तिरुवनंतपुरम: कांग्रेस की सहयोगी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) के राज्य महासचिव पीएमए सलाम ने कहा है कि महिला और पुरुष समान नहीं हैं और जो कोई भी ऐसा दावा करता है. वह 'अपनी आंखें बंद करके इसे अंधकारमय बना रहा है'. उन्होंने यह बयान हाल में मलप्पुरम में पत्रकारों से बात करते हुए दिया था.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक उनके बयान के दृश्य बुधवार को टीवी चैनलों पर प्रसारित किए गए. माना जा रहा है कि उनका यह बयान राजनीतिक रूप से यूडीएफ विपक्ष के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है. बता दें कि अपने तर्क के समर्थन में एक उदाहरण देते हुए आईयूएमएल नेता ने कहा कि ओलंपिक में महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग कैटेगरीज थीं.
'अपनी आंखें बंद करके अंधेरा कर देना.'
उन्होंने कहा, "क्या हम कह सकते हैं कि पुरुष और महिला हर मामले में समान हैं? क्या दुनिया ने इसे स्वीकार किया है? यह कहना कि वे समान हैं, ऐसा है जैसे अपनी आंखें बंद करके अंधेरा कर देना." सलाम ने कहा कि आईयूएमएल महिलाओं और पुरुषों के लिए समानता और लैंगिक न्याय का समर्थन करती है, न कि लैंगिक समानता का.
इस्लामी घर्म गुरू ने की थी टिप्पणी
इससे पहले महिलाओं से जुड़ा एक ऐसा ही विवादित बयान पिछले सप्ताह केरल के एक प्रमुख इस्लामी घर्म गुरू ने सार्वजनिक स्थानों पर पुरुषों और महिलाओं दोनों के साथ कसरत करने के संबंध में दिया था.
केरल के जेम-इय्याथुल उलमा के कंथापुरम महासचिव एपी अबूबकर मुसलियार ने कहा कि इस तरह की प्रथाएं महिलाओं की मॉडिसटी के साथ समझौता कर सकती हैं. उन्होंने वह जाहिर तौर पर मल्टी-एक्सरसाइज कॉम्बिनेशन का जिक्र कर रहे थे, जो राज्य के उत्तरी जिलों में लोकप्रिय कसरत की दिनचर्या है.
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