ETV Bharat / bharat

हिमाचल की सियासत में होगा बड़ा उलटफेर, भाजपा में शामिल होंगे कांग्रेस से बगावत करने वाले नेता, दिल्ली में जेपी नड्डा के साथ मुलाकात - Himachal Congress Rebel MLAs

Himachal Pradesh Politics: राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले सभी बागी विधायक बीजेपी में शामिल होंगे. वहीं, सूत्रों के अनुसार, निर्दलीय विधायक भी बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. पढ़ें पूरी खबर...

Himachal Pradesh Politics
Himachal Pradesh Politics
author img

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Mar 21, 2024, 8:42 PM IST

शिमला: हिमाचल की सियासत में बड़ा उलटफेर तय है. राज्यसभा चुनाव में पार्टी से बगावत कर क्रॉस वोट करने वाले छह विधायक (फिलहाल विधानसभा सदस्यता से बर्खास्त) भाजपा में शामिल होंगे. पुख्ता सूत्रों के अनुसार गुरुवार देर रात छह नेताओं सहित तीन निर्दलीय विधायक भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर मौजूद थे. बताया जा रहा है कि उनके साथ भाजपा के हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल भी थे. विधिवत रूप से जल्द ही सभी के भाजपा में शामिल होने का ऐलान संभव है.

जेपी नड्डा के आवास पर राजेंद्र राणा, सुधीर शर्मा, आईडी लखनपाल, रवि ठाकुर, देवेंद्र भुट्टो व चैतन्य शर्मा मौजूद रहे. इसके अलावा निर्दलीय विधायक होशियार सिंह, आशीष शर्मा व केएल ठाकुर भी भाजपा में शामिल होंगे. उल्लेखनीय है कि राज्यसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी हर्ष महाजन के पक्ष में वोट करने के बाद सभी नौ विधायक विगत 28 फरवरी से हिमाचल से बाहर हैं. पहले वे पंचकूला के ललित होटल में रहे और फिर ऋषिकेष पहुंचे. इस समय वे गुडग़ांव में थे. उनके कुछ समय से भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से मिलने की सूचना थी. ये सूचना गुरुवार को पुख्ता हो गई. अब महज उनके भाजपा में शामिल होने की औपचारिकता बाकी है.

हालांकि छह विधायकों ने उन्हें बर्खास्त किए जाने को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी. विधानसभा स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने व्हिप के उल्लंघन पर छह कांग्रेस विधायकों को विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य करार दिया था. इसी फैसले को बागी विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी. इस मामले में 18 मार्च को सुनवाई के दौरान छह नेताओं को राहत नहीं मिली थी. सर्वोच्च अदालत ने इस मामले की अगली सुनवाई 6 मई को तय की है. माना ये जा रहा है कि जब निर्वाचन आयोग ने छह सीटों के लिए उपचुनाव की घोषणा कर दी है तो इन नेताओं को जनता के दरबार में आना ही होगा. ऐसे में ये तय किया गया है कि क्यों ने पहले ही स्थितियां स्पष्ट कर दी जाएं. ये तो तय है कि बागी नेताओं ने कांग्रेस से किनारा कर लिया है और अब वे भाजपा में जाएंगे, लेकिन उन्हें टिकट मिलेगा या भाजपा के साथ वे कुछ और शर्तों के साथ आएंगे, ये आने वाले समय में साफ हो जाएगा.

उल्लेखनीय है कि राज्यसभा चुनाव में वोटिंग के बाद से ही कांग्रेस से बगावत करने वाले छह नेता भाजपा के साथ संपर्क में रहे. वे पहले हरियाणा और फिर उत्तराखंड गए. दोनों ही जगहों पर भाजपा की सरकारें हैं. यही नहीं, उन्हें सीआरपीएफ की सुरक्षा दी गई. उनके परिवार को भी सुरक्षा घेरा प्रदान किया गया. ऐसे में ये पक्का संकेत था कि भाजपा इन्हें अपने साथ मिलाएगी. हाल ही में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी ये कहा था कि इन विधायकों ने कुर्बानी दी है और भाजपा उन्हें समायोजित करेगी. फिलहाल जेपी नड्डा के आवास पर निर्णायक मीटिंग के बाद जल्द ही इन नेताओं के भाजपा में शामिल होने की खबर आएगी.

ये भी पढ़ें- मंडी सीट से कौन होगा बीजेपी का उम्मीदवार, जयराम ठाकुर सहित इन नामों की चर्चा, प्रतिभा सिंह ने छोड़ा मैदान!

शिमला: हिमाचल की सियासत में बड़ा उलटफेर तय है. राज्यसभा चुनाव में पार्टी से बगावत कर क्रॉस वोट करने वाले छह विधायक (फिलहाल विधानसभा सदस्यता से बर्खास्त) भाजपा में शामिल होंगे. पुख्ता सूत्रों के अनुसार गुरुवार देर रात छह नेताओं सहित तीन निर्दलीय विधायक भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर मौजूद थे. बताया जा रहा है कि उनके साथ भाजपा के हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल भी थे. विधिवत रूप से जल्द ही सभी के भाजपा में शामिल होने का ऐलान संभव है.

जेपी नड्डा के आवास पर राजेंद्र राणा, सुधीर शर्मा, आईडी लखनपाल, रवि ठाकुर, देवेंद्र भुट्टो व चैतन्य शर्मा मौजूद रहे. इसके अलावा निर्दलीय विधायक होशियार सिंह, आशीष शर्मा व केएल ठाकुर भी भाजपा में शामिल होंगे. उल्लेखनीय है कि राज्यसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी हर्ष महाजन के पक्ष में वोट करने के बाद सभी नौ विधायक विगत 28 फरवरी से हिमाचल से बाहर हैं. पहले वे पंचकूला के ललित होटल में रहे और फिर ऋषिकेष पहुंचे. इस समय वे गुडग़ांव में थे. उनके कुछ समय से भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से मिलने की सूचना थी. ये सूचना गुरुवार को पुख्ता हो गई. अब महज उनके भाजपा में शामिल होने की औपचारिकता बाकी है.

हालांकि छह विधायकों ने उन्हें बर्खास्त किए जाने को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी. विधानसभा स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने व्हिप के उल्लंघन पर छह कांग्रेस विधायकों को विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य करार दिया था. इसी फैसले को बागी विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी. इस मामले में 18 मार्च को सुनवाई के दौरान छह नेताओं को राहत नहीं मिली थी. सर्वोच्च अदालत ने इस मामले की अगली सुनवाई 6 मई को तय की है. माना ये जा रहा है कि जब निर्वाचन आयोग ने छह सीटों के लिए उपचुनाव की घोषणा कर दी है तो इन नेताओं को जनता के दरबार में आना ही होगा. ऐसे में ये तय किया गया है कि क्यों ने पहले ही स्थितियां स्पष्ट कर दी जाएं. ये तो तय है कि बागी नेताओं ने कांग्रेस से किनारा कर लिया है और अब वे भाजपा में जाएंगे, लेकिन उन्हें टिकट मिलेगा या भाजपा के साथ वे कुछ और शर्तों के साथ आएंगे, ये आने वाले समय में साफ हो जाएगा.

उल्लेखनीय है कि राज्यसभा चुनाव में वोटिंग के बाद से ही कांग्रेस से बगावत करने वाले छह नेता भाजपा के साथ संपर्क में रहे. वे पहले हरियाणा और फिर उत्तराखंड गए. दोनों ही जगहों पर भाजपा की सरकारें हैं. यही नहीं, उन्हें सीआरपीएफ की सुरक्षा दी गई. उनके परिवार को भी सुरक्षा घेरा प्रदान किया गया. ऐसे में ये पक्का संकेत था कि भाजपा इन्हें अपने साथ मिलाएगी. हाल ही में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी ये कहा था कि इन विधायकों ने कुर्बानी दी है और भाजपा उन्हें समायोजित करेगी. फिलहाल जेपी नड्डा के आवास पर निर्णायक मीटिंग के बाद जल्द ही इन नेताओं के भाजपा में शामिल होने की खबर आएगी.

ये भी पढ़ें- मंडी सीट से कौन होगा बीजेपी का उम्मीदवार, जयराम ठाकुर सहित इन नामों की चर्चा, प्रतिभा सिंह ने छोड़ा मैदान!

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.