अलीगढ़: आतंकी संगठन IS के भारत प्रमुख हरीश फारूकी का अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से कनेक्शन सामने आया है. हरीश फारूकी को बुधवार को असम पुलिस ने बांग्लादेश सीमा के पास से धुबरी जिले से अनुराग सिंह उर्फ रेहान से साथ गिरफ्तार किया था. हरीश फारूकी IS के मकसद को आगे बढ़ा रहा था. हरीश अलीगढ़ मॉड्यूल को तैयार किया था.
युवाओं को जिहादी विचारधारा की तरफ ले जा रहा था
हरीश अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में स्टूडेंट ऑफ एएमयू के नाम से संगठन बनाया था. एएमयू के छात्रों को व्हाट्सएप ग्रुप से भी जोड़ा था. हरीश व्हाट्सएप ग्रुप को लीड कर रहा था. हरीश के इशारे पर ही IS का नेटवर्क तैयार किया जा रहा था. इस नेटवर्क में ज्यादा से ज्यादा मुस्लिम युवाओं को जोड़ा जा रहा था. प्लानिंग के तहत युवाओं को IS के मकसद से तैयार किया जा रहा था. हरीश युवाओं को जिहादी विचारधारा की तरफ ले जा रहा था. युवाओं को जिहाद के लिए प्रेरित कर रहा था. वहीं इसको लेकर यूपी एटीएस, दिल्ली पुलिस और एनआईए जैसी एजेंसी जांच कर रही है. साथ ही जांच एजेंसियां उनके नेटवर्क को खंगाल रही है. आने वाले दिनों में इस मामले में और भी गिरफ्तारी हो सकती हैं. जांच एजेंसियां IS के लिए काम करने वाले स्लिपर सेल के बारे में भी जानकारी हासिल कर रही हैं. क्योंकि हरीश युवाओ को IS से जोड़ता था.
युवाओं को जंगलों में दे रहा था ट्रेनिंग
आपको बता दें कि हरीश फारूकी को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा पुणे में बम धमाकों की योजना बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया है. हरीश, शाहनवाज और रिजवान के संपर्क में था. वहीं, अलीगढ़ में कोचिंग चलाने वाले प्रोफेसर वजीहुद्दीन को भी वह लगातार निर्देश दे रहा था. बताया जा रहा है कि हरीश फारूकी जिहादी विचारधारा से प्रभावित युवाओं की उत्तराखंड के जंगलों में ट्रेनिंग का इंतजाम भी किया था. बताया जा रहा है कि हरीश फारूकी देहरादून का रहने वाला है. वह पिछले 10 साल से अपने घर नहीं गया. हालांकि, एएमयू प्रॉक्टर मोहम्मद वसीम ने बताया की हरीश फारूकी यहां कब पढ़ा था. इसके बारे में जानकारी नहीं है. छात्रों का रिकॉर्ड प्रॉक्टर ऑफिस से संबंधित नहीं होता है.