वाराणसी: ज्ञानवापी में आर्कियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया की तरफ से हुए 21 जुलाई 2023 को दिए गए आदेश के बाद सर्वे की कार्रवाई को 2 नवंबर 2023 को पूर्ण किया गया. 18 दिसंबर 2023 को रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल की गई. लेकिन, यह पूरा सच 24 जनवरी 2024 को जब सामने आया तो हर कोई यही कह रहा है कि यह तो होना ही था.
सबसे बड़ी बात यह है कि आपको ईटीवी भारत व एक्सक्लूसिव तस्वीरें भी दिखाने जा रहा है जो रिपोर्ट के अंदर एएसआई टीम द्वारा उपलब्ध करवाई गई है, जिसमें साफ तौर पर भगवान शंकर के शिवलिंग भगवान विष्णु की टूटी हुई मूर्ति, भगवान गणेश की टूटी हुई प्रतिमा भगवान के मूर्ति के टूटे हुए हाथों के अवशेष और अंदर खभों की तस्वीरों के साथ ही लिखे हुए मंत्र और अन्य अरबी फारसी में लिखी हुई चीज भी मिली है जो यह स्पष्ट कर रही हैं की सच्चाई क्या है.
आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की 839 पन्नू की रिपोर्ट के पन्ने जब खुलना शुरू हो रहे हैं तो चीज स्पष्ट हो रही हैं. इस रिपोर्ट के अलावा सर्वे टीम की तरफ से जिला अधिकारी वाराणसी की सुपुर्दगी में 200 से ज्यादा अवशेष भी जमा किए गए हैं जो अंदर से मिले हैं. जिनमें टूटी हुई मूर्तियां टूटे हुए अवशेष और पत्थर टूटी हुई कलाकृतियां आदि चीज हैं या सारी चीजों की जो जानकारी है उसकी एक छोटी रिपोर्ट ईटीवी भारत को मिली है. जिसमें सारी चीज स्पष्ट हो रही हैं.
इन तस्वीरों में साफ तौर पर दिख रहा है कि भगवान गणेश की टूटी हुई मूर्ति एक टूटी हुई भगवान विष्णु की मूर्ति टूटा हुआ शंकर शिवलिंग की कई आकृतियों और तमाम चीज अंदर मौजूद थीं जिनको आर्कियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया की टीम ने बरामद किया है और उसे सुरक्षित रखा गया है.