नई दिल्ली: देशभर में गर्मी का प्रकोप जारी है. फिलहाल लोगों को गर्मी से राहत मिलती नहीं दिख रही है. इतना ही नहीं मौसम विभाग (IMD) ने सोमवार को उत्तर भारत के लिए रेड अलर्ट भी जारी कर दिया है. मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिम उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 28 मई तक लू की स्थिति बनी रहेगी.
इसके अलावा मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, मुजफ्फराबाद, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, और उत्तराखंड में हीटवेव के येलो अलर्ट भी जारी किया है. वहीं, भीषण गर्मी के कारण मॉइस्चर लेवल भी गड़बड़ हो गया. इसके चलते वेट-बल्ब टेंपरेचर की स्थिति बन रही है. बता दें कि वेट-बल्ब टेंपरेचर लोगों के लिए काफी खतरनाक होता है.
क्या होता है वेट-बल्ब टेंपरेचर?
वेट-बल्ब टेंपरेचर तपमान के साथ कई अन्य चीजों, जैसे- आर्द्रता से जुड़ा होता है. गर्मी और मॉइस्चर के संयोजन से बनता है. वेट-बल्ब टेंपरेचर की स्थिति लोगों के लिए काफी ज्यादा खतरनाक होती है. इसमें तापमान बढ़ने के साथ-साथ हाई मॉइस्चर भी होता है. इसके चलते गर्मी बहुत ज्यादा हो जाती है.
हो सकती है हार्ट और किडनी के फेल
माना जाता इससे ऊपर का टेंपरेचर मानव शरीर मेंटेन नहीं कर सकता. इसके चलते हार्ट और किडनी के फेल होने का खतरा बढ़ जाता है. वेट-बल्ब टेंपरेचर शरीर का कूलिंग सिस्टम फेल होने लगता है. इससे बॉडी गर्म बहुत ज्यादा गर्म होने लगती है.
वेट बल्ब थर्मामीटर से मापा जाता है तापमान?
जब तापमान 50 डिग्री से ज्यादा बढ़ जाता है. तब टेंपरेचर मापने के लिए वेब बल्ब थर्मामीटर का काम लिया जाता है. इस स्थिति में सामान्य थर्मामीटर काम नहीं करता.
गर्मी से कैसे बचें?
गर्मी से बचने के लिए भरपूर पानी पिएं. तेज धूप में निकलने से पहले 1 गिलास पानी पीकर निकलें. इसके अलावा खुद को कवर करके रखें. गर्मी से बचने के लिए घर में इलेक्ट्रोलाइट्स बनाकर रखें और उसका सेवन करें. भीषण गर्मी में बच्चों और बुजुर्गों का खास ख्याल रखें और उन्हें घर से बाहर ने निकलने दें.
(नोट: इस वेबसाइट पर आपको प्रदान की गई सभी स्वास्थ्य संबंधित सुझाव केवल जानकारी के लिए है. हम यह केवल वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. बेहतर होगा कि डॉक्टर से उचित परामर्श ले लें.)
यह भी पढ़ें- तेलंगाना में भारी बारिश और आंधी से 13 लोगों की मौत