नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) के मौके पर लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करेंगे. यह लगातार 11वीं बार होगा जब पीएम मोदी लाल किले की प्राचीर से संबोधित करेंगे. पीएम मोदी पंडित जवाहर लाल नेहरू के बाद लगातार 11 बार लाल किले से देश को संबोधित करने वाले दूसरे प्रधानमंत्री होंगे.
इस बार पीएम मोदी बनाएंगे खास रिकॉर्ड
मोदी 3.0 की शुरुआत में वह सरकार की प्राथिमिकताएं देश के समक्ष रख सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी लाल किले की प्राचीर से इस बार भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का रोड मैप बता सकते हैं. खबरों की माने तो इस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पीएम मोदी के खास मेहमान लाल किले पर नजर आएंगे. सूत्रों की माने तो ये खास मेहमान पीएम द्वारा बताई गई चार जातियों के होंगे और वो चार जातियां गरीब, युवा, किसान और महिला वर्ग के लोग होंगे, जिन्हें खास तौर से बुलाया गया है. इन चार वर्गों से करीब चार हजार मेहमान लाल किले के इस कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस बार के कार्यक्रम में मेहमानों को ग्यारह श्रेणियों में बांटा गया है.
पीएम मोदी का भाषण ऐतिहासक होने वाला है...
सूत्रों की माने तो पीएम मोदी का लाल किले से दिया जाने वाला ये भाषण ऐतिहासिक होने वाला है. सूत्रों की माने तो पीएम मोदी का लाल किले से दिया जाने वाला ये भाषण ऐतिहासिक होने वाला है. पीएम मोदी की ये लगातार तीसरी पारी है और इस प्राचीर पीएम का ये ग्यारहवां भाषण होगा. इस भाषण में पीएम मोदी अपनी तीसरी पारी की शुरुआत में सरकार की प्राथमिकताएं देश के सामने रख सकते हैं और भारत को विकसित देश बनाने का रोड मैप भी बता सकते हैं .
11 श्रेणियों में बांटा गया मेहमानों को...
मेहमानों की सूची तैयार करने, किसान, युवा और महिला मेहमानों को बुलाने की जिम्मेदारी कृषि और किसान कल्याण, युवा मामले, महिला और बाल विकास मंत्रालय को दी गई है. जबकि पंचायती राज और ग्रामीण विकास, आदिवासी मामले, शिक्षा और रक्षा मंत्रालय को भी मेहमानों की सूची तैयार करने में शामिल किया गया है. यही नहीं इस बार मेहमानों को बुलाने की सूची नीति आयोग को भी दी गई है. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सबसे खास आकर्षण के केंद्र में ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले सभी भारतीय खिलाड़ी होंगे, जिन्हें आमंत्रित करने की तैयारी की जा रही है.
ऐतिहासिक कार्यक्रम में अठारह हजार से ज्यादा लोग मौजूद रहेंगे
कुल मिलाकर इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में अठारह हजार से ज्यादा लोग मौजूद रहेंगे और कई मायनों में इस बार का स्वतंत्रता दिवस का यह कार्यक्रम ऐतिहासिक रूप ले सकता है.पीएम मोदी के खास निर्देश पर सभी सहयोगी दलों के तमाम नेताओं और विपक्ष के तमाम नेताओं को भी इस कार्यक्रम में बुलाया जा रहा है. इसके साथ ही सत्ताधारी पार्टी सरकार के कार्यक्रम हर घर तिरंगा के तहत इस कार्यक्रम की शुरुआत पूरे देश में पहले ही कर चुकी है.
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