नई दिल्ली: हमास नेता इस्माइल हनिया की बुधवार तड़के ईरान में एक हवाई हमले में मौत हो गई. उन्होंने मरने से कुछ घंटे पहले ही तेहरान में ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के शपथ ग्रहण समारोह में दुनिया के कई देशों के नेताओं के साथ मंच साझा किया था. इनमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी शामिल थे.
📍𝑻𝒆𝒉𝒓𝒂𝒏, 𝑰𝒓𝒂𝒏
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) July 30, 2024
Attended the swearing-in ceremony of Iran's President, H.E. Masoud Pezeshkian, in Tehran today. Heartfelt congratulations to H.E. @drpezeshkian on behalf of Hon'ble PM Shri @narendramodi Ji, the Indian Government and people of India.
We look forward to… pic.twitter.com/1oqnTE8aer
मंगलवार को आयोजित समारोह में आर्मेनिया, ताजिकिस्तान, मिस्र, सूडान, इराक, तुर्की, सऊदी अरब, अजरबैजान, क्यूबा और ब्राजील सहित कई देशों के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए थे. इनके अलावा क्षेत्रीय ईरान समर्थित सहयोगी भी समारोह में मौजूद थे.
पेजेशकियन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे नितिन गडकरी
भारत की ओर से नितिन गडकरी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे. नितिन गडकरी की तेहरान में मौजूदगी दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों को दर्शाती है. पेजेशकियन ने हाल ही में हुए चुनाव में कट्टरपंथी सईद जलीली को दूसरे दौर के चुनाव में हराया था. वह मई में कट्टरपंथी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु के बाद राष्ट्रपति चुने गए थे.
पीएम मोदी ने दीं थीं शुभकामनाएं
इससे पहले विदेश मंत्रालय ने कहा कि नितिन गडकरी ने राष्ट्रपति पेजेशकियन को पदभार ग्रहण करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से शुभकामनाएं दीं. इस दौरान दोनों पक्षों ने चाबहार बंदरगाह के विकास पर सहयोग सहित द्विपक्षीय संबंधों की स्थिति का सकारात्मक मूल्यांकन किया.
नितिन गडकरी का पोस्ट
ईरान दौरे के दौरान नितिन गडकरी ने एक्स पर अपनी एक पोस्ट में कहा कि महामहिम को हार्दिक बधाई. माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत सरकार और भारत के लोगों की ओर से पेजेशकियन को धन्यवाद. उन्होंने कहा, "हम निरंतर सहयोग और आपसी विकास की आशा करते हैं और दोनों देशों की समृद्धि और विकास के लिए विभिन्न क्षेत्रों में भारत-ईरान संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं.
बता दें कि ईरान ने इस्माइल हनिया की हत्या के लिए इजरायल को दोषी ठहराया है, जिससे मध्य पूर्व में संघर्ष बढ़ने का खतरा बढ़ गया है, जबकि अमेरिका और अन्य राष्ट्र एक व्यापक क्षेत्रीय युद्ध को रोकने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. ईरान के सर्वोच्च नेता ने इजरायल से बदला लेने की कसम खाई है.