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कर्नाटक : राष्ट्रीय फुटबॉल टीम की नेत्रहीन खिलाड़ी मानसा की हावेरी सड़क हादसे में मौत - Haveri Accident - HAVERI ACCIDENT

Haveri Accident : हावेरी में शुक्रवार को हुई भीषण सड़क दुर्घटना में 13 लोगों की मौत हो गई. इस हादसे में राष्ट्रीय फुटबॉल टीम की नेत्रहीन खिलाड़ी मानसा भी मौत का शिकार हो गईं. पढे़ं पूरी खबर.

Blind football player manasa
नेत्रहीन फुटबॉल खिलाड़ी मानसा (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jun 28, 2024, 7:57 PM IST

शिवमोगा : महाराष्ट्र के महालक्ष्मी और सवदत्ती यल्लम्मा के दर्शन कर लौट रहे 13 रिश्तेदारों की हावेरी जिले में आज तड़के भीषण सड़क दुर्घटना में मौत हो गई. दुर्घटना तब हुई जब टेंपो ट्रैवलर वाहन एक खड़ी लॉरी से टकरा गया. ज्ञात हो कि मृतकों में से अधिकांश शिवमोगा जिले के भद्रावती तालुक के एम्मेहट्टी गांव के थे.

इस सड़क हादसे में परशुराम (45), भाग्य (40), नागेश (50), विशालाक्षी (50), सुभद्राबाई (65), पुण्या (50), मंजुलाबाई (57), चालक आदर्श (23), मानसा (24), रूपा (40), मंजुला (50), आर्या (4) और नंदन (6) की मौत हो गई.

इनमें विशालक्षम्मा, आदर्श, नागेश, भाग्य, मानसा, सुभद्राबाई, परशुराम और रूपा शिमोगा शहर के हलकोला के निवासी हैं. मंजुलबाई भद्रावती तालुक के कल्याल सर्कल की निवासी हैं. अंजू कदुर तालुक के बिरुर की रहने वाली हैं. पुण्यबाई भद्रावती तालुक के मचेनाहल्ली दूध डेयरी गांव की निवासी हैं.

मौत का शिकार हुई मानसा राष्ट्रीय फुटबॉल टीम की खिलाड़ी थी
इसमें मानसा नेत्रहीन हैं और वह भारतीय फुटबॉल टीम की खिलाड़ी थीं. उन्होंने ब्रेनस्क्रिप्ट के माध्यम से स्नातक और एमएससी किया है. वह आईएएस बनने के लिए बैंगलोर में कोचिंग ले रही थीं.

Blind football player manasa
नेत्रहीन फुटबॉल खिलाड़ी मानसा (ETV Bharat)

इस बारे में दुख जताते हुए मानसा की बहन महालक्ष्मी ने कहा, 'पिता, मां और बहन मानसा हमारे घर से मंदिर गए थे. चाचा, चाची, भाई, भाभी सभी उनके साथ गए थे. मैंने उन्हें कल फोन किया था, उन्होंने कहा था कि वे आज सुबह आएंगे. लेकिन आज कोई नहीं आया. उन्होंने कहा था कि वे महाराष्ट्र की हमारी गृह देवी लक्ष्मी, सवदत्ती यल्लम्माना गुड्डा और हर जगह जाएंगे और आएंगे. यह घटना तब हुई जब वे भगवान के दर्शन करके लौट रहे थे'.

उन्होंने दुख जताया, 'मानसा दृष्टिहीन थी. उसकी आंखों का ऑपरेशन हुआ था. वह अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल टीम की कप्तान थी. वह आईएएस की कोचिंग लेती थी. वह आईएएस बनने के लिए कड़ी मेहनत कर रही थी'. उसी गांव की अर्पिता भी दिव्यांग है, उसकी दादी, पिता, मां और बड़े भाई सभी की हादसे में मौत हो गई.

दाह संस्कार की तैयारी
शिवमोग्गा के एम्मेहट्टी गांव में 9 लोगों के दाह संस्कार की तैयारी चल रही है. चिकमंगलूर के कदुर तालुका के बिरुर गांव में 3 लोगों का और भद्रावती तालुका के हनुमानपुरा में एक व्यक्ति का अंतिम संस्कार किया जाएगा.

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शिवमोगा : महाराष्ट्र के महालक्ष्मी और सवदत्ती यल्लम्मा के दर्शन कर लौट रहे 13 रिश्तेदारों की हावेरी जिले में आज तड़के भीषण सड़क दुर्घटना में मौत हो गई. दुर्घटना तब हुई जब टेंपो ट्रैवलर वाहन एक खड़ी लॉरी से टकरा गया. ज्ञात हो कि मृतकों में से अधिकांश शिवमोगा जिले के भद्रावती तालुक के एम्मेहट्टी गांव के थे.

इस सड़क हादसे में परशुराम (45), भाग्य (40), नागेश (50), विशालाक्षी (50), सुभद्राबाई (65), पुण्या (50), मंजुलाबाई (57), चालक आदर्श (23), मानसा (24), रूपा (40), मंजुला (50), आर्या (4) और नंदन (6) की मौत हो गई.

इनमें विशालक्षम्मा, आदर्श, नागेश, भाग्य, मानसा, सुभद्राबाई, परशुराम और रूपा शिमोगा शहर के हलकोला के निवासी हैं. मंजुलबाई भद्रावती तालुक के कल्याल सर्कल की निवासी हैं. अंजू कदुर तालुक के बिरुर की रहने वाली हैं. पुण्यबाई भद्रावती तालुक के मचेनाहल्ली दूध डेयरी गांव की निवासी हैं.

मौत का शिकार हुई मानसा राष्ट्रीय फुटबॉल टीम की खिलाड़ी थी
इसमें मानसा नेत्रहीन हैं और वह भारतीय फुटबॉल टीम की खिलाड़ी थीं. उन्होंने ब्रेनस्क्रिप्ट के माध्यम से स्नातक और एमएससी किया है. वह आईएएस बनने के लिए बैंगलोर में कोचिंग ले रही थीं.

Blind football player manasa
नेत्रहीन फुटबॉल खिलाड़ी मानसा (ETV Bharat)

इस बारे में दुख जताते हुए मानसा की बहन महालक्ष्मी ने कहा, 'पिता, मां और बहन मानसा हमारे घर से मंदिर गए थे. चाचा, चाची, भाई, भाभी सभी उनके साथ गए थे. मैंने उन्हें कल फोन किया था, उन्होंने कहा था कि वे आज सुबह आएंगे. लेकिन आज कोई नहीं आया. उन्होंने कहा था कि वे महाराष्ट्र की हमारी गृह देवी लक्ष्मी, सवदत्ती यल्लम्माना गुड्डा और हर जगह जाएंगे और आएंगे. यह घटना तब हुई जब वे भगवान के दर्शन करके लौट रहे थे'.

उन्होंने दुख जताया, 'मानसा दृष्टिहीन थी. उसकी आंखों का ऑपरेशन हुआ था. वह अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल टीम की कप्तान थी. वह आईएएस की कोचिंग लेती थी. वह आईएएस बनने के लिए कड़ी मेहनत कर रही थी'. उसी गांव की अर्पिता भी दिव्यांग है, उसकी दादी, पिता, मां और बड़े भाई सभी की हादसे में मौत हो गई.

दाह संस्कार की तैयारी
शिवमोग्गा के एम्मेहट्टी गांव में 9 लोगों के दाह संस्कार की तैयारी चल रही है. चिकमंगलूर के कदुर तालुका के बिरुर गांव में 3 लोगों का और भद्रावती तालुका के हनुमानपुरा में एक व्यक्ति का अंतिम संस्कार किया जाएगा.

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