चंडीगढ़: वीरवार को नायब सैनी ने दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. उनके साथ 13 और मंत्रियों ने शपथ ली. शपथ ग्रहण समारोह पंचकूला के दशहरा मैदान में हुआ. इस समारोह में पीएम मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह समेत एनडीए के तमाम बड़े नेताओं ने हिस्सा लिया. 13 में से 11 विधायकों ने कैबिनेट मंत्री और दो ने राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पद की शपथ ली है.
#WATCH | Nayab Singh Saini takes oath as Haryana CM for the second consecutive time, in Panchkula
— ANI (@ANI) October 17, 2024
Prime Minister Narendra Modi, Union Home Minister Amit Shah, BJP national president JP Nadda, Defence Minister Rajnath Singh, UP CM Yogi Adityanath and other CMs, Deputy CMs, Union… pic.twitter.com/WK9ljGLwzd
जातीय समीकरण का रखा ध्यान: नायब सिंह सैनी कैबिनेट को जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों के आधार पर संतुलित किया गया है: कैबिनेट में 2 दलित, 2 ब्राह्मण 2 जाट, 4 ओबीसी एक राजपूत और एक पंजाबी और एक बनिया शामिल हैं.
- पंजाबी: अनिल विज
- दलित: कृष्ण लाल पंवार, कृष्ण कुमार बेदी
- ब्राह्मण: अरविंद शर्मा, गौरव गौतम
- जाट: श्रुति चौधरी, महिपाल ढांडा
- ओबीसी: राव नरबीर सिंह, आरती राव, रणबीर सिंह गंगवा, राजेश नागर
- बनिया: विपुल गोयल
- राजपूत: श्याम सिंह राणा
अनिल विज ने ली मंत्री पद की शपथ: हरियाणा बीजेपी के दिग्गज और वरिष्ठ नेताओं में से एक अनिल विज ने मंत्रिपद की शपथ ली. अनिल विज मनोहर लाल के बाद दूसरे बड़े पंजाबी नेता हैं. पिछली दो सरकारों में वो स्वास्थ्य मंत्री और गृह मंत्री रहे हैं.
कृष्ण लाल पंवार ने ली मंत्री पद की शपथ: कृष्ण लाल पंवार ने राज्यसभा सीट से इस्तीफा देकर विधानसभा चुनाव लड़ा था. पंवार दलित समाज के बड़े नेता हैं. उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली है. 2014 में कृष्ण लाल पंवार मनोहर सरकार में परिवहन मंत्री बने थे. 2019 में वो चुनाव हार गए थे. जिसके बाद बीजेपी ने उन्हें राज्यसभा भेज दिया था.
राव नरबीर सिंह ने ली मंत्रीपद की शपथ: राव नरबीर सिंह ने पहला चुनाव जाटूसाना से 1987 में लोकदल के टिकट पर लड़ा था. तब उन्होंने केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह को हराया था. 1996 में राव नरबीर सिंह सोहना से विधायक चुने गए. साल 2014 में वो भाजपा की टिकट पर बादशाहपुर विधानसभा से विधायक चुने गए. तब वो पीडब्ल्यूडी मंत्री बने. 2019 में उनका टिकट काट दिया गया. 2024 में फिर से बीजेपी ने उन पर भरोसा जताया.
BJP MLAs Arvind Kumar Sharma, Shyam Singh Rana, Ranbir Singh Gangwa and Krishan Bedi take oath as cabinet ministers in the Haryana government pic.twitter.com/ZOmeHbegNa
— ANI (@ANI) October 17, 2024
महिपाल ढांडा ने ली मंत्री पद की शपथ: महिपाल ढांडा जाट समाज से आते हैं. वो पानीपत ग्रामीण विधानसभा सीट से लगातार तीसरी बार विधायक चुने गए हैं. जब मनोहर लाल को बदलकर नायब सैनी को सीएम बनाया गया था. तब उन्हें पंचायत मंत्रालय दिया गया था. महिपाल ढांडा केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के करीबी माने जाते हैं.
विपुल गोयल ने ली मंत्री पद की शपथ: विपुल गोयल फरीदाबाद से विधायक चुने गए हैं. वो साल 2014 में उद्योग मंत्री बने थे. साल 2019 में इनकी टिकट काट दी गई थी. अब दोबारा से इसी सीट से बीजेपी की टिकट पर विधायक चुने गए हैं. विपुल गोयल गृहमंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के करीबी माने जाते हैं.
अरविंद शर्मा ने मंत्री पद की शपथ ली: अरविंद शर्मा ब्राह्मण समाज का बड़ा चेहरा हैं. साल 2019 में उन्होंने रोहतक संसदीय क्षेत्र से दीपेंद्र हुड्डा को हराया था. साल 2024 के चुनाव में उन्हें दीपेंद्र हुड्डा के सामने हार मिली. जिसके बाद पार्टी ने उन्हें गोहाना सीट से उम्मीदवार बनाया. गोहाना से अरविंद शर्मा विधायक चुने गए हैं. वो अमित शाह के करीबी माने जाते हैं.
श्याम सिंह राणा ने ली मंत्री पद की शपथ: श्याम सिंह राणा पहले समाजवादी पार्टी में सक्रिय थे. साल 2007 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की. पार्टी ने उन्हें दो बार जिला अध्यक्ष भी बनाया. वो प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य भी रहे. 2009 में बीजेपी की टिकट पर रादौर सीट से विधानसभा चुनाव लड़े, लेकिन हार गए. 2014 में वो जीतने में कामयाब रहे. कुछ समय के लिए श्याम सिंह राणा सरकार में मुख्य संसदीय सचिव रहे. 2019 में टिकट कटने के बाद श्याम सिंह इनेलो में शामिल हो गए. 2024 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले श्याम सिंह राणा बीजेपी में शामिल हो गए. रादौर से बीजेपी की टिकट पर उन्होंने जीत दर्ज की.
रणबीर गंगवा ने ली मंत्री पद की शपथ: रणबीर गंगवा हरियाणा में बड़ा ओबीसी चेहरा हैं. वो कुम्हार समाज से आते हैं. बरवाला विधानसभा सीट पर इन्होंने पहली बार कमल खिलाया है. मनोहर सरकार के दौरान रणबीर गंगवा डिप्टी स्पीकर के पद पर रहे.
कृष्ण बेदी ने ली मंत्री पद की शपथ: कृष्ण बेदी वाल्मीकि समाज से संबंध रखते हैं. 2014 का चुनाव जीतने के बाद ये मनोहर सरकार में सामाजिक न्याय मंत्री बने. कृष्ण बेदी नायब सैनी और मनोहर लाल दोनों के करीबी हैं.
श्रुति चौधरी ने इंग्लिश में ली मंत्री पद की शपथ: श्रुति चौधरी बीजेपी सांसद किरण चौधरी की बेटी और पूर्व सीएम बंसीलाल की पोती हैं. तोशाम विधानसभा सीट से श्रुति चौधरी विधायक चुनी गई हैं.
#WATCH | BJP MLA Shruti Choudhry takes oath as cabinet minister in the Haryana government pic.twitter.com/NtTBPyFnEN
— ANI (@ANI) October 17, 2024
आरती राव ने ली मंत्री पद की शपथ: आरती राव केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी हैं. उन्हें महिला कोटे से मंत्री बनाया गया है. दक्षिण हरियाणा या यूं कहें अहीरवाल बेल्ट का आरती राव बड़ा चेहरा हैं.
राजेश नागर ने ली राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार की शपथ: तिगांव सीट से लगातार दूसरी बार भाजपा का कमल खिलाने वाले राजेश नागर को इसका इनाम मिल सकता है. राजेश नागर ने 2014 में पहली बार चुनाव लड़ा था. वो कांग्रेस के ललित नागर के सामने हार गए थे. पार्टी ने राजेश नागर पर भरोसा जताते हुए 2019 में फिर टिकट दिया और इस बार कांग्रेस के ललित नागर को हरा कर विधायक बने. 2024 में बार फिर ललित नागर को 37 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हराकर चुनाव जीते.
गौरव गौतम ने ली शपथ (राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार): गौरव गौतम ने पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा और पलवल से विधायक चुने गए. गौरव गौतम ने कांग्रेस के दिग्गज नेता करण दलाल को 33605 वोटों से हराया. गौरव गौतम फरीदाबाद की ही निजी यूनिवर्सिटी में टीचर थे. उन्होंने पहले तत्कालीन राज्यसभा सांसद अनिल जैन के नेतृत्व में बीजेपी का दामन थामा. उन्हें भाजपा युवा मोर्चा में काम करने का मौका मिला. वो भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के महाराष्ट्र, मुंबई के प्रभारी भी रहे. भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा में नेशनल सेक्रेटरी के पद पर भी उन्होंने काम किया और यही वजह है कि उनके काम को देखते हुए आला हाई कमान ने पलवल से बीजेपी के मौजूदा विधायक दीपक मंगला का टिकट काटते हुए गौरव गौतम को टिकट दिया.