नई दिल्ली : भारत और चीन ने इस सप्ताह की शुरुआत में नये दौर की उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता में पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और सद्भाव को बनाए रखने पर सहमति जताई. इस मामले के जानकारों का कहना है कि संघर्ष वाले क्षेत्रों में समाधान के लिए साढ़े तीन साल से चल रही कवायद पर सोमवार को हुई वार्ता में कोई स्पष्ट प्रगति नहीं देखी गई.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत और चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की 21वें दौर की बैठक 19 फरवरी को चुशुल-मोल्डो सीमा पर स्थित एक स्थल पर हुई. विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, 'वार्ता के दौरान पूर्वी लद्दाख में एलएसी के पास के बाकी क्षेत्रों से सैनिकों की पूर्ण वापसी को सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और सद्भाव की बहाली के लिए जरूरी बताया गया.'
विदेश मंत्रालय ने कहा कि मैत्रीपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई बातचीत में दोनों पक्षों ने इस मामले पर अपने दृष्टिकोण साझा किए. बयान में कहा गया, 'दोनों पक्ष प्रासंगिक सैन्य और राजनयिक तंत्र के माध्यम से आगे बढ़ने के लिए संवाद बनाए रखने पर सहमत हुए हैं.' दोनों पक्ष निकट संपर्क में रहने और सैन्य तथा राजनयिक चैनलों के माध्यम से बातचीत बनाए रखने और शेष मुद्दों का जल्द से जल्द पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान निकालने पर सहमत हुए.
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