पोरबंदर : गुजरात के आतंकवादी रोधी दस्ते ने भारतीय नौसेना और स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) के साथ संयुक्त अभियान में मंगलवार को राज्य के तटीय क्षेत्र में एक ईरानी नौका को रोका. उसके चालक दल के चार ईरानी सदस्यों को हिरासत में लिया जो कथित तौर पर एक हजार करोड़ रुपये से अधिक की चरस और अन्य मादक पदार्थ ले जा रहे थे. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
गुजरात एटीएस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मादक पदार्थ की वास्तविक मात्रा नहीं बताई. उन्होंने कहा कि समुद्र में संचालित अभियान के दौरान नौका से चरस समेत अनेक तरह के मादक पदार्थ की बड़ी खेप जब्त की गई है. नौका को तट की तरफ लाया जा रहा है और उसके बुधवार को पोरबंदर पहुंचने की उम्मीद है.
जानकारी के मुताबिक आज नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा और आधिकारिक विवरण की घोषणा करेगा. गुजरात एटीएस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि समुद्र के बीच ऑपरेशन के दौरान नाव से बड़ी मात्रा में चरस (हशीश) सहित विभिन्न मादक पदार्थ जब्त किए गए.
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक नौसेना ने एक बयान में कहा, यह जब्ती हाल के दिनों में मात्रा के मामले में सबसे बड़ी है. संदिग्ध जहाज को अरब सागर में गुजरात तट से दूर अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा के पास रोका गया था. उन्होंने बताया कि पकड़ी गई नाव और चालक दल के साथ प्रतिबंधित सामग्री को 27 फरवरी को एक भारतीय बंदरगाह पर कानून प्रवर्तन एजेंसियों को सौंप दिया गया था.
जब्त की गई वस्तुओं में 3089 किलोग्राम चरस, 158 किलोग्राम मेथामफेटामाइन और 25 किलोग्राम मॉर्फिन शामिल हैं. निगरानी मिशन पर P8I LRMR विमान के इनपुट के आधार पर, IN मिशन पर तैनात जहाज को तस्करी में लगे संदिग्ध ढो को रोकने के लिए डायवर्ट किया गया था.
कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ भारतीय नौसेना की समन्वित प्रतिक्रिया भारत के समुद्री पड़ोस में मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ हमारे दृढ़ रुख को दर्शाती है. पकड़े गए चालक दल के सदस्यों के साथ नाव को तट पर लाया जा रहा है. गौरतलब है कि तीन दिन पहले वेरावल बंदरगाह से भी एक फिशिंग बोट से 300 करोड़ की ड्रग्स पकड़ी गई थी. इतनी बड़ी मात्रा में नशीला पदार्थ कैसे आया, किसने भेजा और नशे का कारोबार कौन चला रहा था आज इस बारे में चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं.