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कस्टमर बनकर 4.5 करोड़ रुपये का दुर्लभ हीरा उड़ा ले गया ठग, मुख्य आरोपी फरार - DIAMOND FRAUD IN SURAT

DIAMOND FRAUD IN SURAT: पुलिस के मुताबिक, डायमंड की बरामदगी हो चुकी है. हीरा दलपत के घर से बरामद किया गया है. बता दें कि, पुलिस ने एक आरोपी को हीरे बेचने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया. हालांकि मुख्य आरोपी के बारे में पूछताछ अभी भी जारी है. जानें क्या है डायमंड फ्रॉड का पूरा मामला....

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 4, 2024, 8:28 PM IST

सूरत: गुजरात के सूरत शहर से ठगी का हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक ठग ने हीरा कारोबारी को 4.55 करोड़ का चूना लगा दिया. खबर के मुताबिक, शातिर चोर ने 10.08 कैरेट के असली हीरे की जगह नकली हीरा रख दिया. जानकारी के मुताबिक, 10.08 कैरेट वजन का एक दुर्लभ दिल के आकार का हीरा, जिसकी कीमत 4.55 करोड़ रुपये है, 24 जून को एक व्यापारी के कार्यालय से चोरी हो गया. यह हीरा राजस्थान के एक गांव में पाया गया. चोरी अक्षत जेम्स के मालिक चिराग शाह के साथ हुई. खबर के मुताबिक, मुख्य आरोपी हितेश पुरोहित ने 24 जून को मूल से काफी कम कीमत वाले प्रयोगशाला में विकसित हीरे की अदला-बदली की.

असली हीरे की जगह नकली हीरा रख दिया ठग
इस मामले में सूरत महिधरपुरा पुलिस ने सभी असली हीरे बरामद कर लिए हैं और एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि, इस चैप्टर का मास्टर माइंड व्यापारी अभी भी फरार है. इससे पहले कि आरोपी असली हीरा किसी को बेच पाता, पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और हीरा जब्त कर लिया. खबर के मुताबिक, मामले की तह तक पहुंचने के लिए महिधरपुरा पुलिस ने पांच टीमों का गठन किया था, जिनमें से एक ने सिरहोई जिले के बंत गांव में सह-आरोपी सुरेश पुरोहित के घर पर मिट्टी के चूल्हे में छुपाया हुआ असली हीरा बरामद किया। हितेश के रिश्तेदार दलपत, जिसने सुरेश से हीरा प्राप्त किया था, को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अन्य आरोपी फरार हैं.

कैसे हुई हीरे की ठगी?
खबर के मुताबिक, हितेश ने दलालों के माध्यम से शाह और उनके बेटे से संपर्क किया और हीरा खरीदने में रुचि दिखाई. बातचीत 8 जून को शुरू हुई और 24 जून तक जारी रही. इस दौरान हितेश ने आकार, वजन और रंग में समान प्रयोगशाला में विकसित हीरा बनाकर चोरी की साजिश रची. 24 जून को, महिधरपुरा में अपने कार्यालय में एक मीटिंग के दौरान, हितेश ने निरीक्षण करते समय मूल हीरे को प्रयोगशाला में विकसित सीवीडी हीरे से बदल दिया. फिर वह एक सुरक्षित तिजोरी से पैसे निकालने के बहाने मोबाइल फोन बंद करके तुरंत शहर से फरार हो गया. पुलिस ने चिराग शाह की शिकायत पर हितेश पुरोहित और ईश्वर नामक व्यक्ति के खिलाफ 4.55 करोड़ के हीरे की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है.

दलपत के घर से मिले हीरे
इस मामले में डीसीपी भागीरथ गढ़वी ने कहा कि, शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने अलग-अलग टीमें बनाकर राजस्थान, पालनपुर, मुंबई आदि जगहों पर जांच की. इस घटना में आरोपी हितेश के साथ अन्य आरोपी ईश्वर पुरोहित, कमलेश पुरोहित और दलपत पुरोहित सहित सुरेश पुरोहित शामिल थे. ये सभी लोग हीरे बेचना चाहते थे. हितेश ने दलपत पुरोहित को हीरा दिया था. पुलिस ने राजस्थान के मूल निवासी दलपत पुरोहित को गिरफ्तार कर लिया है. सभी आरोपी एक ही जिले के मूल निवासी हैं पुलिस तीन अन्य आरोपियों ईश्वर पुरोहित, कमलेश पुरोहित और सुरेश पुरोहित की तलाश कर रही है.

मुख्य आरोपी की तलाश जारी
पुलिस के मुताबिक, डायमंड की बरामदगी हो चुकी है. हीरा दलपत के घर से बरामद किया गया. बता दें कि, पुलिस ने आरोपी को हीरे बेचने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया है, हालांकि मुख्य आरोपी के बारे में पूछताछ अभी भी जारी है.

ये भी पढ़ें: रूसी हीरों पर अमेरिकी प्रतिबंधों से भारतीय हीरा व्यापार को होगा नुकसान

सूरत: गुजरात के सूरत शहर से ठगी का हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक ठग ने हीरा कारोबारी को 4.55 करोड़ का चूना लगा दिया. खबर के मुताबिक, शातिर चोर ने 10.08 कैरेट के असली हीरे की जगह नकली हीरा रख दिया. जानकारी के मुताबिक, 10.08 कैरेट वजन का एक दुर्लभ दिल के आकार का हीरा, जिसकी कीमत 4.55 करोड़ रुपये है, 24 जून को एक व्यापारी के कार्यालय से चोरी हो गया. यह हीरा राजस्थान के एक गांव में पाया गया. चोरी अक्षत जेम्स के मालिक चिराग शाह के साथ हुई. खबर के मुताबिक, मुख्य आरोपी हितेश पुरोहित ने 24 जून को मूल से काफी कम कीमत वाले प्रयोगशाला में विकसित हीरे की अदला-बदली की.

असली हीरे की जगह नकली हीरा रख दिया ठग
इस मामले में सूरत महिधरपुरा पुलिस ने सभी असली हीरे बरामद कर लिए हैं और एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि, इस चैप्टर का मास्टर माइंड व्यापारी अभी भी फरार है. इससे पहले कि आरोपी असली हीरा किसी को बेच पाता, पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और हीरा जब्त कर लिया. खबर के मुताबिक, मामले की तह तक पहुंचने के लिए महिधरपुरा पुलिस ने पांच टीमों का गठन किया था, जिनमें से एक ने सिरहोई जिले के बंत गांव में सह-आरोपी सुरेश पुरोहित के घर पर मिट्टी के चूल्हे में छुपाया हुआ असली हीरा बरामद किया। हितेश के रिश्तेदार दलपत, जिसने सुरेश से हीरा प्राप्त किया था, को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अन्य आरोपी फरार हैं.

कैसे हुई हीरे की ठगी?
खबर के मुताबिक, हितेश ने दलालों के माध्यम से शाह और उनके बेटे से संपर्क किया और हीरा खरीदने में रुचि दिखाई. बातचीत 8 जून को शुरू हुई और 24 जून तक जारी रही. इस दौरान हितेश ने आकार, वजन और रंग में समान प्रयोगशाला में विकसित हीरा बनाकर चोरी की साजिश रची. 24 जून को, महिधरपुरा में अपने कार्यालय में एक मीटिंग के दौरान, हितेश ने निरीक्षण करते समय मूल हीरे को प्रयोगशाला में विकसित सीवीडी हीरे से बदल दिया. फिर वह एक सुरक्षित तिजोरी से पैसे निकालने के बहाने मोबाइल फोन बंद करके तुरंत शहर से फरार हो गया. पुलिस ने चिराग शाह की शिकायत पर हितेश पुरोहित और ईश्वर नामक व्यक्ति के खिलाफ 4.55 करोड़ के हीरे की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है.

दलपत के घर से मिले हीरे
इस मामले में डीसीपी भागीरथ गढ़वी ने कहा कि, शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने अलग-अलग टीमें बनाकर राजस्थान, पालनपुर, मुंबई आदि जगहों पर जांच की. इस घटना में आरोपी हितेश के साथ अन्य आरोपी ईश्वर पुरोहित, कमलेश पुरोहित और दलपत पुरोहित सहित सुरेश पुरोहित शामिल थे. ये सभी लोग हीरे बेचना चाहते थे. हितेश ने दलपत पुरोहित को हीरा दिया था. पुलिस ने राजस्थान के मूल निवासी दलपत पुरोहित को गिरफ्तार कर लिया है. सभी आरोपी एक ही जिले के मूल निवासी हैं पुलिस तीन अन्य आरोपियों ईश्वर पुरोहित, कमलेश पुरोहित और सुरेश पुरोहित की तलाश कर रही है.

मुख्य आरोपी की तलाश जारी
पुलिस के मुताबिक, डायमंड की बरामदगी हो चुकी है. हीरा दलपत के घर से बरामद किया गया. बता दें कि, पुलिस ने आरोपी को हीरे बेचने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया है, हालांकि मुख्य आरोपी के बारे में पूछताछ अभी भी जारी है.

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