राजनांदगांव: जैन धर्म के मुनि विद्यासागर जी महाराज का 18 फरवरी को निधन हुआ. उन्होंने विधिवत सल्लेखना धारण की उसके बाद विद्यासागर जी महाराज का चंद्रगिरी पर्वत पर अंतिम संस्कार किया गया. 25 फरवरी से डोंगरगढ़ के चंद्रगिरी पर्वत पर आचार्य विद्यासागर जी महाराज के सम्मान में विनयांजलि सभा का आयोजन किया जा रहा है. विनयांजलि के लिए चंद्रगिरी तीर्थ पर्वत पर तैयारियां की जा रही है.
25 फरवरी को विद्यासागर महाराज की विनयांजलि: 25 फरवरी को आचार्य मुनि श्री विद्यासागर जी महाराज की विनयांजलि सभा आयोजित की गई है. इस विशेष आयोजन में जैन मुनि आचार्य श्री समय सागर जी महाराज मौजूद रहेंगे. जैन धर्म के कई उपासक और गुरु भी इस विनयांजलि सभा का हिस्सा बनेंगे. हजारों की संख्या में जैन धर्म के उपासक और श्रद्धालु दूर दूर से चंद्रगिरी तीर्थ में पहुंच रहे हैं और विद्यासागर जी महाराज के अस्थि कलश और समाधि स्थल का दर्शन कर रहे हैं. 25 फरवरी को दोपहर 1.30 बजे से विनयांजलि सभा शुरू होगी. इस सभा में आचार्य विद्यासागर जी महाराज को याद किया जाएगा और उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी.
आचार्य समय सागर जी महाराज को माना जा रहा उत्तराधिकारी: आचार्य मुनि श्री विद्यासागर जी महाराज के उत्ताराधिकारी के तौर पर जैन मुनि श्री समय सागर जी महाराज इस सभा में रहेंगे. समय सागर महाराज ने डोंगरगढ़ के चंद्रगिरी पर्वत पर पहुंचकर आचार्य विद्यासागर जी महाराज को नमन किया और उनके अस्थि कलश के दर्शन किए. उसके बाद से लगातार कई जैन मुनि डोंगरगढ़ के चंद्रगिरी पर्वत पर पहुंच रहे हैं.
कई देशों से पहुंच रहे जैन धर्म को मानने वाले: कई देशों सें चंद्रगिरी पर्वत पर जैन धर्म के अनुयायी पहुंच रहे हैं और विद्यासागर जी महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं. भारत के अलग अलग हिस्सों से भी जैन धर्म को मानने वाले लोग पहुंच रहे हैं और विद्यासागर जी महाराज को नमन कर रहे हैं. डोंगरगढ़ के चंद्रगिरी पर्वत पर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है. तीर्थ यात्रियों के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं जो 25 फरवरी से यहां मौजूद रहेंगे.