अमरावती: दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के क्षेत्र के कारण भारी बारिश होने से आंध्र प्रदेश के रायलसीमा, नेल्लोर और प्रकाशम जिलों के कई इलाकों में जनजीवन ठप हो गया है. वहीं कृषि भूमि के कई हिस्से जलमग्न हो जाने के कारण धान और सब्जियां, विशेषकर टमाटर, बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. इसके अलावा, तम्बाकू की खेती भी प्रभावित हुई है. अधिकांश नदियां और नाले उफान पर हैं, जिससे शहरों के निचले इलाके पानी में डूब गए हैं. कई इलाकों में सड़कों पर घुटने तक पानी भरा होने से यातायात भी बाधित रहा.
कई शहरों और कस्बों में बाढ़ के हालात
नेल्लोर, कडप्पा, तिरूपति, नंदयाला और कई अन्य शहरों और कस्बों में बाढ़ के हालात हैं. इसके अलावा, गोलावनिगुंटा, पुलावनिगुंटा, ऑटोनगर, रेनिगुंटा के पास भगतसिंह कॉलोनी और तिरूपति में ज्योतिरा फुले कॉलोनियां भी जलभराव की समस्या से जूझ रही हैं. ओंगोल शहर की कई निचली कॉलोनियों में रहने वाले लोगों की स्थिति बेहद खराब है.
इसी तरह नेल्लोर में आत्मकुरु बस स्टैंड, कनकमहल सेंटर और मुथुकुर जंक्शन के पास रेलवे अंडरपास में जलभराव होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं मगुंटा लेआउट अंडरब्रिज, रामलिंगपुरम, लेक्चरर्स कॉलोनी, हरिनाथपुरम नागासाई मंदिर और अन्य इलाकों में भी बारिश का पानी घुस गया है. कडप्पा इलाके में भी सड़कें तालाब जैसी दिख रहीं थीं. तिरुपति जिले के कई इलाकों में पुलों के ऊपर पानी आ जाने से यातायात में बाधा आई. स्थानीय प्रशासन ने कई निचले इलाकों के निवासियों को दूसरे इलाकों में स्थानांतरित कर दिया है.
यातायात बाधित और जलभराव से सड़कें बंद
वरदैयापालम के गोवर्धनपुरम क्षेत्र में नहर के पुल के ऊपर से पानी बहने से श्रीकालहस्ती-ताडा मार्ग पर यातायात बाधित हो गया. रेनीगुंटा-मामंदुर मार्ग पर कई पेड़ गिर जाने के कारण यातायात अवरुद्ध हो गया, जबकि थोट्टामबेडु मंडल में चट्टूर नदी के उफान पर होने और एर्पेडु-मोदुगुलापलेम स्वर्णमुखी नदी के पुल के कारण अधिकारियों को कराकोल्लू और अन्य स्थानों के पास यातायात की आवाजाही रोकनी पड़ी. श्रीकालहस्ती मंडल की नारायणपुरम पंचायत में मुल्लापुड़ी आदिवासी कॉलोनी में घरों में पानी भर गया और प्रकाशम जिले के नागुलुप्पलापाडु मंडल के चदालवाड़ा में रामन्ना तालाब का टूट जाने से पानी राष्ट्रीय राजमार्ग 216 में आ गया. इसके चलते चीला की ओर जाने वाले वाहनों को पुराने बाईपास से निकाला गया.
इसी तरह ओंगोलू मंडल के करावडी-गुट्टीकोंडावरिपालेम गांवों के बीच बहने वाली मुदिगोंडा धारा भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. विशाखापत्तनम का सैंडफील्ड इलाका जलमग्न हो गया है और कई बाइक और कारें डूब गईं हैं. काकीनाडा जिले में उप्पाडा तट कटाव की चपेट में आ गया है.
टीटीडी ने निर्बाध दर्शन के लिए कदम उठाए
मौसम विभाग की भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने कई एहतियाती कदम उठाए हैं. श्रद्धालुओं को परेशानी न हो, इसके लिए अधिकारियों ने आवश्यक प्रबंध किए हैं. टीटीडी ने श्रीवारी मेटू पैदल मार्ग को बंद कर दिया है और भूस्खलन की निगरानी करते हुए घाट की सड़कों पर यातायात की भीड़भाड़ से बचने के उपाय किए जा रहे हैं. साथ ही श्रद्धालुओं के दर्शन और ठहरने की व्यवस्था भी की गई है.
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