रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर एनडीए में फंसे पेंच को सुलझाने का काम असम के सीएम और बीजेपी के चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा करेंगे. आगामी सात सितंबर को एक बार फिर हिमंता झारखंड दौरे पर आ रहे हैं. इस दौरान प्रदेश स्तर पर आजसू और जदयू के साथ सीट शेयरिंग के मुद्दे पर गंभीर चर्चा होने की संभावना है.
प्रदेश भाजपा झारखंड की 81 में से 65 सीटों पर खुद चुनाव लड़ना चाहती है, जिसे लेकर पार्टी चुनावी तैयारी में जुटी हुई है. बीजेपी का मानना है कि जो सीटें भाजपा ने 2019 में जीती थी उन सीटों पर गठबंधन के अन्य किसी दूसरे दल को नहीं दिया जाए. इसके अलावा 2019 के चुनाव में बीजेपी जिन दूसरे स्थान पर रही उसे भाजपा के खाते में दिया जाना चाहिए.
सीटों को लेकर दावेदारी जारी, जदयू, आजसू का अलग तर्क
एनडीए फोल्डर में शामिल जदयू जमशेदपुर पूर्वी सहित 12 सीटों पर दावा ठोक रखा है. जदयू प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो कहते हैं कि बातचीत के जरिए सीट शेयरिंग का मसला सुलझ जाएगा. जिन सीटों पर हम मजबूत हैं वहां जरूर मिलना चाहिए. इस संदर्भ में केन्द्रीय नेतृत्व के साथ-साथ प्रदेश स्तर पर बीजेपी के साथ बातचीत जल्द होगी.
आजसू भी सीट शेयरिंग जल्द होने के पक्ष में
बीजेपी का पुराना सहयोगी आजसू भी सीट शेयरिंग जल्द होने के पक्ष में है. जिससे चुनाव तैयारी में आसानी हो. आजसू प्रमुख सुदेश महतो इस संदर्भ में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिल चुके हैं. अब प्रदेश स्तर पर फार्मूला तय करना बाकी है. आजसू 18 सीटों की मांग कर रहा है, जिसमें कई ऐसी सीटें हैं जहां भाजपा के लिए उन सीटों का त्याग करना परेशानी की बात है.
लोजपा की भी मांग
एनडीए का एक अन्य सहयोगी लोजपा की मांग पर दिल्ली में केंद्रीय लेवल पर तय होगा, जिसकी घोषणा हिमंता बिस्वा सरमा पहले कर चुके हैं. स्टेट बीजेपी मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक कहते हैं कि सीटों को लेकर कोई पेंच नहीं है. जल्द ही इसे सुलझा लिया जाएगा. सभी दलों के शीर्ष नेतृत्व इस संबंध में बात कर रहे हैं. बहरहाल सीटों की गुत्थी सुलझाने के लिए हिमंता का झारखंड दौरा काफी अहम माना जा रहा है, जिस दौरान वे ना केवल संगठन के मंडल स्तर के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे बल्कि रजरप्पा दौरे पर भी जा सकते हैं.
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