
वहीं, जयशंकर ने कहा कि आज यह महत्वपूर्ण है कि बहुत जटिल मुद्दों का समाधान प्रभावी ढंग से संबोधित किया जाए. ब्लिंकन ने कहा कि दोनों देश कई महत्वपूर्ण प्राथमिकताओं पर 'मिलकर काम कर रहे हैं' जो 'भारत और अमेरिका के लोगों के जीवन में बदलाव ला रहे हैं' उन्होंने इसे पारस्परिक समृद्धि और लोकतंत्र को आगे बढ़ाने के रूप में सूचीबद्ध किया.