सुल्तानपुर: नेता प्रतिपक्ष और रायबरेली से सांसद राहुल गांधी मानहानी मामले में बुधवार को एक बार फिर सुनवाई नहीं हो सकी. वकीलों के हड़ताल के चलते जिले की MP MLA की विशेष कोर्ट के मजिस्ट्रेट शुभम वर्मा ने मामले में सुनवाई की अगली तारीख 30 जनवरी को तय की है. इससे पहले 10 जनवरी को भी सुनवाई नहीं हो सकी थी. राहुल गांधी के अधिवक्ता काशी प्रसाद शुक्ल ने मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान ये जानकारी दी है.
दरअसल कोतवाली देहात के हनुमानगंज निवासी और बीजेपी नेता विजय मिश्रा ने साल 2018 में राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का परिवाद MP/MLA कोर्ट में दर्ज कराया था. जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि 2018 में कर्नाटक चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने अभद्र टिप्पणी की थी, जिससे आहत होकर विजय मिश्रा ने एमपी-एमएलए कोर्ट में केस लगाया. पांच साल लंबी प्रक्रिया चली, राहुल गांधी हाजिर नहीं हुए तो दिसंबर 2023 में तत्कालीन जज ने वारंट जारी कर उन्हें तलब किया था. तब फरवरी 2024 को राहुल गांधी ने कोर्ट में सरेंडर किया.
स्पेशल मजिस्ट्रेट ने उन्हें 25-25 हजार के दो मुचलके पर जमानत दे दी थी. इसके बाद राहुल गांधी को कोर्ट ने बयान दर्ज करने के लिए बुलाया. दर्जन भर तारीख पड़ने के बाद बीते 26 जुलाई को राहुल कोर्ट में पहुंचे और उन्होंने अपना बयान दर्ज कराया था. उन्होंने स्वयं को निर्दोष बताया, कहा था मेरे खिलाफ राजनीतिक साजिश हो रही है. इसके बाद कोर्ट में वादी को साक्षय प्रस्तुत करने के निर्देश हुए.
बीते साल 16 दिसंबर को मामले में सुनवाई होना था, लेकिन विशेष न्यायधीश के अवकाश पर होने के चलते सुनवाई टल गई थी. वहीं 2 जनवरी को जिरह पूरी नहीं होने पर कोर्ट ने 10 जनवरी और 22 जनवरी की तारीख तय की थी लेकिन इन दोनों ही तारीखों पर अधिवक्ताओं की हड़ताल के चलते सुनवाई फिर से टल गई. अब इस मामले में कोर्ट ने बुधवार को अधिवक्ताओं की हड़ताल के चलते सुनवाई के लिए 30 जनवरी की तिथि तय की है.
यह भी पढ़ें: राहुल गांधी के बयान के खिलाफ दी तहरीर, कार्रवाई न होने पर भूख हड़ताल की चेतावनी