नई दिल्ली: भारतीय राफेल ने गुरुवार को मिस्र के राफेल के साथ मिलकर ग्रेट पिरामिड के ऊपर उड़ान भरी. इस बीच मिस्र में भारतीय राजदूत अजीत गुप्ते ने राफेल उड़ाने वाली टीम से मुलाकात की और अपनी शुभकामनाएं दीं. गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना के राफेल लड़ाकू विमान अमेरिका में एरियल कॉम्बैट ट्रेनिंग एक्सरसाइज रेड फ्लैग में सफलतापूर्वक भाग लेने के बाद भारत लौट रहे हैं.
The Greek sky saw the IAF Rafales flying with the F-16s of the Hellenic Air Force.
— Indian Air Force (@IAF_MCC) June 27, 2024
Aimed at enhancing international military cooperation and interoperability, this transatlantic leap by IAF's Rafales has opened the gates to many such enriching exercises in future.@indembcairo… pic.twitter.com/udTIo8XuNh
वापसी के दौरान विमान पुर्तगाल के लाजेस में ईंधन भरने के लिए रुके, जहां पुर्तगाल में भारतीय राजदूत मनीष चौहान ने भारतीय वायुसेना की टीम से बातचीत की और उन्हें मोमेंटो दिए. इसके बाद दल दो टीमों में विभाजित हो गया और मिस्र और ग्रीस की वायु सेना के साथ संयुक्त अभ्यास किया.
#IAF Rafale fighter jets finally returned to India on 26 Jun 24, after successful participation in Ex Red Flag in USA.
— Indian Air Force (@IAF_MCC) June 27, 2024
While on the return, a refuelling halt was planned at Lajes, Portugal, where Mr Manish Chauhan, the Indian Ambassador to Portugal, interacted with the IAF team… pic.twitter.com/7wE6pX4yKo
वायु सेना ने की पोस्ट
इस संबंध में वायु सेना ने एक सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि ग्रीस के आसमान में भारतीय वायुसेना के राफेल विमानों को हेलेनिक वायुसेना के एफ-16 विमानों के साथ उड़ान भरते देखा गया. अंतरराष्ट्रीय सैन्य सहयोग को बढ़ाने के उद्देश्य से, भारतीय वायुसेना के राफेल विमानों की इस ट्रान्साटलांटिक छलांग ने भविष्य में ऐसे कई समृद्ध अभ्यासों के द्वार खोल दिए हैं.
क्या है रेड फ्लैग एक्सरसाइज?
बता दें कि हाल ही में भारतीय वायु सेना (IAF) के राफेल जेट विमानों ने अभ्यास रेड फ्लैग 2024 में भाग लिया था. रेड फ्लैग मल्टी नेशन एडवांस एरियल कॉम्बैट ट्रेनिंग एक्सरसाइज है. यह अलास्का स्थित अमेरिका में ईल्सन एयर फोर्स बेस पर आयोजित किया गया था.
यह पहली बार था जब भारतीय वायुसेना के राफेल विमानों ने रेड फ्लैग अभ्यास में भाग लिया. इसमें आरएसएएफ और यूएसएएफ एफ-16 और एफ-15 तथा यूएसएएफ ए-10 विमानों के साथ मिलकर काम किया.