कानपुर : शहर की सीसामऊ सीट से सपा विधायक इरफान सोलंकी के घर मिली सीज कार के बाद हुई फजीहत से पुलिस ने नसीहत ली है. कमिश्नरेट पुलिस के आला अफसरों ने अब तय किया है कि सपा विधायक की जो भी संपत्तियां जब्त की गईं थीं, उनका दोबारा सत्यापन कराया जाएगा. सत्यापन को लेकर डीसीपी पूर्वी एसके सिंह ने शनिवार को कई चौकी इंचार्ज व थाना प्रभारियों संग मीटिंग की.
डीसीपी पूर्वी ने कहा कि जिस दिन से कार्रवाई शुरू होने से लेकर खत्म होने तक जो रिपोर्ट तैयार की गई है, उसकी पूरी फाइल प्रस्तुत की जाए. इसके बाद एक नई टीम का गठन किया जाए और सारी जब्त संपत्तियों व अन्य संपत्ति संबंधी दस्तावेजों के सत्यापन कराया जाए. डीसीपी पूर्वी एसके सिंह ने मातहतों को निर्देश दिए कि यह काम बेहद गंभीरता से करना होगा, अगर कहीं लापरवाही सामने आई तो संबंधित अफसर व कर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा जांच के दौरान बीट कांस्टेबल को मौके जाना होगा और जो स्थिति है उसका वीडियो भी बनाना होगा.
विधायक यह संपत्तियां हो चुकी हैं जब्त: सपा विधायक इरफान सोलंकी के खिलाफ साल 2022 से लेकर अभी तक कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के अफसरों द्वारा जो कार्रवाई की गई उसके तहत गैंगस्टर एक्ट में पुलिस ने 11 करोड़ 41 लाख 625 रुपये की कुल संपत्तियों का जब्तीकरण दिखाया है. वहीं उनके सहयोगियों को मिलाकर यह राशि 75 करोड़ रुपये तक पहुंचती है. अब इन सभी संपत्तियों का भौतिक सत्यापन किया जाएगा. जब कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के अफसरों द्वारा कार्रवाई की गई थी तो सपा विधायक के चकेरी जाजमऊ,नोएडा व ग्रेटर नोएडा स्थित प्लॉट्स को सीज किया गया था.
इसलिए पड़ी सत्यापन की जरूरत: दरअसल साल 2022 में कानपुर पुलिस कमिश्नरेट की ओर से सपा विधायक इरफान सोलंकी की तीन कारों को सीज करने का आदेश जारी किया गया था. हैरान करने वाली बात यह है कि पुलिस ने उसे मामले में कागजी कार्रवाई तो पूरी कर ली पर थाने केवल एक ही कार पहुंची. जबकि कुछ दिनों पहले जब ईडी अफसरों की टीम ने सपा विधायक के आवास पर छापेमारी की तो वहां वही कार खड़ी मिली थी, जो 2 साल पहले सीज की जा चुकी थी. फिर क्या था, पुलिस ने अपनी किरकिरी होते देख फौरन ही दोबारा से सीज कारों को ही सीज कर दिया. अब अफसरों को यह भी शक हो गया कि कारों के अलावा जिन संपत्तियों को सीज किया गया था, कहीं उनमें भी ऐसी ही गड़बड़ी न सामने आ जाए.