नई दिल्ली : भारतीय वायु सेना अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि भारतीय वायु सेना के एक सी-17 परिवहन विमान ने स्वदेशी रूप से विकसित भारी प्लेटफॉर्म को गिराया. सी-17 परिवहन विमान अधिकतम 22 टन से अधिक भार ले जा सकता है. भारतीय वायु सेना ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक प्रमुख मील के पत्थर में, एडीआरडीई की ओर से स्वदेशी रूप से विकसित और लगभग 45000 एलबीएस भार ले जाने में सक्षम एक अतिरिक्त लंबे और भारी प्लेटफॉर्म को आईएएफ सी-17 विमान से परीक्षणों के दौरान सफलतापूर्वक हवा में गिराया गया.
हवाई वितरण अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (एडीआरडीई) एक प्रमुख रक्षा अनुसंधान प्रयोगशाला है. भारतीय वायु सेना के अनुसार, ऐसे कई प्लेटफार्मों को ले जाने में सक्षम, सी-17 विमान की लड़ाकू क्षमताओं को जमीन पर सैनिकों को महत्वपूर्ण भार पहुंचाने के लिए इसके विभिन्न अभियानों में और बढ़ाया जाएगा.
इससे पहले बुधवार को भारतीय नौसेना में 'एमएच 60आर सीहॉक' हेलीकॉप्टर शामिल किया गया. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बहु-उद्देश्यीय हेलीकॉप्टरों को अपने बेड़े में शामिल होने के बाद जिससे रणनीतिक जल क्षेत्र में बल की निगरानी और युद्ध क्षमताओं में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है. नौसेना वायु स्क्वाड्रन को नौसेना प्रमुख आर हरि कुमार की उपस्थिति में कोच्चि में आईएनएस गरुड़ में एक समारोह में शामिल किया गया.
अमेरिका की लॉकहीड मार्टिन कॉर्पोरेशन की ओर से निर्मित एमएच 60आर सीहॉक, ब्लैकहॉक हेलीकॉप्टर का एक समुद्री संस्करण है. हेलीकॉप्टर को पनडुब्बी रोधी युद्ध, सतह रोधी युद्ध, खोज, बचाव तथा चिकित्सा अभियान सहित अन्य अभियानों के लिए तैयार किया गया है.