ETV Bharat / bharat

'हमारे उच्चायुक्त को निशाना बनाए जाने का तरीका नामंजूर', कनाडा पर बरसे विदेश मंत्री जयशंकर

EAM S Jaishankar, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्रूडो सरकार द्वारा भारतीय उच्चायुक्त और राजनयिकों को निशाना बनाए जाने की आलोचना की है.

EAM S Jaishankar
विदेश मंत्री एस जयशंकर (ANI)
author img

By PTI

Published : Oct 26, 2024, 11:03 PM IST

पुणे : विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को ट्रूडो सरकार द्वारा भारतीय उच्चायुक्त और राजनयिकों को निशाना बनाए जाने को खारिज करते हुए कहा कि भारत ने सबसे पहले कनाडा में संगठित अपराध की मौजूदगी का मुद्दा उठाया था, लेकिन लंबे समय तक उदार माहौल के कारण इस मुद्दे को नजरअंदाज किया गया.

पुणे में 'वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में उभरते अवसर' विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए राजनयिक से राजनेता बने जयशंकर ने कहा कि भारत निश्चित रूप से कड़ा रुख अपनाएगा, जो उसने अपने राष्ट्रीय हित, अखंडता और संप्रभुता के संबंध में अपनाया है.

एक सवाल के जवाब में जयशंकर ने कहा, "कनाडा सरकार द्वारा हमारे उच्चायुक्त और राजनयिकों को निशाना बनाए जाने के तरीके को हम पूरी तरह से खारिज करते हैं."

जून 2023 में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की जांच में 13 अक्टूबर को कनाडा ने भारतीय उच्चायुक्त संजय वर्मा को "व्यक्ति का हित" घोषित किया था. हरदीप सिंह निज्जर एक कनाडाई नागरिक है, जिसे भारत ने खालिस्तानी आतंकवादी घोषित किया है.

कनाडा द्वारा आगे की कार्रवाई करने से पहले, नई दिल्ली ने वर्मा और पांच अन्य राजनयिकों को वापस बुला लिया, जिनके नाम भी इसी तरह के थे. इसके जवाब में, भारत ने छह कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित भी कर दिया. राजनयिक विवाद तब और बढ़ गया जब ओटावा ने भारत के खिलाफ संभावित प्रतिबंधों का संकेत दिया, जिसने प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा लगाए गए आरोपों सहित सभी आरोपों को खारिज कर दिया.

कनाडाई अधिकारियों ने भारतीय एजेंटों पर खालिस्तान समर्थकों को निशाना बनाकर हत्या, जबरन वसूली और हिंसक कृत्यों में शामिल होने और यहां तक ​​कि बिश्नोई गिरोह को कनाडा की धरती पर अनिर्दिष्ट आपराधिक गतिविधियों से जोड़ने का प्रयास करने का आरोप लगाया.

ये भी पढ़ें- ब्रिक्स प्लस समिट: जयशंकर ने UNSC में सुधार की वकालत की, मध्य-पूर्व में संघर्ष पर की चर्चा

पुणे : विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को ट्रूडो सरकार द्वारा भारतीय उच्चायुक्त और राजनयिकों को निशाना बनाए जाने को खारिज करते हुए कहा कि भारत ने सबसे पहले कनाडा में संगठित अपराध की मौजूदगी का मुद्दा उठाया था, लेकिन लंबे समय तक उदार माहौल के कारण इस मुद्दे को नजरअंदाज किया गया.

पुणे में 'वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में उभरते अवसर' विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए राजनयिक से राजनेता बने जयशंकर ने कहा कि भारत निश्चित रूप से कड़ा रुख अपनाएगा, जो उसने अपने राष्ट्रीय हित, अखंडता और संप्रभुता के संबंध में अपनाया है.

एक सवाल के जवाब में जयशंकर ने कहा, "कनाडा सरकार द्वारा हमारे उच्चायुक्त और राजनयिकों को निशाना बनाए जाने के तरीके को हम पूरी तरह से खारिज करते हैं."

जून 2023 में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की जांच में 13 अक्टूबर को कनाडा ने भारतीय उच्चायुक्त संजय वर्मा को "व्यक्ति का हित" घोषित किया था. हरदीप सिंह निज्जर एक कनाडाई नागरिक है, जिसे भारत ने खालिस्तानी आतंकवादी घोषित किया है.

कनाडा द्वारा आगे की कार्रवाई करने से पहले, नई दिल्ली ने वर्मा और पांच अन्य राजनयिकों को वापस बुला लिया, जिनके नाम भी इसी तरह के थे. इसके जवाब में, भारत ने छह कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित भी कर दिया. राजनयिक विवाद तब और बढ़ गया जब ओटावा ने भारत के खिलाफ संभावित प्रतिबंधों का संकेत दिया, जिसने प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा लगाए गए आरोपों सहित सभी आरोपों को खारिज कर दिया.

कनाडाई अधिकारियों ने भारतीय एजेंटों पर खालिस्तान समर्थकों को निशाना बनाकर हत्या, जबरन वसूली और हिंसक कृत्यों में शामिल होने और यहां तक ​​कि बिश्नोई गिरोह को कनाडा की धरती पर अनिर्दिष्ट आपराधिक गतिविधियों से जोड़ने का प्रयास करने का आरोप लगाया.

ये भी पढ़ें- ब्रिक्स प्लस समिट: जयशंकर ने UNSC में सुधार की वकालत की, मध्य-पूर्व में संघर्ष पर की चर्चा

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.