अंबाला/जींद : हरियाणा में आसमान से आफत बरसी है. पिछले दो दिनों में कई जिलों में बारिश और ओलावृष्टि हुई है जिससे किसानों की फसलों को खासा नुकसान पहुंचा है. जिन जिलों में ओलावृष्टि और बारिश ने आफत बरसाई है, वहां किसान खासे परेशान है. वहीं हरियाणा सरकार ने भी किसानों को राहत पहुंचाने के लिए कदम उठाए हैं. हालांकि जब तक किसानों को राहत नहीं मिल जाती, तब तक किसानों की परेशानी कम होती नज़ नहीं आती.
अंबाला में आफत के ओले : अंबाला की बात करें तो यहां पिछले दो दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश और ओलावृष्टि ने फसलों को नुकसान पहुंचाया है. खासतौर पर गेहूं और सरसों की फसल पर ख़ासा असर पड़ा है. सरसों की फसल पक चुकी थी, जबकि गेहूं की फसल पकने वाली थी, ऐसे में आसमान से बारिश के साथ आई ओलावृष्टि ने खेत में खड़ी फसल को ज़मीन पर बिछा दिया है. वहीं जिन किसानों ने खेतों में गन्ना लगाया था, उनके लिए बारिश अच्छी साबित भी हुई है. किसानों ने सरकार से गिरदावरी करवाकर मुआवज़ा देने की मांग की है.
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गेहूं और सरसों की फसल को नुकसान : वहीं जींद की बात करें तो जिले में बेमौसम बारिश के साथ तूफानी हवाओं और ओलावृष्टि ने जमकर कहर बरपाया है. अंबाला की तरह यहां भी खेतों में गेहूं की फसल बिछ गई है, जबकि सरसों की पकी फसल को नुकसान पहुंचा है. वहीं कई सब्जियों की फसल को भी बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने नुकसान पहुंचाया है. यहां सबसे ज्यादा नुकसान नरवाना और उचाना इलाके में हुआ है. नरवाना में 100 एमएम, जबकि उचाना में 51 एमएम बारिश दर्ज की गई है. यहां किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें देखने को मिल रही है.
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