नई दिल्ली : हिंडनबर्ग रिसर्च पर उसके नए आरोपों को लेकर निशाना साधते हुए भाजपा के राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ अधिवक्ता महेश जेठमलानी ने कहा कि अमेरिकी शॉर्ट सेलर ने बाजार नियामक सेबी के नोटिस का जवाब देने के बजाय सेबी की चेयरपर्सन माधवी बुच पर हमला करना चुना है.
#WATCH | On Hindenburg report, Rajya Sabha MP & Senior Advocate Mahesh Jethmalani says, " the report is completely damp squib... it is completely useless. they made a big show two days before, they announced something big was coming about india. this is all trying to rattle and… pic.twitter.com/whEH5Lv9GB
— ANI (@ANI) August 11, 2024
इस संबंध में महेश जेठमलानी में एक्स पर किए एक पोस्ट में लिखा है कि हिंडनबर्ग के कथित बड़े खुलासे से पहले की गई घोषणा से ही इसका उद्देश्य भारत के शेयर बाजार को अस्थिर करना है. उन्होंने कहा है कि एक प्रतिष्ठित शोध विश्लेषक के द्वारा पहले प्रचार करना अनुचित है. जहां तक अडाणी समूह का सवाल है तो उसके खिलाफ कुछ भी नया नहीं है.
#WATCH | On Hindenburg report, Rajya Sabha MP & Senior Advocate Mahesh Jethmalani says, " ... hindenburg has alleged that there is a case of conflict of interest... i'm awaiting a more detailed statement from her (sebi chairperson buch). she must file both a criminal defamation… pic.twitter.com/7YgO0kaOqU
— ANI (@ANI) August 11, 2024
उन्होंने कहा कि सेबी अध्यक्ष माधवी पुरी बुच अब निशाने पर हैं. जबकि सेबी ने हिंडनबर्ग को नोटिस जारी करके अडणी के शॉर्ट सेल की परिस्थितियों के बारे में जानकारी मांगी गई थी, इसका उन्हें हक था. लेकिन हिंडनबर्ग ने कारण बताओ नोटिस का जवाब देने की जगह सेबी अध्यक्ष को निशाना बनाना चुना. जेठमलानी ने कहा, माधबी बुच की ओर से एक बयान जारी किए जाने के बाद हमला किस आधार पर आधारित है. इस बारे में और अधिक जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि यह कहना काफी है कि यह प्रथम द़ष्टि में वकवास है.
#WATCH | On Hindenburg report, Rajya Sabha MP & Senior Advocate Mahesh Jethmalani says, " ... sebi must probe this much more deeply than they are doing. retail investors have lost a lot of money. this is a consorted attempt, to rock the stock market, undermine our budget, and… pic.twitter.com/UdzbteoJj4
— ANI (@ANI) August 11, 2024
जेठमलानी ने सरकार से उन लोगों पर फोकस करने का अनुरोध किया जो कथित तौर पर अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने का प्रयास कर रहे हैं. इससे पहले जेठमलानी ने 19 जुलाई को सरकार के द्वारा उन राजनेताओं की जांच करने की बात कही थी, जिन्होंने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडाणी समूह को निशाना बनाने का प्रयास किया था. वरिष्ठ अधिवक्ता ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के पीछे कथित तौर पर चीनी हाथ बताया था, जिसमें अडाणी समूह को निशाना बनाया गया था.
ये भी पढ़ें- SEBI प्रमुख माधवी बुच ने अभी तक इस्तीफा क्यों नहीं दिया, हिंडनबर्ग रिपोर्ट को लेकर राहुल गांधी के गंभीर सवाल