टिहरी (उत्तराखंड): उत्तराखंड के टिहरी में भारी बारिश लोगों पर कहर बनकर टूट रही है. वहीं बूढ़ाकेदार के समीप बालगंगा नदी तट पर बनी तीन मकान देखते ही देखते ताश के पत्ते की तरह ढह गए. लोगों ने मौके से भागकर जान बचाई. वहीं बालगंगा का जलस्तर बढ़ने से लोग खौफजदा हैं.
बालगंगा नदी में समाया मकान:प्रदेश में बारिश जमकर कहर बरपा रही है. भारी बारिश में नदियां उफान पर आ गईं हैं. सड़कों पर मलबा आने से ट्रैफिक थम गया है और बारिश की वजह से कई घर जमींदोज हो गए हैं. वहीं टिहरी जिले में भारी बारिश से बालगंगा नदी उफान पर बह रही है. बालगंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से भूकटाव की घटनाएं बढ़ गई हैं. वहीं बूढ़ाकेदार के समीप बालगंगा नदी तट पर बनी तीन मकान देखते ही देखते ताश के पत्ते की तरह ढह गई. लोगों ने मौके से भागकर जान बचाई.
भरभराकर नदी में गिरा मकान: बीते दिन से ही मकानों के नीचे बालगंगा नदी का कटाव जारी था आज नदी के कटाव से मकानों की नींव हिल गई और मकान भरभराकर गिर गया. वहीं बीते दिन भी बारिश ने बालगंगा तहसील के विनयखाल क्षेत्र में भारी तबाही मचाई थी. जहां विनयखाल जखाना मोटर मार्ग का कई हिस्सा वॉश आउट होकर नदी में समा चुका है. जिससे लोगों का जिले और मार्केट से संपर्क कट गया है.
मकान जमींदोज होने से मां और बेटी की मौत: बता दें कि टिहरी के घनसाली के तौली गांव में बीती रात भारी बारिश से हुए भूस्खलन से एक मकान जमींदोज हो गया. मकान में सो रही मां और बेटी की मलबे में दबने से मौत हो गई. जिसके बाद सूचना पाकर मौके पर पहुंची राहत बचाव टीम ने दोनों शवों को मलबे से निकाला और पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा. वहीं घटना के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है.
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