हैदराबाद: तेलंगाना एंटी-नारकोटिक्स ब्यूरो ने एक ड्रग्स तस्कर गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस मामले में पांच तस्कर पकड़े गए हैं. यह गिरोह एक दंपति चला रहा था. दंपति इस्टाग्राम के माध्यम से एक दूसरे के करीब आए और बाद में ड्रग्ध के धंधे से जुड़ गया. एंटी-नारकोटिक्स ब्यूरो ने काफी छानबीन के बाद आरोपियों को दबोच लिया. आरोपियों के पास से ड्रग्स और अन्य सामान बरामद किए गए.
तेलंगाना एंटी-नारकोटिक्स ब्यूरो (TNAB) ने ड्रग्स तस्करी के मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों में सैयद फैजल (27), मुशरत उन्नीसाबेगम उर्फ नादिया (27) , जुनैद खान (29), मोहम्मद अबरार उद्दीन (28) और रहमत खान (46) शामिल हैं. आरोपियों के पास से 34 ग्राम एमडीएमए बरामद किए गए. इसकी कीमत 4 लाख रुपये आंकी गई. वहीं, आरोपियों के पास से छह सेल फोन जब्त भी किए गए.
इंस्टाग्राम से बना गिरोह: जानकारी अनुसार सैयद फैजल और मुशरत उन्नीसाबेगम उर्फ नादिया दोनों पति-पत्नी हैं. जांच में पता चला कि कुत्ते के बच्चे बेचने के लिए मशहूर अंबरपेट निवासी सैयद फैजल और मुशीराबाद में रहने वाली मुशरत उन्नीसाबेगम पांच साल पहले इंस्टाग्राम के जरिए जुड़े थे. उनकी दोस्ती प्यार में बदल गई और फिर इन दोनों ने शादी कर ली.
पिछले चार सालों से यह जोड़ा कथित तौर पर गोवा से ड्रग्स खरीदकर शहर में वितरित कर रहा था. दंपति कोकीन, हेरोइन और एमडीएमए (MDMA) की तस्करी शामिल था. इसमें बेंगलुरु के रहने वाले जुनैद खान की भी बड़ी भूमिका थी. वह दंपति के द्वारा लाए गए ड्रग्स की सप्लाई किया करता था. अधिकारियों के अनुसार ड्रग्स को 5,000 से 6,000 रुपये प्रति ग्राम की कीमत पर खरीदा जाता था और हैदराबाद में 8,000 से 10,000 रुपये प्रति ग्राम की कीमत पर बेचा जाता था.
पिछली गिरफ्तारियों और कारावासों के बावजूद दंपति और उसके सहयोगी कथित तौर पर अपनी अवैध गतिविधियों में लगे रहे. कुछ हफ्ते पहले, मोहम्मद अबरार उद्दीन और रहमत खान बैंगलोर गए, जहां उन्होंने जुनैद खान से 34 ग्राम एमडीएमए (MDMA) लिया. उसकी योजना तब विफल हो गई जब इस महीने की 10 तारीख को हैदराबाद लौटने पर तेलंगाना एंटी-नारकोटिक्स ब्यूरो (TNAB) के अधिकारियों ने हसननगर चौराहे पर उसे पकड़ लिया.