गुवाहाटी: आम विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही कांग्रेस को बड़ी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा, क्योंकि उसके दो मौजूदा विधायकों ने बुधवार को घोषणा की कि उन्होंने सीधे तौर पर भाजपा सरकार को अपना समर्थन दिया है. इस घटनापूर्ण दिन पर, असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने भी कांग्रेस के नेता राहुल गांधी पर कटाक्ष करने का मौका नहीं छोड़ा और कहा कि महत्वपूर्ण विकास के बाद की भारत जोड़ो यात्रा, कांग्रेस तोड़ो यात्रा बन गई.
असम विधानसभा के चल रहे बजट सत्र की दिन की कार्यवाही शुरू होने से पहले, कांग्रेस के दो विधायक कमलाक्ष डे पुरकायस्थ और बसंत दास ने मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से मुलाकात की और विपक्षी खेमे में होने के बावजूद सरकार को अपना समर्थन देने की पेशकश की. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दोनों विधायकों का स्वागत किया और मीडिया के सामने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की.
विशेष रूप से मुख्यमंत्री ने चार विधायकों क्रमशः कमलाक्ष डे पुरकायस्थ, बसंत दास, शशिकांत दास और सिद्दीकी अहमद के साथ मीडिया को संबोधित किया. बता दें, इससे पहले कांग्रेस के दो विधायक शशिकांत दास और सिद्दीकी अहमद ने बीजेपी सरकार को समर्थन दिया था, जिसके चलते दोनों विधायक फिलहाल कांग्रेस से निलंबित हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायक कमलाक्ष पुरकायस्थ और बसंत दास केंद्र और राज्य सरकार द्वारा किए गए सभी कार्यों से आकर्षित होकर बिना शर्त समर्थन देने के लिए आगे आए हैं. सरमा ने कहा कि सरकार उन दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में उनके साथ मिलकर काम करेगी, जिनका वे प्रतिनिधित्व करते हैं.
मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने यह भी कहा कि कांग्रेस के कई विधायक मौजूदा हालात में असहज हैं और उनके संपर्क में हैं. मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी फिलहाल भारत जोड़ो न्याय यात्रा नहीं कर रहे हैं, बल्कि वह भारत तोड़ो अन्याय यात्रा कर रहे हैं, जो अंततः कांग्रेस तोड़ो यात्रा बन रही है.
मुख्यमंत्री ने न्याय यात्रा को अच्छी सौगात बताते हुए कहा कि ये दोनों कांग्रेस विधायक असम में राहुल गांधी की न्याय यात्रा की ओर से मुख्यमंत्री को उपहार हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या असम कांग्रेस मुक्त होगा, मुख्यमंत्री ने कहा कि असम के सभी विधायक राज्य सरकार और केंद्र सरकार को अपना समर्थन देंगे.
उन्होंने कहा कि सरकार के काम से सभी खुश हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि समर्थकों की संख्या आगे भी बढ़ती रहेगी, विपक्ष केवल नाम का रहेगा. वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ कोई विधायक नहीं था और राहुल गांधी के आदेश के बावजूद कोई भी विधायक विधानसभा में मुखर नजर नहीं आया.