नई दिल्ली : भारतीय नौसेना ने शनिवार को कहा कि उसके निर्देशित मिसाइल विध्वंसक आईएनएस विशाखापत्तनम ने ब्रिटिश तेल टैंकर एमवी मार्लिन लुआंडा पर अग्निशमन प्रयासों में मदद के लिए एक टीम तैनात की है, जिसके चालक दल के सदस्यों में 22 भारतीय और एक बांग्लादेशी है.
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#WATCH | Visuals of firefighting on board the merchant vessel by the Indian navy team and the vessel’s own crew https://t.co/KYCuK5v1Xr pic.twitter.com/iIyxAkg4JE
— ANI (@ANI) January 27, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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विदेशी मीडिया की खबरों के अनुसार, यमन के हूती आतंकवादियों द्वारा मिसाइल हमले के बाद टैंकर में आग लग गई थी. यह अदन की खाड़ी के प्रमुख नौवहन मार्ग में ईरान समर्थित समूह से जुड़ी नवीनतम घटना है.
नौसेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि एमवी मार्लिन लुआंडा के अनुरोध पर, आईएनएस विशाखापत्तनम ने संकट में फंसे जहाज पर चालक दल के सदस्यों के अग्निशमन प्रयासों में सहायता के लिए अग्निशमन उपकरणों के साथ अपनी एनबीसीडी टीम को तैनात किया है.
भारतीय नौसेना ने कहा, 'भारतीय नौसेना एमवी (व्यापारिक जहाजों) की सुरक्षा और समुद्र में जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रति दृढ़ और प्रतिबद्ध है.' खबरों के अनुसार, ब्रिटिश तेल टैंकर के संचालक ने कहा है कि जहाज के 'लाल सागर पार करने के बाद अदन की खाड़ी में उस पर एक मिसाइल से हमला किया गया था.'
व्यापारिक जहाजों पर हमलों की हालिया घटनाओं के मद्देनजर भारतीय नौसेना ने अरब सागर और अदन की खाड़ी में अग्रिम पंक्ति के विध्वंसक और पोत तैनात करके अपने निगरानी तंत्र को काफी बढ़ा दिया है.
इसी महीने दो हमले : इस महीने की शुरुआत में, भारतीय नौसेना ने 17 जनवरी की रात को अदन की खाड़ी में एमवी जेनको पिकार्डी पर ड्रोन हमले के बाद उसके संकटकालीन कॉल का जवाब दिया था और पांच जनवरी को, इसने लाइबेरिया के ध्वज वाले जहाज एमवी लीला नॉरफोक के उत्तरी अरब सागर में अपहरण के प्रयास को विफल कर दिया था और उसके सभी चालक दल के सदस्यों को बचाया था.
इससे पहले, 21 भारतीय चालक दल के सदस्यों वाले लाइबेरिया के ध्वज वाले जहाज एमवी केम प्लूटो को 23 दिसंबर को भारत के पश्चिमी तट के पास ड्रोन हमले से निशाना बनाया गया था.
एमवी केम प्लूटो के अलावा, एक अन्य वाणिज्यिक तेल टैंकर जो भारत की ओर आ रहा था, उसी दिन दक्षिणी लाल सागर में एक संदिग्ध ड्रोन हमले का शिकार हो गया. जहाज पर 25 भारतीयों का दल था.
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