बेलगावी/मांड्या: देशभर में मॉनसून पूरी तरह से सक्रिय है. कई इलाकों में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात हैं. बात दक्षिण राज्य कर्नाटक की करें तो यहां भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. जिसकी वजह से आम जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है. पश्चिमी घाट क्षेत्र में भारी बारिश के कारण बेलगावी जिले में कुल 13 पुल डूब गए हैं.
जानकारी के मुताबिक, मलनाड और तटीय इलाकों में भारी बारिश जारी है. कर्नाटक के कई जिलों में भारी बारिश की वजह से रेड अलर्ट जारी कर दिए गए हैं. जिसके चलते दक्षिण कन्नड़, उत्तर कन्नड़ और उडुपी जिलों में शनिवार को भी स्कूल और कॉलेज की छुट्टियां कर दी गईं. वहीं बेलगावी जिले में भी भारी बारिश हो रही है और कई पुल डूब गए हैं.
बेलगावी में भारी बारिश का कहर
पश्चिमी घाट क्षेत्र में भारी बारिश के कारण बेलगावी जिले में कुल 13 पुल डूब गए हैं. गोकक उप-मंडल में संकेश्वर-गदाहिंगलाजा को जोड़ने वाला पुल पूरी तरह डूब गया है. कुलगोड़ा-महालिंगपुर लिंक पुल, लोलासुरा-शिंगलापुर और यारानाला-हुक्केरी लिंक पुल पानी में डूब गए हैं. इतना ही नहीं बारिश के कहर की वजह से चिक्कोडी उपमंडल में बोज-करजागा, बोजवाड़ी-निप्पनी, मल्लिकावाड़ा-दानवाड़ा, बारावाड़-कुन्नुरा, भोज-कुन्नुरा, जत्राता-भिवशी, भवनासवदत्ता-मंजरी संपर्क मार्ग बाढ़ में डूबे हुए हैं.
बेलगावी जिले में 13 पुलों के पानी में डूब जाने से इन मार्गों पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया है. खबर के मुताबिक, खानपुर-हेमदागा संपर्क मार्ग भी जलमग्न हो गया है. इसलिए इन सभी जलमग्न पुलों पर यातायात प्रतिबंधित कर दिया गया है। बैरिकेड लगा दिए गए हैं और पुलिस कर्मियों को तैनात कर दिया गया है.
मंड्या में बारिश ने मचाया कोहराम!
कावेरी नदी बेसिन में भारी बारिश हो रही है और कृष्णा राजसागर (केआरएस) बांध लगभग भर गया है। पुराने मैसूरु की ओर के केआरएस जलाशय को भरने के लिए केवल चार फीट पानी बचा है। इस संबंध में एहतियात के तौर पर जलाशय से कावेरी नदी में 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है.124.80 फीट की अधिकतम क्षमता वाले केआरएस जलाशय में जलस्तर अब 120 फीट तक पहुंच गया है. जलाशय को भरने के लिए सिर्फ चार फीट पानी बचा है. जलाशय में 51 हजार क्यूसेक पानी बह रहा है। दूसरी ओर, हरंगी और हेमावती जलाशयों से पानी छोड़े जाने के कारण रविवार शाम तक जलाशय पूरी तरह भर जाएगा. इसलिए एहतियात के तौर पर कावेरी सिंचाई निगम के अधिकारियों ने जलाशय के दस शिखर द्वारों के माध्यम से कावेरी नदी में 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा है. इससे जिले के किसान खुश हैं.
ग्रामिणों का संघर्ष
बेलगावी के खानपुर तालुक के कदंची के आमागोन गांव में एक घटना घटी जहां ग्रामीणों ने भारी बारिश में एक महिला मरीज को पांच किलोमीटर तक कंधों पर उठाकर उसकी जान बचाई. 36 वर्षीय हर्षदा घाडी की जान बचाने के लिए ग्रामीण संघर्ष करते नजर आए. हर्षदा तेज बुखार से पीड़ित थीं और बेहोश हो गईं. जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. घने जंगल में बसे आमागांव में न तो सड़क है, न पुल और न ही मोबाइल नेटवर्क. ऐसी परिस्थिति में ग्रामिणों ने लकड़ी को स्ट्रेचर की तरह बनाया और भारी बारिश में पांच किलोमीटर तक बीमार महिला को ढोया.
गांव वालों ने महिला को चिकाले वन विभाग की चेक पोस्ट तक पहुंचाया, जहां एंबुलेंस पहुंचने के लिए सड़क है. वहां से वे एक किलोमीटर दूर गए और मोबाइल नेटवर्क से 108 पर कॉल किया. बाद में एंबुलेंस से उसे अस्पताल ले जाया गया. दूसरी तरफ, चिकमगलुरु, शिवमोग्गा, कोडागु, उत्तर कन्नड़ और उडुपी जिलों में भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं. कुल मिलाकर इस वक्त देश के कई राज्य ऐसे हैं, जहां भारी बारिश का कहर जारी है.
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