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ओडिशा के हीराकुंड बांध से पानी छोड़ा गया, कलेक्टरों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश - Hirakud Dam

Odisha Govt Asks Collectors, ओडिशा में महानदी पर बने हीराकुंड बांध के 20 गेट रविवार को खोल दिए गए. इसको देखते हुए राज्य सरकार ने सात जिलों के कलेक्टरों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है.

Water was released from Hirakud Dam in Odisha
ओडिशा के हीराकुंड बांध से पानी छोड़ा गया (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 28, 2024, 8:55 PM IST

संबलपुर (ओडिशा) : महानदी पर बने हीराकुंड बांध के गेट इस सीजन में पहली रविवार को खोले गए. भारी बारिश और बांध में पानी के प्रवाह के बीच अतिरिक्त पानी को बाहर निकालने के लिए तीन चरणों में कुल 20 गेट खोले गए. इसके मद्देनजर ओडिशा सरकार ने सात निचले जिलों के कलेक्टरों को हाई अलर्ट पर रहने के साथ ही लोगों को नदी के किनारे नहीं जाने के लिए सतर्क करने का निर्देश दिया है.

अधिकारियों के मुताबिक सुबह पारंपरिक पूजा के बाद स्लुइस गेट नंबर सात को खोल दिया गया. इसके बाद अन्य गेट को भी खोल दिया गया. इस तरह तीन चरणों में बांध 20 गेट खोले गए. इनमें सात गेट सुबह 9.30 बजे, अन्य सात गेट दोपहर 12.30 बजे और शेष 6 गेट दोपहर 2.30 बजे खोले गए. बता दें कि हीराकुंड बांध का जलस्तर 616.93 फीट था, जबकि जलाशय की क्षमता 630 फीट है.

गौरतलब है कि एक स्लुइस गेट से प्रति सेकंड 15 हजार क्यूसेक बाढ़ का पानी छोड़ा जाता है. जल निकासी का काम पूरा कर लिया गया है. इसके साथ ही संबलपुर, सोनपुर, नयागढ़, पुरी, कटक, जगतसिंहपुर और केंद्रपाड़ा के कलेक्टरों को निर्देश दिया गया है कि वे नदी के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क करें कि वे महानदी के किनारे न जाएं. साथ ही जानवरों को भी नदी के करीब नहीं जाने दें. कलेक्टरों से भी सतर्क रहने और स्थिति पर नजर रखने का अनुरोध किया गया है.

ये भी पढ़ें- भारी बारिश और नदियां उफान पर! शवों के दाह संस्कार में परेशानी, ग्रामिणों ने जताई नाराजगी

संबलपुर (ओडिशा) : महानदी पर बने हीराकुंड बांध के गेट इस सीजन में पहली रविवार को खोले गए. भारी बारिश और बांध में पानी के प्रवाह के बीच अतिरिक्त पानी को बाहर निकालने के लिए तीन चरणों में कुल 20 गेट खोले गए. इसके मद्देनजर ओडिशा सरकार ने सात निचले जिलों के कलेक्टरों को हाई अलर्ट पर रहने के साथ ही लोगों को नदी के किनारे नहीं जाने के लिए सतर्क करने का निर्देश दिया है.

अधिकारियों के मुताबिक सुबह पारंपरिक पूजा के बाद स्लुइस गेट नंबर सात को खोल दिया गया. इसके बाद अन्य गेट को भी खोल दिया गया. इस तरह तीन चरणों में बांध 20 गेट खोले गए. इनमें सात गेट सुबह 9.30 बजे, अन्य सात गेट दोपहर 12.30 बजे और शेष 6 गेट दोपहर 2.30 बजे खोले गए. बता दें कि हीराकुंड बांध का जलस्तर 616.93 फीट था, जबकि जलाशय की क्षमता 630 फीट है.

गौरतलब है कि एक स्लुइस गेट से प्रति सेकंड 15 हजार क्यूसेक बाढ़ का पानी छोड़ा जाता है. जल निकासी का काम पूरा कर लिया गया है. इसके साथ ही संबलपुर, सोनपुर, नयागढ़, पुरी, कटक, जगतसिंहपुर और केंद्रपाड़ा के कलेक्टरों को निर्देश दिया गया है कि वे नदी के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क करें कि वे महानदी के किनारे न जाएं. साथ ही जानवरों को भी नदी के करीब नहीं जाने दें. कलेक्टरों से भी सतर्क रहने और स्थिति पर नजर रखने का अनुरोध किया गया है.

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